लाडनूं की यास्मीन सोलंकी ने एमबीबीएस करके किया सिलावट समाज का नाम रोशन,
महिला चिकित्सक बन कर लाडनूं लौटने पर सिलावट समाज के लोगों ने किया भव्य स्वागत
अबू बकर बल्खी। लाडनूं (kalamkala.in)। स्थानीय सिलावट समाज से पहली बार एक युवती मेडिकल साइंस में चिकित्सक बनी है। डा. यास्मीन सोलंकी के एमबीबीएस डिग्री हासिल कर लाडनूं लौटने पर उनके निवास पर उनका भावभीना स्वागत किया गया। समाज के लोगों ने डॉ. यास्मीन का साफा व माला पहनाकर स्वागत-अभिनन्दन किया गया। यास्मीन ने मेहबूब नगर तेलंगाना स्थित राजकीय मेडिकल कॉलेज से एमबीबीएस की परीक्षा 76 प्रतिशत अंको से उत्तीर्ण की है। यास्मीन ने अपनी इस सफलता का श्रेय अपने पिता मास्टर अब्दुल सलाम, अपनी माता व अपने अध्यापकों को दिया है। यास्मीन को लाडनूं मेड़तियान सिलावट समाज की पहली महिला चिकित्सक बनने का गौरव प्राप्त है। लाडनूं आगमन पर समाज के अध्यक्ष जान मोहम्मद बल्खी व पदाधिकारियों ने उनका साफा व माला पहनाकर अभिनंन्दन किया। इस अवसर पर चीफ शहर काजी सैयद मोहम्मद मदनी अशरफी ने कहा कि तालीमी मैदान में आगे बढ़ने पर स्वागत व इस्तकबाल की यह शानदार पहल है। इससे मुस्लिम समाज की अन्य महिलाओं को आला तालीम हासिल करने का जज्बा पैदा होगा। मेड़तियान सिलावट समाज के अध्यक्ष ज्यान मोहम्मद बल्खी ने कहा कि यास्मीन समाज का गौरव है, जो उच्च शिक्षा व सेवा कार्य से समाज की अन्य महिलाओं के लिए मार्गदर्शन का कार्य करेगी। इस अवसर पर समाज के गणमान्य जन उपस्थित रहे।