लाडनूं में पावर ग्रिड की हाईटेंशन लाइन के टॉवर पर चढ़ किसान ने प्रशासन को ललकारा, सारे प्रशासन ने टावर को घेरा,
लगातार सात घंटों तक चली जद्दोजहद के बाद किसान दुर्गाराम को नीचे उतारा, डटा रहा पुलिस व प्रशासन का लवाजमा
लाडनूं (kalamkala.in)। लाडनूं के ग्रामीण क्षेत्रों दुजार से निम्बी जोधां में किसानों के खेत-खलिहानों और खनन क्षेत्रों से होकर लगाई जा रही 765 केवीए पावर ग्रिड लाइन के टॉवरों की जमीन आदि के मुआवजे को लेकर काफी समय से संघर्षरत किसानों की उचित सुनवाई नहीं होने व मुआवजे का भुगतान नहीं होने के चलते यहां मंगलवार को यहां एक किसान एक खेत में लगाए गए अनधिकृत विद्युत-टावर के ऊपर चढ़ गया। टावर पर चढ कर अधरझूल में अटके अखिल भारतीय किसान सभा के पूर्व तहसील अध्यक्ष दुर्गाराम खीचड़ (निम्बी जोधां) को पुलिस व प्रशासन के भरसक प्रयासों के बाद करीब 7 घंटों से नीचे उतारा जा सका। इस किसान दुर्गाराम खीचड़ ने बताया कि पॉवर ग्रिड कम्पनी के तहत स्कीपर इंडिया लिमिटेड द्वारा दुजार क्षेत्र के खेतों में मनमाने ढंग से बिजली के पोल लगवाए जा रहे हैं। इनके विरोध में किसानों ने बार-बार धरना-प्रदर्शन किए और पावर ग्रिड की लाइन का प्लान प्रोफाइल चेंज करने व किसानों को उचित मुआवजा देने की कई बार गुहार लगाई, मगर प्रशासन द्वारा कोई सकारात्मक जवाब नहीं दिया गया। इससे परेशान व रुष्ट सभी किसान बड़े संघर्ष के मूड में आ गए थे। मंगलवार को इस संघर्ष में अचानक नया मोड़ आ गया, जब दुर्गाराम खीचड़ ने टावर पर चढ कर पूरे प्रशासन को हिला दिया।
पूरा प्रशासन पहुंचा और स्थिति को संभाला
इस बारे में सूचना मिलने पर प्रशासन के हाथ-पांव एकबारगी फूल गए। एसडीएम मिथलेश कुमार, तहसीलदार अनिरुद्ध पांडे, सीओ विक्की नागपाल, नायब तहसीलदार मोहम्मद असलम, सीकर विद्युत निगम के डीजीएम अशोक कुमार, निम्बी जोधां पुलिस थाने के थानाधिकारी हरिकृष्ण तंवर, लाडनूं थाने से एएसआई पर्वत सिंह आदि मय जाप्ता मौके पर पहुंच गए। नगर पालिका के प्रशासनिक अधिकारी संजय बारासा, नंदकिशोर चौधरी, अमित ठोलिया, जमादार महेंद्र, ओमप्रकाश आदि अपनी पूरी टीम और दमकल सहित वहां टावर के नीचे पहुंच गए। नगर पालिका ने टावर के नीचे जाल लगाया। जाल बांधने का पूरा सिस्टम नहीं होने के कारण विभिन्न वाहन खड़े करके उनसे बांधा और कर्मचारी उसे पकड़ कर चारों तरफ खड़े हो गए।
एकत्र हुए किसान और किसान नेता, मौके पर अड़े
इधर संयुक्त किसान मोर्चा के नेता पन्नाराम भामू, किसान सभा के जिलाध्यक्ष भागीरथ नेतड़, उपाध्यक्ष भागीरथ यादव, जगदीश पोटलिया
रुपाराम गोरा, एडवोकेट विकास ठोलिया, मदनलाल बेरा आदि मौके पर आ गए और खेतों में से निकाली जा रही पावर ग्रिड लाईन के हाईटेंशन टावर का मुआवजा देने पर अड़ गए। उन्होंने बताया कि अधिकारियों के समक्ष खेतों में पावर ग्रिड की लाइन का प्लान प्रोफाइल चेंज करने के इस मामले में किसान प्रशासन से कई बार गुजारिश कर चुका, लेकिन प्रशासन द्वारा कोई सकरात्मक जवाब नहीं दिया जा रहा था। टावर पर चढ़ने का समाचार पाकर मौके पर बड़ी संख्या में अन्य किसान भी एकत्र हो गए। किसानों ने कंपनी पर सरकार से मिलीभगत कर किसानों का हक खाने का भी आरोप लगाया। उन्होंने बताया कि कंपनी रात को भी मजदूरों से काम करवा रही है। इन सबकी प्रशासन के साथ मिलीभगत है। उन्होंने बताया कि पिछले एक हफ्ता से कई मीटिंगें हो चुकी, उसके बावजूद प्रशासन द्वारा किसानों को ही दबाया जा रहा है और उल्टा कंपनी को सहयोग किया जा रहा है। इससे परेशान होकर ही किसान दुर्गाराम खीचड़ ने यह निर्णय लिया। वह पिछले चार महीना से परेशान था, उनकी लीज की जमीन पर पत्थर खनन का कार्य प्रभावित हो रहा हैं। किसानों ने मौके पर ही की खेत में टावर लगाने से पहले उनका पूरा मुआवजा दिए जाने की मांग की।
सात घंटों से उतारा, पर मेडिकल चैकअप तक नहीं
करीब 7 घंटों की मशक्कत के बाद कहीं परस्पर समझौता हुआ और किसान दुर्गाराम को नीचे उतरा गया। मौके पर टॉवर के नीचे प्रशासन द्वारा जाल लगवाया गया। दुजार के भंगलाव बालाजी-कोयल रोड स्थित दुजार के दुर्गाराम माली के खेत में लगे हार्ड स्टेशन टावर पर किसान दुर्गाराम खीचड़ मंगलवार सुबह 6.30 बजे चढ़ा था, फिर 7 घंटे बाद दोपहर 1.30 बजे समझौता होने के बाद वह नीचे उतरा। 7 घंटा बाद टावर से नीचे उतरने पर वहां मेडिकल विभाग द्वारा भेजी गई 108 एंबुलेंस में ले जाया गया। परन्तु एम्बुलेंस में कोई डॉक्टर व कंपाउंडर उपलब्ध नहीं था। जबकि किसान दुर्गाराम बीपी और शुगर का मरीज होने से उसे चैक करने को कहा गया, लेकिन एंबुलेंस में कोई मेडिकल स्टाफ ही नहीं था।
हक के लिए बड़े आंदोलन की तैयारी
किसान नेता भागीरथ यादव ने बताया कि रेलवे विद्युतीकरण के दौरान सांवराद रेलवे स्टेशन से लेकर लाडनूं 132 जीएसएस तक 21.5 किलोमीटर की दूरी में 78 टावर लगाए गए हैं जिससे सैकड़ों किसान की उपजाऊ भूमि का मुआवजा नहीं मिला है।हाल ही में 27 जनवरी को कॉमरेड अमराराम की किसान सभा में लाडनूं, सुजानगढ़, डीडवाना, नावां, नागौर आदि के किसानों व अनेक सामाजिक संगठनों ने समर्थन करते हुए किसानों की इन सभी मांगों को जायज बताया था। इसी कड़ी में किसान ने बिजली टावर पर चढ़कर रोष जताया है। यादव ने स्पष्ट कहा कि अब किसी भी खेत में नया टावर नहीं लगने देंगे और अपने हक के लिए बड़े आंदोलन की रूपरेखा बनाएंगे। किसान सभा के जिला अध्यक्ष भागीरथ नेतड़ ने कहा कि किसानों के खेतों में बिजली टावर लगाने के बाद मुआवजा नहीं मिला है। यह किसानों के साथ अन्याय है, जिसे नहीं सहा जाएगा।
