लाडनूं में किसानों ने उठाई मुआवजे, बीमा क्लेम और पेयजल- विद्युत सम्बंधी विभिन्न समस्याएं,
एसडीएम ने समस्याओं के निस्तारण का दिया भरोसा, 7 दिनों में मुआवजा देने का कहा
जगदीश यायावर। लाडनूं (kalamkala.in)। संयुक्त किसान मोर्चे का प्रतिनिधि मंडल उपखंड कार्यालय पर उपखंड अधिकारी से मिला और 12 जून को किसानों द्वारा दिये गये बीमा क्लेम और मुआवजा पर चर्चा की गई, जो सकारत्मक रही। उपखंड अधिकारी ने इन प्रतिनिधियों को भरोसा दिलाया कि 7 दिनों में किसानों को मुआवजा जारी कर दिया जायेगा। उपखंड कार्यालय पर उपखंड स्तर की जन सुनवाई में बिजली और नहरी पानी आदि समस्यों पर भी उपखंड अधिकारी से वार्ता हुई व ज्ञापन और परिवाद उनको दिए गए। एसडीएम ने सभी अधिकारियों को निर्देश देकर जनसमस्याओं को समय पर समाधान के लिए कहा है। संयुक्त किसान मोर्चा के सचिव दुर्गाराम खीचड़ ने इस बारे में पूरी रिपोर्ट विस्तार से ‘कलम कला’ को उपलबध करवाई है।
फसल खराबे का बीमा क्लेम व मुआवजा दिया जाए
किसानों द्वारा दिए गए ज्ञापन में बताया गया है कि रबी-2022-23 की फसल शीतलहर, पाले व ओलावृष्टि में 90 प्रतिशत तक नष्ट हो गई थी। उसका बीमा क्लेम व मुआवजा आज तक नहीं मिला है। खरीफ 2023 की फसल पहले कम बारिश से और बाद में अतिवृष्टि से मूंग, मोठ, बाजरा व नरमा (कपास) की फसल नष्ट हो गई, जिसका मुआवजा व बीमा क्लेम नहीं मिला। किसानों ने खेतों से निकल रही हाईटेंशन विद्युत लाईनों के लिए उन्हें मुआवजा दिए जाने के बाद ही पिलर के लिए खड्डे खोदे जाएं व फाउंडेशन भरे जाएं। बिजली कटौती बंद की जाए एवं बिजली के सभी ढीले तारों को कसवाया जाए। यह ज्ञापन देने वालों में अखिल भारतीय किसान सभा के अध्यक्ष भंवरलाल सारण व अन्य किसान शामिल थें
हाई वोल्टेज विद्युत लाईन को लेकर मुआवजा की मांग
दूसरा ज्ञापन भड़ला सीकर जा रही 765 किलोवाट वोल्टेज की लाईन पर पिलर वाले किसान खसरे में दस लाख रुपये मुआवजा, पिलर का किराया और जिन खसरों से लाईन जा रही है उनको लाईन का मुआवजा और ज्यादा वोल्टेज केन्सर जैसे रोग बढ़ेंगे। उनका बीमा कवर और जनहानि पर मुआवजा दिया जाये। किसान के खसरों में उसकी अनुमति लेकर ही पिलर बनाये। ठेकेदार और कर्मचारियों द्वारा किसानों को धमकाया नहीं जावे, अन्यथा संयुक्त किसान मोर्चा कभी भी इस बर्बर कदम और दमन को सहन नहीं करेगा। उपखंड अधिकारी ने इस ज्ञापन पर जिलाधीश से बात कर समस्या का समाधान के लिये बात कही। किसानों ने इस दौरान ग्राम निम्बी जोधां और दुजार क्षेत्र के खनन एरिया का भी बचाव करने का प्रावधान किया जाने की मांग भी रखी।
हाईटेंशन लाईन को लेकर किसानों की यह रही मांगें
अखिल भारतीय संयुक्त किसान मोर्चा की तरफ से दिए गए इस ज्ञापन में बताया गया कि भड़ला-सीकर 765 किलोवाट की ट्रांसमिशन लाईन की फेज 3, फेज 1 व फेज 2 जा रही हैं। इन लाईनों का मुआवजा 10 लाख रूपए प्रति पिलर रखा गया है। यह 36 तारों की लाईन है। लाईन के तारों का मुआवजा अलग से दिया जाना चाहिए, जिन खेतों में पिलर नहीं लगाए गए है, लेकिन तार खेत के ऊपर से जा रहे हैं, उनको दिया जाना चाहिए। हरियाणा, पंजाब व उत्तर प्रदेश में ऐसा किया गया है, उसी तरह से यहां भी मुआवजा दिया जाना चाहिए। जिन किसानों के खेतोें में पिलर आता है, उन किसानों से पहले इसके लिए अनुमति ली जानी चाहिए तथा उन्हें पूरे सर्वे की प्रति कार्यालय द्वारा दी जानी चाहिए। ठेकेदार या उसके आदमी इस समय खेतों में पिलर भरे जा रहे हैं।
निम्बी जोधां व दुजार सरहद पर खनन क्षेत्र है, जो पूरी तरह से इन हाईटेंशन लाईटों की चपेट में आ रहा है। पिलर 30/2011, 20/2020 और 21/2021 के बीच में यह स्वीकृत किया गया है। पुराना सर्वे इन खदानों के दक्षिण तरफ से था। नया सर्वे किया जाकर इन तीनों खदानों के बीच से पिलर स्वीकृत किए गए हैं। इससे इन तीनों खदानों के खाल-मालिकों एवं मजूदरों पर प्रभाव पड़ा है। यह पूरा क्षेत्र सनरी स्टोन का भंडार है और लाडनूं व डीडवाना-कुचामन जिले की राजस्व आय का स्रोत है। इस पर ध्यान देते हुए यह लाईन पुराने सर्वे से ही निकाली जानी चाहिए।
जिन खेतों व खानों से पिलर निकाले जा रहे हैं, उनका किराया व बीमा मोबाईल टावर लगाने की तरह से सुनिश्चित किया जाए। क्योंकि परमाणु संयंत्रों पर काम करने वाले बिजली कर्मचारी लगभग कैंसर से ग्रसित होते हैं। इसलिए जनहानि के लिए मुआवजे का प्रावधान हैं।
चक गोरेड़ी में पेयजल समस्या हल हो
ग्राम पंचायत मंगलपुरा के गांव चक गोरेड़ी में पिछले डेढ साल से नहरी मीठा पानी नहीं आ रहा है। यहां ग्रो गोरेड़ी में बनी टंकी से पाईप लाईन आती है, जिसमेें जगह-जगह लीकेज हैं, जिससे पानी नहीं पहुंच पाता है। यहां 20 माह पहले घर-घर जल कनेक्शन योजना के तहत उपभोक्ताओं से एक-एक हजार रूपए की रसीद काट कर पाईप लाईन बिढाई गई थी, लेकिन आज तक पानी नहीं आया। नहरी पानी की सप्लाई यहां तत्काल करवाई जानी चाहिए। इसमें चक गोरेड़ी गांव के मांगीलाल, जगदीष, मोहनाराम, रामनारायण बेरा, अणदाराम आदि ग्रामीण उपस्थित रहे।
बिजली के ढीले तार कसवाने की मांग
किसानों ने मंगलपुरा ग्राम पंचायत के चक गोरेड़ी गांव में बिजली के झूलते ढीले तारों को ठीक करवाने की मांग भी की है। इसमें किसान मोहनाराम पुत्र रामूराम बेरा ने बताया कि उसके खेत खसरा नं. 33 चक गोरेड़ी में से गुजर रहे 11 हजार वोल्ट की विद्युत लाईन के तार ढीले हो गए हैं और उनकी जमीन से ऊंचाई मात्र 8 फीट ही रह गई है। इस कारण कभी भी हादसा होना संभव है। यह लाईन निम्बी जोधां जीएसएस से पंवार फार्म फीडर से जुड़ी हुई है। इसे शीघ्र ठीक करवाया जाना चाहिए।
मीठा नहरी पानी वितरण सुचारू करने की मांग रखी
किसान मोर्चा ने ग्राम टोकी चन्द्राई से पूनियों की ढाणी व सारणों की ढाणी निम्बी रोड व चन्द्राई में पुरानी पाईप लाईन लगी हुई है, उसकी जगह नई पाईप लाईन डलवाई जानी चाहिए। यहां पुरानी लाईन से ही ढाणियों में कनेक्शन कर दिया गया है। पुरानी पाईप लाईन जगह-जगह से टूटी हुई है। ठेकेदार को नई पाईप लाईन डाले जाने के लिए पाबंद किया जाए तथा पुरानी लाईन को काम में लेने के लिए दंडित किया जाना चाहिए। किसानों ने यह भी बताया है कि मणूं, टोकी व चन्द्राई की ढाणियों में कनेक्श नही नहीं किए गए हैं। इस प्रकार मीठे नहरी पानी का वितरण सुचारू रूप से सबको उपलब्ध करवाया जाना आवश्यक है। इस ज्ञापन को देने वालों में अखिल भारतीय किसान सभा के अध्यक्ष भंवरलाल सारण, मेहरामा राम ढाका, भंवरलाल भारी, लिछमण पूनिया, रामकुंवार पूनियां, मुनीराम मेघवाल, दिनेश सारण आदि शामिल थे।
ये किसान हुए वार्ता में शामिल
प्रतिनिधि मण्डल में अखिल भारतीय किसान सभा राज्य कमेटी सदस्य मदन लाल बेरा, संयुक्त किसान मोर्चा के सचिव दुर्गा राम खीचड़, किसान सभा के अध्यक्ष भंवरलाल सारण, पंचायत समिति सदस्य रामनिवास पटेल जगदीश पोटलिया, कामरेड लादूराम मेघवाल, रामचंद्र नेहरा और अन्य किसान शामिल थे।