पारदर्शी, सहभागी, जन-कल्याण केन्द्रित और जवाबदेह प्रशासन बनाएं- एसडीएम मिथलेश कुमार,
भारत रत्न वाजपेयी की नीतियों के अनुकरण की आवश्यकता बताते हुए सुशासन दिवस मनाया, पचायत समिति में उपखण्ड स्तरीय कार्यक्रम तथा नगर पालिका व ग्राम पंचायतों में भी हुए आयोजन
लाडनूं (kalamkala.in)। पूर्व प्रधानमंत्री भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी के जन्म शताब्दी दिवस के अवसर पर बुधवार को यहां विभिन्न प्रशासनिक कार्यालयों और भाजपा कार्यालय में सुशासन दिवस के रूप में कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। यहां पंचायत समिति सभागार हॉल, नगर पालिका सभागार एवं सभी ग्राम पंचायतों में सुशासन दिवस मनाया गया। उपखण्ड अधिकारी मिथलेश कुमार व विकास अधिकारी कुमुद सोलंकी ने वाजपेयी के चित्र के समक्ष दीप प्रज्वलित कर उन्हें पुष्प अर्पित किए। नगर पालिका में ईओ झाबर सिंह, विभिन्न पार्षदों एवं पालिका कर्मियों ने भी स्व. अटल बिहारी वाजपेयी के चित्र पर पुष्पार्पित करके श्रद्धांजलि दी गई एवं उनके जीवन, शासन पद्धति व दृष्टिकोण, जनसेवा नीति पर प्रकाश डाला जाकर उनके पदचिन्हों पर चलने व अनुकरण करने की आवश्यकता प्रतिपादित की गई।
लोगों का जीवन स्तर सुधारने के लिए शपथ ली
कार्यक्रम में उपखण्ड अधिकारी मिथलेश कुमार ने अधिकारियों एवं कर्मचारियों को प्रदेश में सुशासन के उच्चतम मापदंडों को स्थापित करने के लिए, शासन को अधिक पारदर्शी, सहभागी, जन-कल्याण केन्द्रित और जवाबदेह बनाने के लिए हरसंभव प्रयास करने एवं प्रदेश के नागरिकों के जीवन स्तर में सुधार लाने के लक्ष्य को पाने के लिए सदैव तत्पर रहने की शपथ दिलायी। इस अवसर पर अटल बिहारी वाजपेई पर विचार-गोष्ठी और उनकी कविताओं का पठन भी किया गया। प्रारंभ में उपखंड अधिकारी ने ‘गीत नया गाता हूं…’ कविता के पठन के साथ कार्यक्रम का आगाज करते हुए पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के जीवन और उनके योगदान पर प्रकाश डाला। उन्होंने वाजपेयी के उल्लेखनीय कार्यों और उनकी दूरदर्शी नीतियों की सराहना करते हुए कहा कि वाजपेयी जी ने देश को एक नई दिशा देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। उन्होंने उनकी ओजस्वी वाणी, सुदृढ़ नेतृत्व और जनसेवा के प्रति समर्पण को युवा पीढ़ी के लिए प्रेरणा बताया। विकास अधिकारी ने कविता पाठ करते हुए कहा कि वाजपेयी के आदर्श और सिद्धांत हमें प्रेरित करते हैं। उनके द्वारा स्थापित सुशासन की परम्पराएं आज भी प्रासंगिक हैं। हम सभी को उन्हें अपने जीवन में आत्मसात करना चाहिए।
