जो शक्तिशाली होगा वही देश आगे बढ़ेगा- संजय कुमार सोनी,
संघ शताब्दी वर्ष में पंच प्रण से समाज परिवर्तन का आह्वान
लाडनूं में बस्ती-बस्ती से निकले पथ-संचलन, शस्त्र-पूजन किया
लाडनूं (kalamkala.in)। विजयादशमी पर्व को लेकर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की ओर से शहर में पथ-संचलन और शस्त्र-पूजन कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में मुख्य वक्ता विभाग सह कार्यवाह संजय कुमार सोनी ने स्वयंसेवकों को संबोधित करते हुए कहा कि विजयादशमी असत्य पर सत्य की जीत का प्रतीक है, मां दुर्गा ने इसी दिन महिषासुर का मर्दन किया था और पांडवों ने अज्ञातवास एवं वनवास पूर्ण करने के पश्चात शमी के वृक्ष से अपने शस्त्र उतारकर उनका पूजन किया था। महाराणा प्रताप ने दिवेर के युद्ध में बहलोल खान को घोड़े सहित एक ही बार मे चीर डाला था। शिवाजी महाराज इसी दिन राज्य की सीमाओं का विस्तार करते थे, इसलिए इसे सीमोल्लंघन के नाम से भी जाना जाता है। उन्होंने इजराइल का उदाहरण देते हुए कहा कि जो देश शक्ति-सम्पन्न होगा, वही राष्ट्र आगे बढ़ पायेगा। उन्होंने कहा कि इस बार संघ का शताब्दी वर्ष प्रारम्भ हो रहा है, इसलिए सब स्वयंसेवकों को संघ के कार्य-विस्तार में अपनी-अपनी भूमिका निभानी है। संघ शताब्दी वर्ष के अवसर पर पंच प्रण (सामाजिक समरसता, कुटुंब प्रबोधन, स्वदेशी, नागरिक कर्तव्य, पर्यावरण) विषयों के माध्यम से समाज परिवर्तन करने का उन्होंने स्वयंसेवकों को आह्वान किया।
शस्त्र-पूजन किया व स्वयंसेवकों ने किया शारीरिक प्रदर्शन
लाडनूं नगर का यह विजयादशमी उत्सव एवं शस्त्र पूजन कार्यक्रम विजयादशमी की पूर्व संध्या पर आदर्श विद्या मंदिर में सम्पन्न हुआ। कार्यक्रम में मुख्य वक्ता सह विभाग कार्यवाह संजय कुमार सोनी एवं खंड संघचालक बजरंग लाल यादव मंचस्थ रहे। इन्होंने विधिवत् शस्त्र-पूजन किया। इस अवसर पर स्वयंसेवकों ने दंड के प्रयोग, योग-व्यायाम एवं सूर्य नमस्कार आदि का शारीरिक प्रदर्शन किया।
शहर की विभिन्न बस्तियों से निकले पथ संचलन, लोगों ने किया स्वागत
विजयादशमी उत्सव एवं शस्त्र पूजन कार्यक्रम से पहले नगर की बस्तियों से पथ संचलन निकले। पथ संचलन भारत माता एवं दयानन्द बस्ती का शीतला माता चौक, श्रीराम बस्ती का श्री भुंवाल माता मंदिर एवं विवेकानंद, शिवाजी, महाराणा बस्ती का सेवक चौक से प्रारम्भ होकर आदर्श विद्या मंदिर पहुंचे। पथ संचलन का स्वागत हिन्दू समाज के लोगों ने ने अपने घरों एवं प्रतिष्ठान के सामने रंगोली बनाकर एवं स्वयंसेवकों पर पुष्प-वर्षा करके स्वागत किया।