नई दिल्ली। राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष बनने जा रहे हैं? इन दिनों राजनीति के गलियारों में यह सर्वाधिक चर्चा का विषय है कि क्या राजस्थान सीएम अशोक गहलोत कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष बनने जा रहे हैं? सिंतबर में प्रस्तावित पार्टी अध्यक्ष के चुनाव के लिए कांग्रेस इस बार बड़ा बदलाव करने के मूड में है। अध्यक्ष पद को लेकर खुद गहलोत ने अपनी चुप्पी तोड़ी है। बताया जा रहा है कि सोनिया गांधी ने अशोक गहलोत को कांग्रेस अध्यक्ष बनाए जाने की पेशकश की है। इस चर्चा के साथ ही इस बात पर भी लोगों में गहरी बहस छिड़ जाती है कि अशोक गहलोत के बाद राजस्थान की बागडोर कौन सम्भालेगा। सचिन पायलट को लेकर लोगों में अभी भी गहरा संदेह है। इन सबसे परे एक निर्विवाद नाम भी उभर रहा है कि जो विधानसभा अध्यक्ष डा. सीपी जोशी का है। उन्हें गहलोत का नजदीकी माना जाता है। वे विवादों से परे होने के साथ ही कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष के रूप में अच्छा काम भी कर चुके। ब्राह्मण होने के कारण कांग्रेस को इसका आगामी विधानसभा चुनाव में लाभ भी मिलेगा। गहलोत भी चाहते हैं कि पायलट की जगह कोई दूसरा सर्वमान्य नेता हो तो उचित रहेगा। राज्य की राजनीतिकी उन संभावनाओं को देखते हुए कि यहां एक बार जीत व एक बार हार की परम्परा है। इसमें अगले चुनाव में हार के कयासों के चलते गहलोत हार का ठीकरा अपनेसिर नहीं फोड़ना चाहते। इसे देखते हुए भी यहां का मुख्यमंत्री बदला जाना उचित लग रहा है। संभव है कि गहलोत इन सब बातों को देखते हुए राष्ट्रीय अध्यक्ष का पद स्वीकार करे और राजय की राजनीतिक कमान डा. जोशी के हाथों में थमा दे।
गहलोत के नजदीकी हैं सीपी जोशी
औरतलब है कि विधानसभा अध्यक्ष डॉ. सीपी जोशी पहले भी अपने आपको सीएम अशोक गहलोत का करीबी बता चुके हैं। डॉ. सीपी जोशी ने कहा कि उन्हें राजनीति में लाने का श्रेय पूर्व मुख्यमंत्री मोहनलाल सुखाडिया को है। उनका कहना था कि सुखाड़िया द्वारा विधायक के रूप में उनका चयन के बाद आगे बढ़ाने के काम में जिन नेताओं का योगदान रहा, उनमें सीएम अशोक गहलोत शामिल हैं। जोशी के इस पहले के बयान को वापस उद्धृत किया जाने लगा हैं उल्लेखनीय है कि 26 जून, 2013 को कांग्रेस कार्यसमिति की बैठक में सीएम अशोक गहलोत के सामने ही डॉ. सीपी जोशी ने अपने आपको फॉलोअर नहीं कोलोब्रेटर बताया था, जिसे लेकर राजनीतिक हलचल होने लगी थी।
पार्टीगत फैसले से पहले मैं नहीं बोलता
इस बीच इन्वेस्ट राजस्थान 2022 समिट के दिल्ली आए सीएम अशोक गहलोत ने संवाददाताओं से बात की। उन्होंने कहा कि आखिरी क्षण तक राहुल गांधी को मनाने का प्रयास किया जाएगा। अगर राहुल गांधी अध्यक्ष नहीं बनते हैं, तो कई लोग निराश हो जाएंगे और घर बैठक जाएंगे। इससे पूर्व मंगलवार को अशोक गहलोत ने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से मुलाकात की थी। माना जा रहा है कि इस मुलाकात के दौरान कांग्रेस अध्यक्ष के चुनाव के संदर्भ में चर्चा हुई है। हालांकि सीएम गहलोत ने मीडिया से कहा कि कांग्रेस कार्य समिति की 28 अगस्त को बैठक हो रही है। हम चाहेंगे कि राहुल गांधी अध्यक्ष बनें। कांग्रेस का नया अध्यक्ष गांधी परिवार से बाहर का होगा? इस सवाल के जवाब में अशोक गहलोत ने कहा कि ‘कांग्रेस में किसी ने आपको (मीडिया को) यह बताया है क्या? जब तक आधिकारिक रूप से कोई फैसला नहीं हो जाता, तब तक आप या मैं कोई टिप्पणी नहीं कर सकते।’
