खामियाद हत्या प्रकरण में तीन दिन बाद धरनार्थियों व पुलिस-प्रशासन के बीच समझौता हुआ, शव का पोस्टमार्टम किया, धरना उठाया,
मांगों को पूरा करने के लिए दिया 21 दिनों का अल्टीमेटम, फिर दिया जाएगा एसडीओ के सामने धरना
जगदीश यायावर। लाडनूं (kalamkala.in)। खामियाद के अपहरण और हत्या के चार दिनों बाद अस्पताल परिसर में धरने पर बैठे परिजनों, ग्रामीणों व सामाजिक संगठनों द्वारा धरने के तीसरे दिन कहीं जाकर पुलिस व प्रशासन के साथ वार्ता के बाद समझौते होकर धरना हटाया गया और मृतक के शव का पोस्टमार्टम किया जा सका। सूर्यास्त हो जाने से शव का अंतिम संस्कार गुरूवार को किया जा सकेगा। समझौते में दर्ज मुकदमे में शीघ्र गिरफ्तारी, उचित मुआवजा व सरकारी सहायता, मृतक की पुत्री को नौकरी, आवासीय भूमि का स्वामित्व देने आदि पर सहमति बनी। धरनार्थियों ने पुलिस व प्रशासन को 21 दिनों का समय देते हुए धरना समाप्त किया। साथ ही चेतावनी दी कि अगर प्रशासन उनकी सातों मांगों पर खरा नही उतरता हैं और पुलिस हत्या के मुख्य आरोपियों को गिरफ्तार नही कर पाती है, तो 21 दिन बाद उपखंड कार्यालय के सामने वापिस धरना दिया जायेगा।
इस प्रकार बनी परस्पर हमति
इस सम्बंध में उपखंड अधिकारी सुप्रिया कालेर, तहसीलदार सुरेन्द्र भास्कर, पुलिस उप अधीक्षक राजेन्द्र बुरड़क, थानाधिकारी मुकेश कुमार वर्मा और मृतक के परिजनों व सामाजिक कार्यकर्ताओं मंजीतपाल सिंह सांवराद, हरिराम मेहरड़ा, नंदकिशोर स्वामी आदि के बीच समझौता वार्ता हुई। समझौते में तय किया गया कि प्रकरण की जांच और आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए जिला पुलिस अधीक्षक द्वारा टीम का गठन किया गया है, जो शीघ्र ही मामले का खुलासा करेगी। उपखंड अधिकारी सुप्रिया ने बताया कि उन्होंने सर्व समाज की ओर से प्राप्त ज्ञापन को जिला कलक्टर को भिजवाया जाकर प्रेमाराम बावरी हत्याकाण्ड में पीड़ित परिवार की आर्थिक स्थिति को ध्यान में रखते हुए आर्थिक सहायता दिलाये जाने की आवश्यकता बताई गई है। एसडीएम ने सात सूत्री मांग पत्र की एक-एक मांग पर प्रशासन द्वारा की जाने वाली कार्यवाही से अवगत करवाया।
इस प्रकार की गई ज्ञापन की मांगें पूरी
एसडीएम सुप्रिया कालेर ने बताया कि हत्या की एफआईआर दर्ज की जा चुकी है। थानाधिकारी ने पांच लोगों को डिटेन किया है, उनसे पूछताछ चल रही है, शीघ्र ही गिरफ्तारी हो सकेगी। मृतक की पुत्री को नगर पालिका में कंप्यूटर आपरेटर पद पर नियुक्ति दी जाएगी, इसके लिए आवश्यक है कि कोर्स करके वह क्वालिफाइड हो, आवासीय भूमि का पट्टा जारी किए जाने के बारे में मकान की जमीन अगोर की होने के कारण आबादी विस्तार प्रस्ताव कलेक्टर को भेजे जाने, विधिक सेवा प्राधिकरण से सहायता के लिए पोस्टमार्टम रिपोर्ट के साथ आवेदन भिजवाए जाने तथा मृतक की पत्नी को पेंशन, बच्चों को पालनहार योजना का लाभ और सरकार से उचित मुआवजे का प्रस्ताव भेजा जा रहा है।
गिरफ्तारी के लिए विशेष पुलिस दल का गठन
इधर एसपी ने एक आदेश जारी कर लाडनूं के प्रकरण संख्या 56 दिनांक 19.02.2024 अन्तर्गत धारा 302 भादस की गंभीरता को ध्यान में रखते हुए प्रकरण में फरार चल रहे, वांछित आरोपियों की दस्तयाबी के लिये अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक कुचामन सिटी श्यामलाल (आरपीएस) के सुपरविजन व वृताधिकारी राजेन्द्र बुरडक (आरपीएस) लाडनूं के नेतृत्व में एक टीम जाकर प्रकरण में मुल्जिमान पतारसी कर शीघ्र दस्तयाब करने व टीम द्वारा की गई कार्यवाही की प्रगति रिपोर्ट भिजवाने के निर्देश दिए हैं। इस टीम में लाडनूं थानाधिकारी मुकेश कुमार वर्मा (पुलिस निरीक्षक), हेड कांस्टेबल गजेन्द्र सिंह, कांस्टेबल रामचन्द्र, सुरेन्द्र सिंह, केशाराम, कमलेश, रवि बारूपाल, साईबर सैल के हेड कांस्टेबल प्रेमप्रकाश, कांस्टेबल ताराचंद व पुलिस नियंत्रण कक्ष के आत्माराम को शामिल किया गया है।