भारतीय दर्शन दिवस पर राष्ट्रीय संगोष्ठी का आयोजन 24 जुलाई को, दार्शनिक साधनों से स्थाई शांति के प्रयासों पर होगा विचार
भारतीय दर्शन दिवस पर राष्ट्रीय संगोष्ठी का आयोजन 24 जुलाई को,
दार्शनिक साधनों से स्थाई शांति के प्रयासों पर होगा विचार
लाडनूं। जैन विश्वभारती संस्थान भारतीय दर्शन दिवस मनाने जा रहा है। संस्थान के अहिंसा एवं शांति विभाग के तत्वावधान में इंडियन कौंसिल आफ फिलाॅसोफिकल रिसर्च (आईसीपीआर) के सहयोग से भारतीय दर्शन दिवस के अवसर पर 24 जुलाई सोमवार को 11 बजे आचार्य महाप्रज्ञ आॅडिटोरियम में एक राष्ट्रीय संगोष्ठी का आयोजन किया जाएगा। संयोजन समिति की सचिव डा. लिपि दूगड़ ने बताया कि ‘स्थायी शांति के लिए दार्शनिक साधनों की तलाश’ विषय पर आयोज्य इस राष्ट्रीय संगोष्ठी के मुख्य अतिथि इंडियन कौंसिल आॅफ फिलोसोफिकल रिसर्च (आईसीपीआर) के पूर्व सचिव एवं सुखाड़िया विश्वविद्यालय के दर्शन विभाग के विभागाध्यक्ष प्रो. एसआर व्यास होंगे। मुख्य वक्ता राजीव गांधी राष्ट्रीय युवा विकास संस्थान (आरजीएनवाईडी) चंडीगढ के लोक प्रशासन विभाग के विभागाध्यक्ष प्रो. इन्द्रजीत सिंह सोढी होंगे। संगोष्ठी की अध्यक्षता जैविभा विश्वविद्यालयके कुलपति प्रो. बीआर दूगड़ करेंगे। राष्ट्रीय संगोष्ठी के आयोजन को लेकर एक समिति का गठन किया गया है, जिसमें प्रो. समणी सत्यप्रज्ञा, प्रो. समणी रोहिणी प्रज्ञा, डा. रविन्द्र सिंह राठौड़, डा. बलवीर सिंह एवं सचिव के रूप में डा. लिपि जेन रहेंगी।