कलम कला स्पेशल स्टोरी
लाडनूं की राजनीति में किस बदलाव का संकेत है यह सब
क्या कालूराम गैनाणा भाजपा में शामिल होने जा रहे हैं
लाडनूं (कलम कला संवाददाता)। विधानसभा चुनावों की नजदीकी को देखते हुए क्षेत्र की राजनीति एक बार फिर फिरकी की तरह घूमती नजर आने लगी है। क्षेत्र में जातीय समीकरण हों या व्यक्तिगत धुरी वाले, सभी समीकरण बदल रहे हैं। दूसरी तरफ विधानसभा चुनाव लड़ने वाले नेताओं की संख्या में भी निरन्तर बढोतरी हो रही है। हाल ही में इस क्षेत्र के दलित नेता कहे जाने वाले कालूराम गैनाणा को लेकर क्षेत्र में चर्चाएं तेज हुई हैं।
अपने दिल्ली प्रवास के दौरान गैनाणा भारतीय जनता पार्टी के जिलाध्यक्ष गजेन्द्र सिंह ओड़ींट के साथ विभिन्न नेताओं से मिलते नजर आए। भाजपा के केन्द्रीय नेताओं से उनका जिलाध्यक्ष के साथ मिलना लाडनूं विधानसभा क्षेत्र में क्या गुल खिलाने वाला है, यह तो समय ही बताएगा। लेकिन क्षेत्र की राजनीति करवट बदलने लगी है, इतना तो पकका हो चला है। इस क्षेत्र से भाजपा के अनुसूचित जाति के नेता एडवोकेट ईश्वर मेघवाल सांवराद ने इस बारे में अपनी वाल पर इस प्रकार से लिखा है-
‘‘नागौर जिले की राजनैतिक तिकड़म बाजी के माहिर, राजनैतिक कलाकर, लाडनूं विधानसभा कोंग्रेस की जीत के अहम किरदार कालूराम गेनाना साहेब…
दिल्ली प्रवास के दौरान आंध्रप्रदेश केडर के सीनीयर आईएएस अधिकारी श्री हिरालाल जी समरिया साहब (मुख्य सूचना आयुक्त भारत सरकार, नई दिल्ली) से आत्मीयता मुलाकात। श्री समरिया साहब राजस्थान के भरतपुर पहाड़ी के निवासी हैं, भारत सरकार में सचिव, श्रम और रोजगार मंत्रालय जैसे महत्वपूर्ण पदों पर अपनी सेवाएं दे चुके है, श्री हिरालाल समरिया साहब के सुपुत्र श्री पियूष समरिया साहब वर्तमान में नागौर जिला कलेक्टर के पद पर पदस्थ हैं। भारत सरकार में आप इतने बड़े पद को सुशोभित कर रहे हैं। यह हम सब के लिए प्रेरणादायक व गर्व की बात है….। साथ में नागौर भाजपा जिलाध्यक्ष श्री गजेन्द्र सिंह ओडिंट मौजूद…….।’’
इन्होंने जिला कलेक्टर पीयूष सामरिया के पिता हीरालाल सामरिया से मिलने की बात को लिखते हुए भाजपा जिलाध्यक्ष का साथ होने और कालूराम गेनाणा को राजनीतिक कलाकार व तिकड़मबाजी के माहिर लिखना भी किसी छुपे हुए तथ्य की ओर संकेत कर रहा है।
अपने दिल्ली दौरे व प्रवास के समय केन्द्रीय मंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत, हीरालाल सामरियां समेत अन्य नेताओं से इन दोनों नेताओं की मुलाकातें कुछ गहरे राजनीतिक समीकरणों की ओर इशारा कर रहे हैं। गैनाणा अब तक कांग्रेस के साथ थे और विधायक मुकेश भाकर के खास थे। इनकी माता को पंचायत समिति लाडनूं की प्रधान भी बनाया गया है। मुकेश भाकर कालूराम गैनाणा को साध कर क्षेत्र के दलित वोटों को साधना चाहते हैं।
परन्तु बताया जाता है कि पिछले कुछ समय से गैनाणा व भाकर में आपसी सम्बंध पहले की तरह प्रगाढ नहीं रहे। ऐसे में उनका भाजपा जिलाध्यक्ष के साथ दिखाई देना और वो भी दिल्ली में प्रवास करना व नेताओं से भेंटें करना कुछ और ही गुल खिलाने के संकेत लग रहे हैं। ज्ञातव्य रहे कि भाजपा जिलाध्यक्ष गजेन्द्र सिंह ओड़ींट आगामी विधानसभा चुनाव में भाजपा उम्मीदवार के रूप में अपनी किस्मत आजमाना चाहते है
और इस दिशा में उनके साथ ईश्वर मेघवाल, ओमप्रकाश गांधी और अन्य दलित नेता ही नहीं बल्कि गैनाणा जैसे तिकड़मबाज भी जुड़ चुके हैं। ऐसे में कयास है कि भावी राजनीतिक परिदृश्य बदलने वाला है।