आंगनबाड़ी की महिलाओं को करवाया उनके अधिकारों व कानूनों से अवगत,
लाडनूं के महिला सुरक्षा एवं सलाह केन्द्र की ओर से आंगनबाड़ी केन्द्र की विजिट
लाडनूं (kalamkala.in)। महिला सुरक्षा एवं सलाह केन्द्र के तत्वावधान में आयोजित किए जा रहे 100 दिवसीय जागरूकता कार्यक्रम के तहत यहां वार्ड सं. 21 में स्थित आंगनबाड़ी केन्द्र में भ्रमण किया गया। इस 100 दिवसीय कार्यक्रम के माध्यम से शिक्षा, स्वास्थ्य, आजीविका और सामाजिक सुरक्षा जैसे क्षेत्रों में महिला सशक्तिकरण को बढ़ावा देने की अपनी प्रतिबद्धता की पुष्टि की जा रही है। महिला सुरक्षा एवं सलाह केन्द्र लाडनूं की की विधिक-परामर्शक कृष्णा पटेल द्वारा इस अवसर पर महिलाओं के अधिकारों की रक्षा के लिए बनाए गए विभिन्न अधिनियमों और कल्याणकारी योजनाओं की विस्तृत जानकारी दी गई। उन्होंने महिलाओं का मार्गदर्शन करते हुए बताया कि घरेलू हिंसा से पीड़ित महिलाएं अपने निकटतम आंगनवाड़ी केंद्र में संबंधित संरक्षण अधिकारी के पास अपनी शिकायत दर्ज करवा सकती हैं। उन्होंने पहली जुलाई से देश भर में लागू भारतीय न्याय संहिता के बारे में भी जागरुक किया तथा कार्यस्थल पर महिलाओं के यौन उत्पीड़न (निवारण, प्रतिषेध एवं प्रतितोष) अधिनियम 2013 के विभिन्न प्रावधानों से अवगत करवाया।
बाल विवाह रोकथाम और बालिकाओं से संबंधित अन्य योजनाओं की जानकारी दी
सामाजिक परामर्शदाता श्वेता सांखला ने अपनी इस विजिट में बताया कि इस राष्ट्रव्यापी 100 दिवसीय जागरूकता कार्यक्रम में महिलाओं से जुड़े विभिन्न मुद्दों पर महिलाओं के बीच पहुंच कर उनमें जागृति पैदा करना है। अभियान के तहत देश भर में शिक्षा के लिए कन्याओं के नामांकन का अभियान चलाना और शैक्षिक सत्रों का आयोजन करते हुए महिला सशक्तीकरण पर जागरूकता और पहुंच को बढ़ाया जा रहा है। सांखला ने मिशन शक्ति योजना के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि भारत सरकार द्वारा प्रारम्भ मिशन शक्ति योजना महिला सुरक्षा, संरक्षण और महिला सशक्तिकरण के लिए एक अम्ब्रेला योजना है। मिशन शक्ति का उद्देश्य महिलाओं और बालिकाओं को अल्प और दीर्घकालिक सेवाओं के माध्यम से देखभाल, सुरक्षा और विकास प्रदान करना है। उन्होंने बेटी बचाओ बेटी पढाओ के बारे में भी जानकारी दी। बाल विवाह रोकथाम और बालिकाओं से संबंधित अन्य योजनाओं के बारे में भी विस्तार से जानकारी दी। इस अवसर पर आंगनबाड़ी कार्यकर्ता दुर्गा देवी एवं अन्य महिलायें और बालिकाएं मौजूद रहे।
यह है कार्यक्रम व योजना
गौरतलब है कि महिलाओं की सुरक्षा, संरक्षण और सशक्तिकरण के लिए आरंभ की गई इस वृहद एवं समावेशी योजना ‘100 दिवसीय जागरूकता कार्यक्रम’ के तहत प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना, प्रधानमंत्री आवास योजना, स्वच्छ भारत मिशन, पोषण अभियान, दीन दयाल अंत्योदय योजना-राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन (डीएवाई-एनआरएलएम) जैसी विभिन्न योजनाओं के प्रभावी कार्यान्वयन के माध्यम से महिलाओं को सशक्त बनाने के महत्व पर कार्य करने और राष्ट्रीय परिकल्पना के अनुरूप महिला-नेतृत्व वाले विकास को आगे बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई जा रही है।