विवाहेत्तर अवैध सम्बंधों के कारण हुई प्रभुराम की हत्या, उसे कार सहित जलाकर मिटाए गए सबूत,
बल्दू के प्रभुराम को हत्यारे की पत्नी ने ही फोन कर बुलाया और उसका आना ही बना उसकी मौत का कारण,
पुलिस ने मात्र 48 घंटों में तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर जुर्म कबूल करवाया
लाडनूं (kalamkala.in)। अल्टो कार सहित उसके मालिक को जला कर हत्या कर देने के मामले में मात्र दो ही दिनों में पूरा खुलासा करते हुए हत्या करने और आगजनी करने में शामिल तीनों आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। इन मुलजिमानों ने अपना अपराध स्वीकार भी कर लिया है। इस बारे में बुधवार को पुलिस थाना लाडनूं में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक हिमांशु शर्मा ने बताया कि इस हत्या के पीछे अवैध सम्बन्धों की कहानी रही है। पकड़े गए मुलजिम भागीरथ मेघवाल को अपनी पत्नी के मृतक प्रभुराम मेघवाल के साथ अवैध संबंधों को लेकर शक था। इसके लिए मुलजिम ने पूर्व में भी प्लानिंग की थी, पर वो सफल नहीं हो पाया। 26 अप्रेल को आरोपी भागीरथ ने बस चूक जाने और कार से घर छोड़ देने के बहाने प्रभुराम को बुलाया और वहां से मणूं ले जाकर अपने दो और साथियों के साथ मिलकर प्रभुराम की हत्या कर दी। इस हत्या को एक्सीडेन्ट का रूप देने के लिए उन्होंने मृतक के शव को उसके गांव बल्दू के पास कच्चे रास्ते पर ले जाकर उसे कार सहित जला दिया।मुलजिम भागीरथ को अपनी पत्नी और मृतक प्रभुराम के बीच प्रेम-प्रसंग को लेकर गहरी रंजिश थी, जो बाद में प्रभुराम की हत्या के रूप में सामने आई। हत्या के इस प्रकरण का खुलासा पुलिस ने मात्र 48 घंटों में करते हुए तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। इन गिरफ्तार मुलजिमानों में मुख्य आरोपी भागीरथ (26) पुत्र हनुमानराम मेघवाल निवासी मणूं है, जिसकी पत्नी के साथ मृतक के अवैध सम्बन्ध बताए जा रहे हैं। उसके सहयोगियों में दो आरोपी रूपेश मेहरा (25) पुत्र रामेश्वरलाल मेघवाल निवासी निम्बीजोधा और किसनाराम (32) पुत्र शेराराम मेघवाल निवासी मणूं शामिल हैं। इन तीनों ने मिलकर हत्या के बाद उसके शव को उसी की कार में रख कर 27 अप्रेल को सरहद गुणपालिया में लाकर युवक को गाड़ी सहित आग लगा कर जला दिया था। इस मर्डर केस में पुलिस की विभिन्न टीमों ने मेहनत कर मात्र 48 घंटों में वारदात का खुलासा कर दिया।
वारदात की रिपोर्ट में जताया गया हत्या का संदेह
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक हिमांशु शर्मा ने बताया कि गत 27 अप्रेल की सुबह स्थानीय पुलिस को सूचना मिली थी कि गुणपालिया सरहद में एक कार जल रही थी और उसमें एक व्यक्ति भी जला हुआ है। इस वारदात के बारे में भंवरलाल मेघवाल निवासी बल्दू ने पुलिस को रिपोर्ट देकर बताया कि उसके रिश्ते में चाचा प्रभुराम (40) पुत्र आसूराम मेघवाल निवासी बल्दू, अपनी रहवासी ढाणी में थे। उनके पास भागीरथ राम पुत्र हड़मानराम मेघवाल निवासी मणूं का फोन आया कि उनकी बस निकल गई है, उन्हें गांव मणूं छोड़कर आओ। तो शाम 5.30 बजे प्रभुराम अपनी अल्टो गाड़ी लेकर ढाणी से निकले थे, उनको शाम को बल्दू के मेघवालों के मोहल्ले में शाम 7.30 बजे राकेश पुत्र कालूराम ने देखा था। उस समय गाड़ी में प्रभुराम सहित कुल चार व्यक्ति थे। शाम आठ बजे प्रभुराम की पत्नी पप्पू देवी ने प्रभुराम को फोन किया, तो प्रभुराम ने जवाब दिया कि वह एक घण्टे में घर आ जाएगा। फिर उनके नहीं आने पर एक घण्टे बाद पप्पू देवी ने वापस फोन किया तो प्रभुराम का फोन बंद आ रहा था। फिर शनिवार सुबह छः बजे लगभग सूचना मिली कि बल्दू से गुणपालिया जाने वाली ग्रेवल सड़क पर गोपालराम पुत्र रामदेवाराम ठोलिया निवासी गुणपालिया के खेत में गुणपालिया की सरहद में एक अल्टो गाड़ी सड़क किनारे पूर्ण रूप से जली हुई है, जिसमें एक व्यक्ति के जिंदा जलने के अवशेष हैं। इससे पूर्ण आशंका है कि किन्ही व्यक्तियों ने उसके चाचा प्रभुराम की हत्या कर दी तथा बाद में गाड़ी सहित आग लगाकर जला दिया है। इस रिपोर्ट को दर्ज कर पुलिस ने अनुसंधान प्रारंभ कर दिया।
हत्या के शीघ्र बाद ही मुलजिमानों को किया पुलिस ने डिटेन
इस प्रकरण में जिला पुलिस अधीक्षक हनुमान प्रसाद मीणा (आई.पी.एस.) के निर्देशन एवं अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक हिमांशु शर्मा (आर.पी.एस.), डीडवाना के वृताधिकारी धरम पूनियां, लाडनूं के वृताधिकारी विक्की नागपाल के निकटतम सुपरविजन में लाडनूं थानाधिकारी महीराम विश्नोई, जसवंतगढ़ थानाधिकारी जोगेन्द्र सिंह राठौड़, निम्बीजोधां थानाधिकारी, रामेश्वरलाल एवं महिला पुलिस थाना डीडवाना के थानाधिकारी राजेश के नेतृत्व में गठित टीमों द्वारा हत्या के प्रकरण में त्वरित कार्रवाई की गई। मृतक का शव जली हुई अवस्था में मिलने से मृतक की शिनाख्त करना पुलिस के लिये चुनौती थी। एसपी द्वारा गठित अलग-अलग टीमों द्वारा आस-पास के क्षेत्र में मालुमात करने पर मृतक की शिनाख्त प्रभुराम निवासी बल्दू के रूप में हुई। टीमों द्वारा तकनीकी साक्ष्यों, आसूचना संकलन व बेहतर फील्ड इंटेलीजेंस की सहायता से अज्ञात आरोपियों की पहचान की जाकर दस्तयाब किया गया। आरोपियों को तत्काल डिटेन करना ही पुलिस की कामयाबी बनी।
पुलिस टीमों ने मुल्जिमों से जुर्म को कबूल करवाया
दस्तयाब सुदा आरोपियों से मनोवैज्ञानिक तरीके से पूछताछ की गई, तो आरोपियों ने अपना जुर्म स्वीकार किया। इस पर इन तीनों आरोपियों भागीरथ पुत्र हनुमानराम मेघवाल निवासी मणूं, रूपेश मेहरा पुत्र रामेश्वरलाल मेघवाल निवासी निम्बीजोधां और किसनाराम पुत्र शेराराम मेघवाल निवासी मणूं को गिरफ्तार किया गया। इस प्रकरण में गठित पुलिस दल में सहायक उप निरीक्षक पर्वत सिंह लाडनूं, बस्तीरान निम्बी जोधां, साईबर सैल डीडवाना से हेड कांस्टेबल प्रेमप्रकाश, कांस्टेबल नरेंद्र सिंह, ताराचन्द, रवि बारूपाल और आत्माराम, लाडनूं पुलिस थाने से हेड कांस्टेबल अमर चन्द, कांस्टेबल किशोर, सुखाराम, अब्दुल शाकिर, रामचन्द्र, नवीन और जितेन्द्र, निम्बी जोधां पुलिस थाने से कांस्टेबल राजकुमार, बृजगोपाल और शिवशंकर, महिला कांस्टेबल श्रीमती प्रभु लाडनूं, श्रीमती सुबिता जसवन्तगढ शामिल रहे।
