लाडनूं: सड़क हादसे में शहीद हुए सेना के जवान को सशस्त्र सलामी के साथ दी अंतिम विदाई,
छुट्टी पर आया था आर्मी का जवान वापस ड्यूटी पर जाते हुए हुआ शहीद, हाईवे पर गाड़ी के सामने पशु आ जाने से बेकाबू होकर गाड़ी खड्डे में गिरी
लाडनूं (kalamkala.in)। अपनी सैन्य ड्यूटी पर जा रहे सेना के जवान के सड़क हादसे में शहीद हो जाने पर यहां कसूम्बी गांव में कमांडेंट सौरभ थापा ने शहीद की पार्थिव देह पर पुष्प चक्र अर्पित किया और तत्पश्चात् सैन्य सम्मान और सशस्त्र सलामी के साथ उन्हें अंतिम विदाई दी गई। इस अवसर पर पुलिस उप अधीक्षक विक्की नागपाल और प्रशासनिक अधिकारियों तथा परिजनों व ग्रामवासियों के अलावा बड़ी संख्या में प्रमुख लोग और समाजसेवी उपस्थित रहे और नम आंखों से शहीद को विदा किया। हादसे में मृतक जवान पृथ्वीराज आर्मी की 11 गार्ड बटालियन जोधपुर में तैनात था। वह हाल ही में कुछ दिन पूर्व ही छुट्टी लेकर अपने गांव आया था। वह वापस अपनी ड्यूटी के लिए जोधपुर जा रहा था। क्षेत्र के जसवंतगढ़ थानांतर्गत तंवरा ग्राम के पास कार के सामने पशु आ जाने से पलट जाने से लांस नायक पृथ्वीराज मेघवाल पुत्र गोविंदराम की मौत हो गई थी। हादसे की खबर मिलते ही जसवंतगढ़ के थानाधिकारी जोगेंद्र सिंह एवं हेडकांस्टेबल भारमल विश्नोई मय जाब्ता मौके पर पहुंच गए। मृतक सैन्यकर्मी के शव को सुजानगढ के राजकीय चिकित्सालय स्थित मोर्चरी में पहुंचाया गया, जहां शव का पोस्टमार्टम किया गया। उसकी बटालियन के सेना के अधिकारी सैन्य वाहन के साथ सूचना मिलते ही सुजानगढ़ के सरकारी अस्पताल पहुंच गए।
परिजनों ने यह लिखा अपनी रिपोर्ट में
इस सम्बन्ध में मृतक जवान के भाई पुखराज (22) पुत्र गोविन्द राम मेघवाल निवासी कसूम्बी अलीपुर ने जसवंतगढ पुलिस को एक रिपोर्ट दी है। रिपोर्ट में उसने लिखा है कि उसका बड़ा भाई पृथ्वीराज (28), जो कसूम्बी से 9 जनवरी की शाम लगभग 5 बजे घर से जोधपुर आर्मी में ड्यूरी पर वाहन महिन्द्रा से निकला था। स्टेट हाईवे 20ए पर टोल नाका एंट्री से लगभग 2 किमी पहले उसके वाहन के सामने अचानक मवेशी आ जाने से उसका वाहन अनियंत्रित होकर गड्ढे में गिर गया, जिससे उसके भाई पृथ्वीराज को गम्भीर चोटें आई व गाड़ी क्षतिग्रस्त हो गई। दुर्घटना में आई गम्भीर चोटों की वजह से उसके भाई की मृत्यु हो गई। सूचना मिलने पर वे परिवार सहित घटनास्थल पर पहुंचे। वे घायल पृथ्वीराज को लेकर राजकीय चिकित्सालय सुजानगढ गए, जहां डाक्टरों ने पृथ्वीराज को मृत घोषित कर दिया। उसका भाई आर्मी में था, जो वर्तमान में जोधपुर में कार्यरत था। घर से ड्यूटी पर जाने के दौरान दुर्घटना गस्त होने से उसकी मृत्यु हो गई।