लाडनूं में अणुव्रत गीत का 30 हजार संगान किया गया,
अणुव्रत समिति ने पूरे शहर में जगाई नैतिकता की अलख
जगदीश यायावर। लाडनूं (kalam Kala.in)। यहां अणुव्रत समिति के तत्वावधान में विभिन्न स्थानों पर अणुव्रत महासंगान का आयोजन किया गया। समाज में नैतिक जागरण के लिए पिछले महीने भर से तैयारियां की जा रही थी। अणुव्रत आंदोलन के गौरवशाली 75 वर्ष के उपलक्ष पर अणुव्रत विश्व भारती सोसायटी द्वारा अणुव्रत के अमृत महोत्सव पर अणुव्रत गीत महासांगान का लाडनूं को 11 हजार का लक्ष्य दिया गया था। लाडनूं अणुव्रत समिति ने अपनी लगन व मेहनत से इसे 30 हजार तक पहुंचाया। अणुविभा द्वारा निर्देशित आचार्य तुलसी के गीत ‘संयममय जीवन हो…’ की प्रेरणाओं को जन जन ने गान करके अपने भीतर उतारने का संकल्प लिया। इस अवसर पर नगरपालिका लाडनूं में भी अणुव्रत महासंगान का आयोजन किया गया। वहां पार्षद सुमित्रा आर्य, रेणु कोचर, यशपाल आर्य, मुरलीधर सोनी, बाबूलाल नागपुरिया, बच्छराज प्रजापत, कंचन नागपुरिया, ओमसिंह मोहिल आदि के साथ पालिका कर्मी संजय बारासा, रविन्द्र सिंह, नन्दकिशोर, भंवरसिंह, वेदप्रकाश आदि भी सम्मिलित हुए। जैन विश्वभारती विश्वविद्यालय में भी कुलपति बच्छराज दूगड़ की अध्यक्षता में अणुव्रत महासंगान किया गया। सुखदेव आश्रम जैन मंदिर, चौथी पट्टी आदि में भी अणुव्रत संगान किया गया।
पुण्यात्माओं का मिला आशीर्वाद
अणुव्रत समिति के कार्यक्रम में शांति लाल बैद और नवीन नाहटा ने पारमार्थिक शिक्षण संस्थान की बहनों के गायन और शासनश्री कल्पलता के आशीर्वचनों से कार्यक्रम शुरू किया गया। प्रारम्भ में मुनिश्री रणजीत कुमार का मंगल पाठ और भिक्षु विहार में मंगल गीत हुआ। दूसरी पट्टी स्थित आचार्य तुलसी के जन्मस्थल भवन पर अणुव्रत परिवार द्वारा इस नैतिक गीत का शंखनाद किया गया। भैया बगीची के हनुमान मंदिर व दूसरी पट्टी के शनि मंदिर से प्रभात वेला में लाउडस्पीकर द्वारा अणुव्रत गीत का गान प्रसारित किया गया। लाडनूं की प्रभात फेरी संकीर्तन मंडली ने राहु गेट के श्री हनुमान मंदिर से अपनी जागरण रैली में भी गीत का संगान किया गया। अणुव्रत गीत के लिए यह महत्वपूर्ण अवसर था, जब चारों तरफ उसी की धूम थी और एक रिकार्ड बनाने की ललक थी।
नैतिकता के शपथ पत्र भरे
ऋषभ द्वार के प्रांगण में मुख्य कार्यक्रम साध्वीश्री लक्ष्य प्रभा और समणी श्री मनुप्रज्ञा के सान्निध्य में समाज की विभिन्न संस्थाओं के प्रतिनिधियों व वरिष्ठ समाजसेवियों, मातृशक्ति और श्रावक-श्राविकाओ के मध्य विचार, गीत, संबोधन एवं स्वागत-सम्मान के साथ यहां साध्वीश्री एवं श्रमणी स्वर्ण प्रज्ञा व नव्य प्रज्ञा के मंगल पाठ के बाद सभी ने सामुहिक रूप से एक स्वर व एक लय में अणुव्रत संगान का पाठ किया तथा नैतिकता का शपथ पत्र भी सभी ने भरा।
रंग लाई संयोजिका रेणु कोचर की मेहनत
लाडनूं अणुव्रत महासंगान की संयोजिका रेणु कोचर सह संयोजक नवीन नाहटा, अध्यक्ष शुभकरण बैद, मंत्री अब्दुल हमीद मोयल, शांतिलाल बैद, सम्पत मोदी, राजेन्द्र खटेड़, राजेश बोहरा, विनीत बोथरा, आलोक कोठारी, सपना भंसाली, चन्दा कोचर, प्रेम बैद, संगीता नाहर, राजू पगारिया, कंचन चोरड़िया, अनीता चोरड़िया आदि पूरी टीम ने मिलकर लाडनूं, निम्बी जोधां, जसवंतगढ़ एवं निकटतम सभी स्कूलों, कालेजों, सभी सस्थाओं आदि को अणुव्रत गीत का संगान करने के लिए प्रेरित किया। इसी से 11 हजार के लक्ष्य की तुलना में तीन गुना अधिक 30 हजार तक संगान सम्पन्न किया जा सका।