लाडनूं में बड़ी गैंग सक्रिय होने का अंदेशा, अवैध गंभीर गतिविधियां आई सामने-
बंधक बना कर एक व्यक्ति के बैंक खाते से किया 9.58 लाख का अवैध ट्रांजेक्शन, पिस्तौल दिखा कर लूटा, मारपीट की और उसके बैंक एकाउंट का किया इस्तेमाल,
लाडनूं में बायपास पर तिरपालों की दुकानों के पास शराब ठेके के पीछे दो दिनों तक चली दहशत की कार्रगुजारियां
लाडनूं (kalamkala.in)। लाडनूं के बायपास रोड पर एक प्लॉट में एक व्यक्ति को पिस्तौल दिखा कर रुपए, एटीएम और मोबाइल छीन लेने और लगातार दो दिनों तक बंधक बना कर पिस्तौल के डर से उसके घर से बैंक पासबुक आदि ले ली और फिर उसके बैंक खाते से जबरन लाखों का लेन-देन किया। इस सम्बंध में लाडनूं पुलिस थाने में मामला दर्ज है और उसकी जांच पुलिस उप अधीक्षक विक्की नागपाल कर रहे हैं।
पिस्तौल दिखा कर दी जान से मारने की धमकी
इस मामले की रिपोर्ट स्थानीय पुलिस को बीदासर तहसील के बालेरा निवासी तोलाराम नायक पुत्र पेमाराम जाति नायक ने दर्ज करवाई है। रिपोर्ट में बताया गया है कि वह और उसके ही गांव का शेराराम जाट दोनों 23 सितम्बर को सुजानगढ़ में बायपास रोड पर स्थित विकास माली के प्लॉट पर आए हुए थे। तब लाडनूं के एक पप्पू नाम बताने वाले व्यक्ति ने उसे सुबह 8 बजे फोन किया और लाडनूं में बायपास रोड पर तिरपालों की दुकानों के एरिया में आने का बोला। उसने कहा कि उन्हें लेबर का काम करवाना है। इस पर वह अपनी मोटर साइकिल लेकर शेराराम के साथ लाडनूं बायपास रोड पर बताई जगह पहुंच गया। वहां एक नोहरा था, जिसमें टेणों के मकान बने हुये थे। वहां उन दोनों से थोडी देर काम करवाया गया। फिर वहां पर 8-10 लड़के इकट्ठे हो गये। वहां एक स्कोर्पियों गाड़ी व एक थार गाड़ी में कुछ लोग आये और उन्होंने उन दोनों को एक कमरे में ले जाकर सिर पर पिस्तौल तान दी और डराया कि अब उन्हें वही करना है जो वे उन्हें बताएंगे, नहीं तो जान से मार देंगे।
पांच हजार रुपए, एटीएम कार्ड और मोबाइल छीने
उन्होंने उसका एटीएम अपने कब्जे में ले लिया तथा उन्होंने उसके खाते के नम्बर किसी को भेजे। दिन में करीब दो-ढाई बजे उन्होंने उसे स्कोर्पियो गाड़ी में बैठाया, जिसमें वो पांच लड़के भी थे। उनकी उम्र करीब 35 से 40 वर्ष थी, वो उसे पिस्तोल दिखाकर लाडनूं में बंद कर दिया। उनमें से पांच आदमियों ने उनकी तलाशी ली। उसके पास 5 हजार रूपये थे, जिन्हें छीन लिया और मोबाईल भी उन्होंने अपने कब्जे में ले लिया।
दो दिन व रात रखा लाडनूं के कमरे में बंद
उन लोगों ने उससे अपने बैंक खाता के नम्बर मांगे और मना करने पर उनमें से दो लड़के उसे लेकर उसके गांव में घर ले गये और डराकर उसके घर से उसकी बैंक बुक व बैंक डायरी ले ली। बैंक की ये बुक्स उसकी बी.आर.के.जी.बी. शाखा गोपालपुरा के थे। इसके बाद वे उसे वापिस लाडनूं ले आये। उसे वे लोग गोपालपुरा व सुजानगढ़ दोनों बैंकों में भी लेकर गये थे। सुजानगढ़ में उनको कहा गया कि सिर्फ एक लाख ही दे सकते हैं, तब उसे गोपालपुरा ले गये। 23 सितम्बर की रात्रि में उसे व शेराराम दोनों को उन्होंने लाडनूं में कमरे में ही बंद रखा। 24 सितम्बर को उन्होंने किसी से उसके खाते में रूपये डलवाये थे वो रूपये बैंक से वापस निकलवाने पर ही उन्होंने उसे व शेराराम को शाम को जाकर छोड़ा।
बैंक में 9.58 लाख जमा करवाए और वापस निकलवा कर लें लिए
प्रार्थी तोलाराम की रिपोर्ट के अनुसार उन लोगों ने लगातार दो दिनों तक उन दोनों (तोलाराम व शेराराम) के मोबाईल आपने पास ही रखे थे तथा उसके खाते में करीब 9 लाख 58 हजार 514 रूपये किसी को धमकी देकर डलवाये और उन्होंने ही उससे जबरन बैंक से वापिस निकलवा कर ले लिए। इस बीच उन्होंने उसे जातिसूचक गालियां भी निकाली थी। वह दो दिन बीमार रहा। इससे रिपोर्ट देने में देरी हो गई और फिर भयभीत भी था। उनके डर से भी वह थाने नहीं आ सका। रिपोर्ट में उसने मामले की जांच कर उससे छीने गए 5 हजार रुपए वापस दिलवाने की मांग भी की है। पुलिस ने इस रिपोर्ट पर मामला जुर्म धारा 318(4), 140 (3), 303(2), 127(2), 189 (2) बीएनएस, 3 (1)(r) 3(1) (s) 3(2) (va) SC/ST एक्ट के तहत दर्ज किया है। मामले की जांच पुलिस उप अधीक्षक विक्की नागपाल आरपीएस कर रहे हैं।
इनका कहना है-
मेरे मोबाइल में फोन-पे एप डाउनलोड करके भी किया लेन-देन और फिर सबको डिलीट किया, मोबाइल तोड़ा
इस मामले में मेरे और शेराराम दोनों के बयान पुलिस ने ले लिए। हम दोनों के साथ मुलजिमों ने बहुत मारपीट की थी। मुझे तो उठा कर पटका, जिससे अब भी मेरी कमर में दर्द है। पुलिस ने हमारा मेडिकल चैकअप नहीं करवाया। उन लोगों ने हमें इतना डराया-धमकाया कि अभी तक हमारी घबराहट नहीं मिट पाई है। उन मुलजिमों ने मेरे बैंक खाते में किसी से पैसे जमा करवाए और मेरे मोबाइल में फोन-पे एप डाउनलोड करके उससे लेन-देन किया। बैंक ने एक बार में सिर्फ दो लाख ही दिए, तो दो दिनों में पैसे निकलवा कर ले लिए। पूरे पैसे लेने के बाद मेरे फ़ोन से फोन-पे एप और सभी मैसेज उन्होंने डिलीट कर दिए। उसके बाद मेरे मोबाइल को भी तोड़ कर क्षतिग्रस्त कर दिया, जो कभी तक सही नहीं हुआ है। यह कोई बहुत बड़ी गैंग है। मुझे फोन करके बुलाने वाले पप्पू ने लाडनूं में तिरपालों की दुकानों के पास शराब के ठेके के पीछे की दुकानों व जमीन पर काम करवाया और वहां बने टीनशैड के कमरों में मुझे रखा। मैं किसी भी मुलजिम को पहले से नहीं जानता। अब सबकी शक्ल पहचान सकता हूं। जिसके पास पिस्तौल थी, वह पतला सा और लम्बा व्यक्ति था, उसे भी देख कर वापस पहचान सकता हूं। वे आपस बातचीत में राहुल, मनीष, पप्पू आदि नाम ले रहे थे, लेकिन नाम अदल-बदल कर ले रहे थे। मैं शक्ल देख कर उन सबको वापस पहचान सकता हूं।
– तोलाराम नायक (पीड़ित), निवासी बालेरा, तहसील बीदासर जिला चूरू।
मामले में अनुसंधान जारी है
इस मामले में अनुसंधान चल रहा है। अभी तक कोई गिरफ्तारी नहीं हुई है। शीघ्र ही पता लगा लिया जाएगा।
– विक्की नागपाल, पुलिस उप अधीक्षक, लाडनूं।
