11 केवी हाईटेंशन बिजली का तार टूटने से चपेट में आकर एक व्यक्ति की मौत, अस्पताल परिसर में बड़ी संख्या में लोगों की भीड़ जुटी,
गुस्साए लोगों को विद्युत निगम ने 5 लाख और अन्य आर्थिक सहायता का दिया लिखित भरोसा
लाडनूं (kalamkala.in)। यहां निम्बी जोधां रोड पर स्थित 132 केवी जीएसएस के पास 11 केवी बिजली लाइन का तार टूट कर गिर जाने से उसकी चपेट में आए एक 40 वर्षीय युवक केशर राम पुत्र दोलाराम बावरी की मौत हो गई। आनन-फानन में परिजन उसे लेकर यहां राजकीय चिकित्सालय पहुंचे, मगर चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया। हादसे की जानकारी मिलते ही विद्युत वितरण निगम के कनिष्ठ अभियंता राजकुमार तुनगरिया व पुलिस वहां पहुंच गए।पुलिस ने शव को मोर्चरी में रखवाया और घटनास्थल का जायजा लिया। इधर अस्पताल परिसर में परिजनों और समाज के लोगों के साथ श्री आंनद परिवार सेवा समिति के अध्यक्ष मंजीत पाल सिंह सांवराद, पार्षद अदरीश खान, मुराद खान और बड़ी संख्या में अन्य लोग भी सरकारी अस्पताल में पहुंच गए। लोगों ने प्रशासन से मृतक के परिजनों को उचित मुआवजा दिलाए जाने की मांग की। साथ ही लोगों ने मुख्यमंत्री के नाम का एक ज्ञापन भी एसडीएम को सौंपा। बाद में विद्युत वितरण निगम के अधिकारियों के साथ वार्ता और लिखित आश्वासन के बाद मामला निपट सका। इसमें 5 लाख चिरंजीवी योजना से, 5 लाख बिजली विभाग से और अन्य मांगों के लिए राज्य सरकार को लिखा जाने पर सहमति बनी।
यह दिया लिखित आश्वासन
आज दिनांक 07/05/25 बार बुधवार को सुबह 5:30 से 6 बजे के बीच 132 केवी जीएसएस के सामने 11 केवी तार टूटने की वजह से केशव राम पुत्र दोलाराम बावरी की मौके पर मृत्यु हो गई। तत्पश्चात गणमान्य व समाज के लोगों की उपस्थिति में दुर्घटना की वजह से परिवार को आर्थिक सहायता के लिए विद्युत विभाग के निगम नियमानुसार परिवार को पांच लाख रुपए आर्थिक सहायता दी जाएगी, आवश्यक दस्तावेज प्रस्तुत करने पर। इस पर हस्ताक्षर करने वालों पर सहायक अभियंता सचिन अग्रवाल, कनिष्ठ अभियंता राजकुमार तुनगरिया एवं जीएसएस के सहायक अभियंता ने हस्ताक्षर किए।
यह दिया गया लोगों ने ज्ञापन
वहां एकत्र लोगों ने मुख्यमंत्री के नाम का एक ज्ञापन उपखण्ड अधिकारी को सौंपा। इसमें केशरराम पुत्र दौलाराम बावरी निवासी निम्बी रोड लाडनूं की बिजली विभाग की लापरवाही से अकाल मृत्यु हो जाने पर परिजनों एवं जीएसएस के पास वार्ड सं. 7 में रहने वाले लोगों की ओर से मांगपत्र प्रस्तुत किया है। इसमें लिखा है कि केशरराम बावरी की मृत्यु बिजली विभाग की लापरवाही द्वारा हाई टेंशन लाईन का तार गिर जाने से हुई है। इसके लिए बिजली विभाग लाडनूं जिम्मेदार है, क्योंकि बिजली विभाग समय पर खम्भों-तारों आदि की मरम्मत नहीं करवाता, पुराने तारों को नहीं बदलता है, इसलिए अचानक से तार टूटना और एक गरीब व्यक्ति की मृत्यु हो जाने से पूरा परिवार अनाथ हो गया है। इस परिवार में कमाने वाला एकमात्र केशरराम ही था, जो खान में पत्थर तोड़कर अपने परिवार का गुजारा कर रहा था। अब परिवार में कमाने वाला कोई नहीं बचा है। इसलिए पीड़ित परिवार को पचास लाख रूपये की आर्थिक सहायता दी जाये। बिजली विभाग राजस्थान सरकार का एक विभाग है, इसलिए राजस्थान सरकार की लापरवाही की वजह से ही एक गरीब व्यक्त्ति की मृत्यु हुई है। इसलिए परिवार में से उनकी पत्नी को सरकारी/अर्द्धसरकारी/संविदा/अनुकम्पा पर नौकरी दी जाये, जिससे उनके परिवार का पालन पोषण हो सके। जीएसएस में कार्यरत जिन कर्मचारियों को कहने के बावजूद भी समय पर बिजली की सप्लाई नहीं काटी गई, उन कर्मचारियों पर कानूनी व विभागीय कार्यवाही की जाये। साथ ही जितने भी लापरवाह बिजली विभाग के कर्मचारी व अधिकारी हैं, उन पर भी कानूनी व विभागीय कार्यवाही की जाये। पीड़ित परिवार के पक्का मकान भी नहीं है, इसलिए मृतक के परिवार में उनकी पत्नी माली देवी के नाम से प्रधानमंत्री आवास योजना का लाभ दिया जाए एवं अन्य जो भी केन्द्र सरकार व राजस्थान सरकार की जनकल्याणकारी योजना का लाभ दिया जाये। इस वार्ड सं. 7 में 11 केवी हाई टेंशन लाईन बहुत से घरों के उपर से होकर निकल रही है, उनको तुरंत प्रभाव से 15 दिवस के भीतर हटवाया जावें। इस ज्ञापन पर हस्ताक्षर करने वाले प्रमुख लोगों में मनजीत पाल सिंह, हरीश मेहरड़ा, कासम, नानूराम नायक, पूर्व पार्षद भंवरलाल बावरी एवं बड़ी संख्या में अन्य अनुसूचित जाति के लोग शामिल रहे।
