लाडनूं की कवयित्री प्रेम बैगवानी को ‘नारीरत्न सम्मान’ से नवाजा
साहित्य सृजन में महिलाओं की भूमिका महत्वपूर्ण- तिवाड़ी
जगदीश यायावर। लाडनूं (kalamkala.in)। कॅरिअर मन्त्र संस्थान द्वारा आयोजित नारी रत्न सम्मान समारोह में मुख्य अतिथि राहुल सांकृत्यायन पुरस्कार से सम्मानित वरिष्ठ साहित्यकार रामकुमार तिवाड़ी ने कहा है कि साहित्य की विधा में महिलाएं कभी भी पीछे नहीं रहीं। नारी भावनाओं की कोमल होती है और इसी कारण वे साहित्य रचना और साहित्य सेवा में अग्रणी रह सकती है। साहित्य की ऐसी कोई विद्या नहीं है, जिसमें महिलाओं ने अपना शौर्य नहीं दिखाया हो। कवयित्री प्रेम बेगवानी प्रमुख साहित्यकार है। उनके साहित्य में नारी मन की चेतना और नारी मन की क्रांति झलकती है।बेगवानी के साहित्य की भाषा बहुत सरल है और इनका साहित्य सहज सुलभ है। कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि समाजसेवी बसंत नाहटा ने साहित्य में नारी के चित्रण को प्रस्तुत किया और समाज सेवा के क्षेत्र में कॅरिअर मंत्र संस्थान द्वारा महिला उत्थान के लिए चलाई जा रही विभिन्न गतिविधियों की सराहना की। संस्थान की सचिव सुनीता वर्मा ने बालिका शिक्षा को लेकर चलाए जा रहे विभिन्न प्रकल्पों के बारे में जानकारी देते हुए कंप्यूटर एजुकेशन के लिए जारी मुहिम के बारे में बताया। अखिल भारतीय तेरापंथ महिला मंडल की उपाध्यक्ष विजयलक्ष्मी भूरा, वरिष्ठ समाज सेविका शोभा दूगड़ आदि ने विचार व्यक्त किए। कार्यक्रम में राजश्री भूतोडिया, तेरापंथ महिला मंडल की मंत्री राज कोचर, पूर्व मंत्री नीता नाहर, गायत्री सोनी, सुनीता बैद, सुषमा बाफना, अनीता यादव, हेमा मोदी, वीणा नाहटा, चंदा कोचर, पार्षद रेणु कोचर, मंजू बैद, पूजा भूतोडिया, दीपा बैद,अंजू बैद आदि तथा आसपास के क्षेत्र से काफी संख्या में महिलाएं उपस्थित थी। कार्यक्रम का संचालन शंकर आकाश ने किया।