दो सालों से अनेक ऑपरेशनों से गुजरने के बावजूद नहीं चल पाए, उनके फ्रेक्चर का इलिजारोव तकनीक से ऑपरेशन कर अगले दिन ही सफलतापूर्वक चलाया,
लाडनूं के घोड़ावत होस्पिटल में पैर में फ्रेक्चर के तीन मरीजों का हुआ सफल इलाज
लाडनूं (kalamkala.in)। अनेक जगह इलाज और ऑपरेशन के बावजूद भी चलने-फिरने में असमर्थ होकर निराश हुए तीन मरीजों को स्थानीय एम.एन. घोड़ावत होस्पिटल एंड रिसर्च सेंटर में इलिजारोव तकनीक से ऑपरेशन करके एक दिन बाद ही तीनों शख्सों को अपने दोनों पांवों पर खड़े होकर सफलता पूर्वक चलने में सक्षम कर दिया गया। मिली जानकारी के अनुसार 31 वर्षीय प्रेमाराम निवासी इंयारा गांव के दाहिने पैर की हड्डी में जनवरी 2023 में फ्रेक्चर हुआ था। वह दो साल तक जयपुर और सीकर में कई ऑपरेशन करवा चुका था, लेकिन फिर भी दो साल से चल पाने में समर्थ नहीं हो पाया। इसी प्रकार मयाला गांव के 50 वर्षीय भादर राम के पैर में भी अक्टूबर 2023 फ्रेक्चर हुआ था और उसके बाद उसके भी कई ऑपरेशन हो चुके पर वो भी गत 14 महीने से चल नहीं पाया था। तीसरा केस कितासर गांव के 47 वर्षीय लिछमण राम का है, जिसका अगस्त 2024 में एक्सीडेंट हुआ और बीकानेर में उसका ऑपरेशन हुआ, लेकिन हड्डी नहीं जुड़ पा रही थी और वो पिछले 5 महीनों से चलने में सक्षम नहीं हो पाया था। इन तीनों का इलाज यहां इलिजारोव टेक्नीक (ilizarov technique) से सर्जरी द्वारा हाल ही में 28 दिसम्बर को एम.एन. घोड़ावत होस्पिटल में हड्डी रोग विशेषज्ञ डॉ. श्रेयांस घोड़ावत द्गवारा किया गया। यह विशेष सफलता रही कि इन तीनों ही पीड़ितों ने आपरेशन के अगले ही दिन अपने दोनों पांवों पर पूरा वजन देकर चलना शुरू कर दिया।
