डॉक्टर कलाम ने सफलता की मिसाल कायम की और लोगों को सपने देखना सिखाया- अब्दुल रहमान
डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम का जन्मदिन मनाया
मूण्डवा (रिपोर्टर लाडमोहम्मद खोखर)। मूण्डवा स्थित संस्कार बाल निकेतन में डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम का जन्मदिन मनाया गया। इस अवसर पर डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम की तस्वीर पर माल्यार्पण कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया। निदेशक अब्दुल रहमान देवड़ा ने कार्यक्रम में कहा कि 15 अक्टू्बर 1931 को तमिलनाडु के रामेश्वरम में पैदा हुए कलाम साहब का पूरा जीवन देश सेवा और मानवता को समर्पित रहा। वे बड़े वैज्ञानिक थे और बाद में देश के राष्ट्रपति बने। कलाम ने बच्चों के बीच भी अपनी एक अलग पहचान बनाईं। उन्होंने केवल सपने देखना ही नहीं, बल्कि उन्हें सच करने का रास्ता भी बताया। डा. कलाम ने कहा था, ‘सपने वो नहीं होते जो आप सोने के बाद देखते हैं, सपने वो होते हैं जो आपको सोने नहीं देते।’ सिरदार खत्री ने बताया कि डॉ. अब्दुल पाकिर जैनुलाबदीन अब्दुल कलाम का जीवन प्रेरणादायक था। वे एक ऐसी शख्सियत थे, जो अपनी हर भूमिका को भलीभांति निभा कर उसमें खरे उतरे। वे देश के राष्ट्रपति, महान विचारक, लेखक और वैज्ञानिक रहे। हर क्षेत्र में उनका योगदान रहा और मिसाइन मैन के रूप में उन्होंने दुनिया को सफलता की एक नई राह दिखाई। कार्यक्रम में अक्टूबर माह के द्वितीय सप्ताह की सर्वश्रेष्ठ कक्षा का चुनाव किया गया, जिसमें सर्वश्रेष्ठ छात्रों को पुरस्कार वितरण किया गया। कार्यक्रम में कक्षा में अनुशासन, समय की पाबदी, सेवा कार्य, द्वितीय परख, स्वच्छ व्यवस्था, पूर्ण गणवेश, नियमित उपस्थिति वाले छात्र छात्राओं को पुरस्कृत किया गया। अंत में प्रधानाध्यापक लाडमोहम्मद खोखर ने छात्र-छात्राओं का मार्गदर्शन किया। कार्यक्रम में निदेशक अब्दुल रहमान देवड़ा, प्रधानाध्यापक लाडमोहम्मद खोखर, देवेन्द्र पाराशर, कमल राव, सिरदार खत्री, मुराद खान, रुस्तम खोखर, महेंद्र पंवार, मो. सलाउद्दीन जिंदरान, प्रियंका भाटी, भारती, सोयब खान, भगवती सैन आदि मौजूद रहे।