पति को मारने की आरोपी पत्नी के परिजनों को भी गिरफ्तार करने की मांग, एक करोड़ का मुआवजा और सरकारी नौकरी देने पर भी लोग अड़े,
कलेक्टर व एसपी कार्यालय का घेराव व प्रदर्शन, भेंट कर वार्ता की पर असफल रही
लाडनूं/ डीडवाना (kalamkala.in)। गैनाणा में अपने घर में कमरे में अपनी पत्नी के साथ बंद युवक भागीरथ जाट की हत्या के मामले में पुलिस द्वारा उसकी पत्नी शारदा को गिरफ्तार कर लेने के बावजूद मृतक युवक के परिजनों और ग्रामीणों में आक्रोश थमने का नाम ही नहीं ले रहा है। युवक की संदिग्ध मौत की जांच को लेकर गुस्साए ग्रामीणों ने डीडवाना में जिला कलेक्टर कार्यालय का घेराव करते हुए जमकर नारेबाजी की। वहां जिला कलेक्टर और जिला पुलिस अधीक्षक से प्रतिनिधित्व मंडल ने मिल कर वार्ता भी की, लेकिन वार्ता असफल रही। जिला कलेक्टर कार्यालय जिला पुलिस अधीक्षक कार्यालय के बाहर इस दौरान भारी जाप्ता तैनात रहा। इधर, निम्बी जोधां पुलिस थाने के बाहर लगातार चल रहा ग्रामीणों का धरना पांचवें दिन भी जारी रहा।
पांचवें दिन भी जारी रहा लोगों का धरना
गौरतलब है कि लाडनूं तहसील के गेनाणा गांव में 13 फरवरी को भागीरथ चोयल का शव संदिग्ध हालत में अपने कमरे के पंखे से लटका हुआ मिला था। इस मामले में मृतक के परिजनों ने मृतक की पत्नी शारदा व उसके ससुराल पक्ष पर हत्या कर फांसी देने का षड्यंत्र रचने का आरोप लगाया था। इस मामले में पत्नी के साथी अन्य मुलजिमानों के पकड़े जाने की मांग को लेकर आक्रोशित ग्रामीण पिछले 5 दिनों से निम्बी पुलिस थाने के बाहर धरने पर बैठे हैं। इन सभी ग्रामीणों का कहना है कि भागीरथ चोयल हत्याकांड में दोषी पत्नी शारदा को पुलिस द्वारा हल्की धाराओं में गिरफ्तार किया गया है। निम्बी थाना एसएचओ हरिकृष्ण तंवर दोषियों के प्रति सख्त होने की बजाय दोषियों को बचाने में लगे हुए है। थानेदार को निलंबित किया जाने, मृतक के परिजनों को सरकारी नौकरी देने, एक करोड़ मुआवजा सहित मामले की निष्पक्ष जांच करने की मांग पर अड़े हुए है। रविवार को निम्बी थाने के सामने चल रहे धरना-प्रदर्शन पर ग्रामीणों की समझाईश करने के लिए एडिशनल एसपी हिमांशु शर्मा भी मौके पर पहुंचे थे। उन्होंने ग्रामीणों की कुछ मांगों पर सहमति जताई, मगर थाना प्रभारी को निलंबित करने की मांग को उच्चाधिकारियों के हाथ में होना बताया। इस अवसर पर सेवानिवृत परिवहन कमिश्नर डा. नानूराम चोयल, भाजपा के जिला उपाध्यक्ष नाथूराम कालेरा, सरपंच प्रतिनिधि नवरतन खीचड़, युवा नेता विकास बुरड़क, कॉमरेड रूपाराम गोरा, दुर्गाराम खीचड़ आदि बड़ी संख्या में उपस्थित लोग परिजनों के समर्थन में आवाज उठाते हुए सभी मांगों को पूरा करने की मांग पर अड़े रहे हैं।
