ड्रामा एंड आर्ट एजुकेशन के तहत मेहंदी प्रतियोगिता का आयोजन
लाडनूं (kalam kala.in)। जैन विश्वभारती संस्थान के शििक्षा विभाग में ड्ररामा एंड आर्ट इन एजुकेशन के अंतर्गत बीएड में अध्ययनरत छात्राध्यापिकाओं द्वारा मेहंदी प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। मेहंदी प्रतियोगिता यहां समय-समय पर कौशल के विकास सम्बंधी विभिन्न कार्यक्रमों की गतिविधियों की श्रृंखला में आयोजित की गई। मेहंदी प्रतियोगिता के अन्तर्गत 54 छात्राध्यापिकाओं ने भाग लिया। इस अवसर पर शिक्षा विभाग के विभागाध्यक्ष प्रो. बीएल जैन ने कहा कि यहां होने वाली सभी प्रतियोगिताएं छात्राध्यापिकाओं के सर्वंगीण विकास के उद्देश्य से आयोजित की जाती है। उन्होंने कहा कि मेहंदी भारतीय संस्कृति का अभिन्न अंग है और देश भर में इसे एक उत्सव के रूप में भी मनाया जाता है। मेहंदी बनाना और मांडणा दोनों विधाएं कलास्वरूप हैं। इनके माध्यम से छात्राध्यापिकाओं में अनेक प्रकार के कौशलों का विकास संभव होता है। मेहंदी लगाना आयुर्वेदिक रूप से कई रोगों के लिए उपचारात्मक उपाय भी माना गया है। मेहंदी से समायोजन, धैर्य, शारीरिक संतुलन स्थापित होता है। कार्यक्रम प्रभारी डा. सरोज राय ने सभी छात्राध्यापिकाओं का मेहंदी के खिले रंगों का महत्त्व बताया तथा कहा कि जिस प्रकार से मेहँदी का खिला रंग हमारे जीवन में एक आकर्षकता का रूप लेकर आते हैं, उसी प्रकार हम सभी को अपने जीवन में अनुशासन की भावना भी विकसित होती है। उन्होंने मेहंदी में कई औषधीय गुणों का समावेश होना और उपयोगिता बताई। उन्होंने सम्पूर्ण शिक्षा प्रणाली में कौशल आधारित शिक्षा की व्यवस्था को जरूरी बताया तथा कहा कि नई शिक्षा नीति में भी इस विशेष बल दिया गया है। इस अवसर पर इस अवसर पर डॉ. अमिता जैन, डॉ. आभा सिंह, प्रमोद ओला आदि संकाय सदस्यों के अलावा संस्थान की महिला संकाय सदस्य भी उपस्थित रहे।