लाडनूं में मांस व्यापारियों के कारण दुर्गंध, रोग, आवारा पशु बढ़े, लोगों का रहना-गुजरना हुआ मुश्किल
तेलीरोड़ का मीट व्यापार मुख्य सड़क से अन्यत्र शिफ्ट करवाने की मांग, जागरूक युवा टीम ने कलेक्टर और एसडीएम को दिए ज्ञापन
लाडनूं (kalamkala.in)। स्थानीय तेली रोड पर बढते-फैलते मांस बाजार की गंदगी और दुष्प्रभावों को देख कर तेरी रोड निवासी कतिपय सजग युवाओं ने एक ‘जागरूक युवा टीम’ का गठन किया है और इन मांस व्यापारियों को तेली रोड से हटा कर अन्यत्र लगाए जाने की मुहिम छेड़ दी है। इन मुस्लिम युवाओं ने तेली रोड की इस सबसे बड़ी और ज्वलंत समस्या को लेकर जिला कलेक्टर पुखराज सैन को पत्र भेजा है और यहां गुरुवार को जन सुनवाई के दौरान ये युवा पहुंचे औश्र उपखंड अधिकारी मिथलेश कुमार को ज्ञापन देकर समस्या के समाधान की मांग की। एसडीएम ने उन्हें सुना और सम्बंधित अधिकारियों को इस सम्बन्ध में उचित कार्रवाई कर लोगों को राहत प्रदान करने के निर्देश दिए हैं।
मांस व्यापारियों के कारण लोगों के धंधे बंद हुए
ज्ञापन में बताया गया है कि तेली रोड शहर की मुख्य सड़क है, जहां बड़ी संख्या में लगातार मांस की दुकानें खोली जा रही हैं। इस सभी मांस की दुकानों को अन्यत्र शिफ्ट करवाने की मांग की गई है। ज्ञापन देने के साथ ही बताया गया है कि तेलीरोड लाडनूं के रेलवे स्टेशन और बस स्टैंड को जोड़ने वाला शहर का पुराना व प्रमुख मार्ग है। यहां पर गली नंबर 1 से 50 तक तेली, छीम्पा, सिलावट, व्यापारी, बिसायती, सब्जीफरोश, साईं, सैयद, काजी, मनिहार, निवारिया, पटवा, लोहार व चौपदार सहित विभिन्न जातियों के कामगार, हुनरमंद एवं अन्य व्यवसायों से जुड़ी हुई मुस्लिम जातियों के लोग निवास करते हैं। यहां मुख्य सड़क के किनारे स्थित दुकानों पर खुलेआम चिकन व मटन मांस की कटिंग और बिक्री का व्यापार किया जा रहा है। इनके अवशेषों को ये लोग सड़क पर खुले में फेंक देते हैं, जिससे यहां कुत्तों और अन्य आवारा जानवरों का जमावड़ा लगा रहता है और कौवे व चीलें मंडराती रहती हैं। इनके कारण राहगीरों को गुजरने में भी परेशानी होती है। चीलों, कौओं और कुत्तों के झपटने से कोई सामान तक लेखर जाना मुश्किल हो गया है।यह मार्ग दिन भर और देर रात तक बहता रहता है। आसपास की सघन बस्तियों के कारण यहां वैसे भी भारी भीड़ रहती है। यह मार्ग आवश्यकता के अनुरूप चौड़ा नहीं होने और संकड़ा मार्ग होने से यहां दिनभर जाम की स्थिति बनी रहती है।
दुर्गंध से हुए लोग परेशान, बीमारियों का खतरा
ज्ञापन में बताया कि साफ-सफाई के अभाव में यहां मांस के सड़े हुए अवशेषों से भारी दुर्गंध फैल जाती है और लोगों का गुजरना-जीना हराम हो जाता है। साथ ही बीमारियों का खतरा भी बना हुआ है। इस मीट व्यवसाय के चलते यहां निवास करने वाले डेढ़ दर्जन मुस्लिम जातियों के हजारों लोगों का तेली रोड पर चलने वाले अन्य व्यवसाय ठप्प हो गए हैं। हालात ऐसे हो गए हैं कि लोगों को अब यहां से धंधा बंद करना पड़ रहा है और व्यापार के लिए या नौकरी के लिए मजबूरन विदेश या बाहर का रुख करना पड़़ रहा है। इस स्थिति लोगों ने सड़क किनारे लगी सभी मीट व चिकन की दुकानों को मुख्य रोड से हटा कर आस-पास की गलियों के अंदर लगवाने या अन्यत्र किसी स्थान पर शिफ्ट करवा कर राहत प्रदान करने की मांग की है। इस ज्ञापन को देने वालों में जागरूक युवा टीम के सदस्यों मोहम्मद असलम, अयूब, फजलु, अब्दुल, सोनू, मंगतूदीन, उस्मान, राजू आदि मौजूद रहे और एसडीएम से पुरजोर शब्दों में मांस बाजार हटाने की मांग की।