लाडनूं में नगर पालिका यह लापरवाही है या मिलीभगत-
नाली और रास्ते की जमीन पर अतिक्रमण कर भवन निर्माण की प्रवृत्ति बढ़ी, संस्थाएं भी नहीं रही पीछे,
पहली पट्टी में मंगलम होस्पीटल के पास खुलेआम धड़ल्ले से अवैध निर्माण कर अतिक्रमण जारी, तीन शिकायतें हुई पर कोई कार्रवाई नहीं
लाडनूं (kalamkala.in)। भवन निर्माण के दौरान नाली, सड़क और खांचे में आगे बढ़ कर रास्ते की नगर पालिका भूमि पर अवैध रूप से अतिक्रमण करने व अवैध निर्माण करने की प्रवृति यहां लम्बे समय से पनप रही है और निश्चित ही यह सब नगर पालिका की लापरवाही, अनदेखी, मिलीभगत और भ्रष्टाचार के कारण ही फल-फूल रहा है। हाल ही में इसे लेकर एक सामाजिक कार्यकर्ता राजेश खटेड़ ने इस मामले को उठाया है और नगर पालिका के अधिशाषी अधिकारी को पत्र लिखकर कार्यवाही करने और अन्यथा कानूनी मुकदमा दायर करने की चेतावनी दी है।
यह सब लिखा है इस पत्र में
राजेश खटेड़ ने नगर पालिका के अधिशाषी अधिकारी को पहली पट्टी स्थित मंगलम अस्पताल के पास नगरपालिका की भूमि व आम रास्ते पर अतिक्रमण कर नवनिर्माण करने के विरूद्ध त्वरित कार्यवाही के संबंध में यह पत्र लिखा है। उन्होंने इस सम्बन्ध में इससे पूर्व 24 फरवरी और 28 फरवरी को भी पत्र दिए थे, पर नगर पालिका के कानों पर जूं तक नहीं रेंगी। अब उन्हीं पत्रों के क्रम में यह पत्र भेज कर खटेड़ ने बताया है कि पहली पट्टी स्थित मंगलम अस्पताल (वार्ड सं. 44) में अमृतम ट्रस्ट द्वारा एक भवन निर्माण करवाया जा रहा है। इसमें नगरपालिका की भूमि व आम रास्ते की भूमि को निर्माण कार्य में शामिल किया गया है, जो कि पूर्ण रूप से अवैध और अतिक्रमण की श्रेणी में आता है। इस निर्माण कार्य में नगरपालिका की भूमि व आम रास्ते पर करीबन 1500 वर्ग फीट से अधिक भूमि पर अतिक्रमण किया गया है। इस संदर्भ में उन्होंने पूर्व में भी नगरपालिका को यह अतिक्रमण को रोकने के लिए पत्र दिए थे, लेकिन अभी तक किसी प्रकार की कोई कार्यवाही नहीं की गई। इसी कारण अतिक्रमणकारियों के हौसले बुलन्द है तथा निर्माण कार्य युद्ध स्तर पर निरन्तर जारी है। खटेड़ ने लिखा है कि लगातार दो बार शिकायत करने के बाद भी कार्यवाही नहीं किया जाने से प्रतीत होता है कि पालिका प्रशासन की मिलीभगत से यह अतिक्रमण किया जा रहा है। अब ईओ अतिशीघ्र पालिका की भूमि व आम रास्ते पर किये जा रहे अतिक्रमण व निर्माण कार्य को रूकवाकर संबंधित व्यक्ति व संस्था के विरूद्ध कार्यवाही करे तथा नगर पालिका द्वारा की गई कार्यवाही से उन्हें भी निजी रूप से अवगत करवाया जाए। अन्यथा, इस संबंध में मजबूरन कानूनी कार्यवाही करनी पड़ेगी, जिसके लिए पालिका प्रशासन एवं ईओ स्वयं व्यक्तिगत रूप से जिम्मेदार होंगे एवं समस्त हजें-खर्चे के लिए उत्तरदायी रहेंगे। पत्र की प्रतियां उपखण्ड अधिकारी लाडनूं, जिला कलक्टर डीडवाना, स्वायत्त शासन विभाग,व के उपनिदेशक अजमेर एवं निदेशक जयपुर को भी भेजी गई है।
