बिना किसी दवा के इलाज की विधियां प्राचीन काल से ही प्रचलन में रहीं- डा. सोमानी,
निम्बीजोधां में लगे 15 दिवसीय योग एवं एक्यूप्रेशर चिकित्सा शिविर का समापन, विशेषज्ञ चिकित्सक डा. ललित सोमानी का किया सम्मान
लाडनूं (Kalamkala.in )। उपखंड के ग्राम निम्बी जोधां में एक पखवाड़े से चल रहे योग एवं एक्यूप्रेशर चिकित्सा शिविर के समापन पर योग व एक्यूप्रेशर विशेषज्ञ डा. ललित कुमार सोमानी का भव्य स्वागत किया गया। कार्यक्रम में डा. सोमानी ने प्राचीन यौगिक चिकित्सा का महत्व बताया और शिविर कुछ जानकारी देते हुए कहा कि भूतड़ा परिवार द्वारा संचालित इस नि:शुल्क योग एवं एक्यूप्रेशर चिकित्सा शिविर में सैकड़ों लोग लाभान्वित हुए। इनमें कमरदर्द, घुटनों एवं जोड़ों के दर्द, माहवारी की समस्याओं, सिरदर्द, आंधाशीशी जैसी जटिल रोगों से ग्रसित भी शामिल थे। डा. सोमानी ने बताया कि प्रकृति में ऐसी विधियां मौजूद हैं और भारत में बहुत प्राचीन काल से वे प्रचलन में रही हैं, जिनमें किसी दवा की आवश्यकता नहीं रहती। सभी बीमारियों का इलाज प्राकृतिक तरीकों से संभव है।
दुनिया में फिर फहराया योग और आयुर्वेद का परचम
महर्षि वाल्मीकि जयंती पर आयोजित इस समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में समाजसेवी हरिराम खीचड़ व भामाशाह श्रवण कुमार सारड़ा मौजूद रहे। समारोह की अध्यक्षता करते हुए स्काउट एवं गाइड प्रभारी जगदीश प्रसाद घिंटाला ने कहा कि दुनिया में फिर से योग एवं आयुर्वेद का प्रचलन जोर-शोर से हो रहा है। यह भारत की प्राचीन विधाओं की ससम्मान वापसी है। पूरी दुनिया उन्हें स्वीकार करने लगी है। इनका जनक भारत देश है और यह भारत की जीत है। कार्यक्रम में कई प्रमुख लोग मौजूद रहे।