ट्रेन में लावारिश मिली दो बालिकाओं को उनके माता-पिता से मिलवाया,
उमंग अभियान के तहत पुलिस की सराहनीय कार्रवाई
कुचामन सिटी (kalamkala.in)। पुलिस थाना कुचामन की टीम ने शानदार कार्रवाई करते हुए ऑपरेशन उमंग-III के तहत ट्रेन के डिब्बे में लावारिश मिली दो बालिकाओं को उनके माता-पिता को सुपुर्द किया गया है। अतिरिक्त महानिदेशक पुलिस, (सिविल राईट्स एवं एएचटी) राजस्थान जयपुर द्वारा चलाये जा रहे विशेष अभियान उमंग-III के तहत यह कार्रवाई की गई। जिला पुलिस अधीक्षक राजेन्द्र कुमार मीणा (आई.पी.एस.) के निर्देशन में अति. पुलिस अधीक्षक ताराचन्द (आर.पी.एस.) कुचामन व वृताधिकारी अरविन्द विश्नोई के निकटतम सुपरविजन में थानाधिकारी कुचामन सिटी सुरेश कुमार के नेतृत्व में अति. महानिदेशक पुलिस, (सिविल राईट्स एवं एएचटी) राज. जयपुर द्वारा चलाये जा रहे विशेष अभियान उमंग ॥ के तहत कार्रवाई करते हुये घर से गुम हुई दो बालिकाओं को उनके माता-पिता को सुपुर्द किया गया। 13 जून को पुलिस थाना कुचामनसिटी पर टेलीफोन से सूचना मिली कि बाड़मेर जाने वाली ट्रेन में दो बालिकाएं लावारिश बैठी हुई है। इस पर रेलवे स्टेशन पहुंचकर रेल कर्मियों की सहायता से बालिकाओं से साक्षात्कार किया गया, तो उन्होंने बताया कि वे जयपुर ट्रान्सपोर्ट नगर की रहने वाली हैं। 13 जून को वे घूमते-घूमते घर से निकलकर ट्रेन में बैठ गई थी। श्रीमती सुशीला चौहान (सम्पर्क संस्थान, एनजीओ) भी मौके पर आई, उन्होंने भी बालिकाओं से साक्षात्कार किया। बालिकाओं के माता-पिता से सम्पर्क कर उन्हें बुलाया गया। बालिकाओं के पिता मोहमद साबिर व माता अफसाना खातून वहां आये, जिनको उनकी खोई हुई बच्चियों से मिलवा कर व माता-पिता को सुपुर्द कर दिया गया। इस कार्रवाई में लगी पुलिस टीम में उप निरीक्षक रामलाल, एचसी नरेश कुमार, एचसी राजेन्द्र प्रसाद, कां. सुनिल कुमार, रामनिवास, श्रीमती गिरवर कंवर शामिल रही।
बालश्रम, बंधुआ मजदूरी व मानव देहव्यापार के उन्मूलन के लिए विशेष अभियान उमंग-3 पूरे राज्य में चलाया जा रहा है।