पहली संतान पुत्री का जन्म होने पर महिला को बताया अभागिन व अपशकुनी, दहेज के लालच में घर से निकाला,
कार और 5 लाख रूपयों की मांग को लेकर अड़े लोगों ने मारपीट, प्रताड़ना, भूखे रखने आदि के बाद घर से निकाला, समझाईश करने गए पिता के साथ भी की मारपीट
जगदीश यायावर। लाडनूं (kalamkala.in)। पति-पत्नी का रिश्ता आपसी विश्वास, प्रेम और शांति-सद्भावना का होता है, जिसमें किसी प्रकार का कोई लोभ-लालच जगह नहीं बना सकता। लेकिन यहां एक अलग ही कहानी सामने आई है, जिसमें एक व्यक्ति और उसके परिजनों ने पहली संतान के रूप में पुत्र के बजाय लड़की का जन्म होने, दहेज के लिए लालच में रहने, शक करने के कारण पूरी गृहस्थी ही तहस-नहस हो गई। यह कहानी लाडनूं पुलिस थाने में दर्ज एक एफआईआर से सामने आई है। इस रिपोर्ट को पूनम (27) पत्नी सुरेन्द्र मेघवाल, पुत्री जगदीश प्रसाद मेघवाल, निवासी ग्राम झलामया डेर की ढाणी, तहसील- मकराना, हाल निवासी टोकी-चन्द्राई तहसील-लाडनूं ने पुलिस को दिया। इसमें उसने अपने पति सुरेन्द्र मेघवाल पुत्र बालूराम, श्वसुर बालुराम पुत्र मादुराम, सास बाऊ देवी पत्नी बालूराम, ननद सरोज पत्नी कैलाश पुत्री बालूराम समस्त जाति मेघवाल, निवासी ग्राम ग्राम झलामया डेर की ढाणी, तहसील मकराना को मुलजिम बनाते हुए गंभीर आरोप लगाए हैं।
पढाई के दौरान भी गलत सम्बंधों का अनुचित शक
रिपोर्ट के अनुसार पूनम की की शादी सुरेन्द्र के साथ 9 मार्च 2019 को जोधपुर में हुई थी, क्योकि तब वह अपने भाई के साथ जोधपुर में पढाई कर रही थी। जोधपुर में वे किराए के मकान में रहते थे, जहां उसकी बड़ी बहिन की भी शादी उसके साथ हुई। परिजनों ने अपनी हैसियत के अनुसार उसे उपहार की समस्त वस्तुएं, घरेलू सामान, जेवरात, नकदी, व कपड़े वगैरा शादी में दिये थे, लेकिन इस समस्त स्त्रीधन को ससुराल वालों ने अपने कब्जे में ले लिया और वापस नहीं लौटाया। उलटा उसे उलाहना देते कि वह कम दहेज लाई है। इधर पति को शक था कि वह जोधपुर में रह कर पढाई करती थी, उसकी कहीं गलत सेटिंग थी। वह इसे लेकर उसे प्रताड़ित करता था, पर श्वसुर ने कहा कि वह समझा देगा।
एक बार गर्भपात किया और दूसरी बार पुत्री के जन्म पर प्रताड़ना बढी
शादी के बाद वह (पूनम) गर्भवती हो गयी थी, तो जुलाई 2019 में उसे जबरन डरा-धमका कर गर्भनिरोधक गोलियां खिला कर उसके पेट से तीन माह का गर्भ गिरवा दिया। इस पर भी पति सुरेन्द्र के पिता ने कहा कि वह उसे समझा देगा। फिर से गर्भवती होने पर उसने 13 जून 2020 को एक पुत्री को अपने पीहर में जन्म दिया और वहीं जापा करवाया। लड़की को जन्म देने पर ससुराल वाले सभी लोगों ने उसे अभागिन और अशकुनी बताते हुए कहा कि वे पुत्र की उम्मीद में थे और लड़की जन्मी है। इसके बाद उन्होंने एक फोर व्हीलर गाड़ी और पांच लाख रूपयों की मांग की और कहा देने पर ही पूनम को ले जाएंगे। तब उसके पिता व उनके रिश्तेदारों ने ग्राम टोकी में इक्कठे होकर उसके पति व श्वसुर को बुलाकर समझाईश की। उनका कहना था कि वह सरकारी नौकरी करता है, उसकी दूसरी जगह शादी करवा देगा, नहीं तो अब चार पहिया गाड़ी और पांच लाख रूपये नगद दें। शादी में भी नहीं देकर उनकी समाज में नाक कटवा दी थी। फिर मांग पूरी करने का आश्वासन देकर उसके पिता व रिश्तेदारों ने उसे अभियुक्तों के साथ सीख के तौर पर वस्त्रादि एवं नकद राशि कुल करीब 50 हजार की देकर भेजा।
मारपीट कर कमरे में बंद रखा और खाना नहीं दिया
इसके बाद कुछ उसे ससुराल में कुछ दिन तक तो ठीक रखा गया और बाद में अपनी अनुचित मांग को लेकर उसके साथ लड़ाई-झगड़ा व मारपीट करना शुरू कर दिया। वे उसे कई दिनों तक खाना भी नहीं देते, जिससे वह और उसकी बच्ची भूखी रहती और काफी कमजोर हाकर बीमार रहने लगी। वर्ष 2021 में रक्षा बन्धन पर दिन में सास व ननद ने कपड़ों, नगद रूपयों व गाड़ी की मांग को लेकर उसके साथ मारपीट की और झूठे इल्जाम लगाकर उसे पति से गम्भीर मारपीट करवायी और जिन्दा नहीं छोड़ने की चेतावनी दी। श्वसुर ने पति को उसे छोड़ने को कहा और उसकी शादी दूसरी जगह करवाने के लिए कहा कि वह एक सरकारी नौकर का बेटा है, उसे हर कोई लड़की दे देगा। उसके लिए बहुत ही सुन्दर लड़की भी देख रखी है। फिर दो-तीन दिन तक लगातार उसे एक बंद कमरे में रखा तथा खाना भी नहीं दिया। उसके साथ मारपीट भी करते रहे।
मारपीट कर कमरे में बंद रखा और खाना नहीं दिया
इसके बाद कुछ उसे ससुराल में कुछ दिन तक तो ठीक रखा गया और बाद में अपनी अनुचित मांग को लेकर उसके साथ लड़ाई-झगड़ा व मारपीट करना शुरू कर दिया। वे उसे कई दिनों तक खाना भी नहीं देते, जिससे वह और उसकी बच्ची भूखी रहती और काफी कमजोर हाकर बीमार रहने लगी। वर्ष 2021 में रक्षा बन्धन पर दिन में सास व ननद ने कपड़ों, नगद रूपयों व गाड़ी की मांग को लेकर उसके साथ मारपीट की और झूठे इल्जाम लगाकर उसे पति से गम्भीर मारपीट करवायी और जिन्दा नहीं छोड़ने की चेतावनी दी। श्वसुर ने पति को उसे छोड़ने को कहा और उसकी शादी दूसरी जगह करवाने के लिए कहा कि वह एक सरकारी नौकर का बेटा है, उसे हर कोई लड़की दे देगा। उसके लिए बहुत ही सुन्दर लड़की भी देख रखी है। फिर दो-तीन दिन तक लगातार उसे एक बंद कमरे में रखा तथा खाना भी नहीं दिया। उसके साथ मारपीट भी करते रहे।
मोबाईल पर लगातार प्रताड़ित करने पर सिम को तोड़ कर पीछा छुड़ाया
इसके पांच दिन बाद उसे मारपीट कर सम्पूर्ण स्त्रीधन छीन कर पुत्री सहित घर से बाहर निकाल दिया। वह जैसे-तैसे कर अपने पीहर ग्राम टोकी आई और अपने पिता व परिवार वालों को पूरी आपबीती बताई। उसी दिन शाम को उसके पति सुरेन्द्र ने फोन कर धमकी दी कि तेरे बाप को पांच लाख रूपये व चार पहिया वाहन देने का बोल और तब तक वे उसे नहीं ले जाएंगे। सुरेन्द्र दिसम्बर 2021 तक लगातार उसे फोन करके गालियां देता और मानसिक रूप से जलील व प्रताडित करता रहा। वह अपनी अनुचित मांगो पर अडा रहा। अंत में परेशान होकर उसने (पूनम ने) अपने मोबाईल की सिम को ही तोड़ डाला और अपने नम्बर बदल लिए।
बातचीत करने खाली हाथ जाने पर लड़की के पिता को भी पीटा
उसके पिता ने गत 22 फरवरी को उन सबको ग्राम टोकी बुलवाया लेकिन वो नहीं आये, और अपनी अनुचित मांग अड़े रहे कि जब तक पांच लाख रूपये नगद व चार पहिया गाड़ी नहीं दोगे तब तक उसे व उसकी बच्ची को नहीं ले जायेगे। अपना स्त्रीधन और जेवरात मांगे तो अभियुक्तगण ने परिवादीया का समस्त स्त्रीधन लौटाने से साफ इन्कार कर दिया और उसे व उसकी पुत्री को ले जाने से साफ इन्कार दिया। फिर उस के पिता 23 फरवरी को झलामया गए और उनसे हाथाजोड़ी की, तो उसके पिता के साथ भी मारपीट कर उन्हें घर से निकाल दिया। वे अपनी दहेज की मांग पर ही अड़े रहे। महिला सुरक्षा एवं सलाह केन्द्र पुलिस थाना, लाडनूं में पूनम व उसके पति सुरेन्द्र की काउन्सलिंग करवायी गई, लेकिन दोनों पक्षों में कोई आपसी सहमति व राजीनामा की स्थिति नहीं बन पाई। अब मामला धारा 498ए, 406 आईपीसी के तहत दर्ज किया जाकर जांच सीआई महिराम विश्नोई स्वयं कर रहे हैं।