शिक्षा के साथ जीवन विज्ञान को जोड़ा जाना विद्यार्थियों को उन्नत बनाएंगे- डा. भाटी,
मंगलपुरा में मनाया अणुव्रत उद्बबोधन सप्ताह के समापन पर जीवन विज्ञान दिवस
लाडनूं ()। स्थानीय अणुव्रत समिति के तत्वावधान में चलाए जा रहे अणुव्रत उद्बोधन सप्ताह का समापन जीवन विज्ञान दिवस के रूप में मनाया गया। इस अवसर पर मंगलपुरा के राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय में आयोजित कार्यक्रम में जीवन विज्ञान के प्रशिक्षक हनुमान शर्मा ने विद्यार्थियों को प्रेक्षाध्यान व प्राणायाम के छोटे-छोटे प्रयोग करवाए। बच्चों ने जागरूकता पूर्वक उन सकबको समझा और उनका अभ्यास किया। समिति के संगठन मंत्री नवीन नाहटा ने विद्यार्थियों को अणुव्रत-संकल्प ग्रहण करवाए। सदस्य राजू पगारिया ने इन संकल्पना का पालन करने की प्रेरणा विद्यार्थियों को दी।
शिक्षा के साथ संस्कार व मन की शांति आवश्यक
कार्यक्रम में मुख्य वक्ता अणुव्रत लेखक मंच के राष्ट्रीय संयोजक डॉ. वीरेंद्र भाटी मंगल ने बच्चों के लिए शिक्षा के साथ जीवन विज्ञान को जोड़े जाने की आवश्यकता प्रतिपादित की और उन्हें आगे बढ़ने की प्रेरणा देते हुए उन्होंने बताया कि जीवन विज्ञान अणुव्रत का प्रायोगिक स्वरूप है और यह विद्यार्थियों के व्यक्तित्व विकास व जीवन परिवर्तन में सार्थक सिद्ध हो रहा है। कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए अणुव्रत समिति के संरक्षक शांतिलाल बैद ने कहा कि शिक्षा के साथ संस्कार व मन की शांति भी बहुत आवश्यक है। इसके लिए प्रेक्षाध्यान व जीवन विज्ञान कारगर सिद्ध हुए हैं और ये हमारे जीवन को नई दिशा देते हैं। विद्यालय के प्रिंसिपल जयपाल शर्मा ने अंत में आभार ज्ञापित किया। कार्यक्रम का संचालन अणुव्रत समिति की कार्यकर्ता पार्षद रेणु कोचर ने किया। उन्होंने गुरुदेव तुलसी द्वारा प्रदत्त अणुव्रत की आचार संहिता को जीवन में अपनाने की आवश्यकता भी बताई। कार्यक्रम में अध्यापकगण एवं विद्यार्थी उपस्थित रहे।