लाडनूं के गौरव पथ पर लगा विशाल शॉपिंग मेला में उमड़ने लगी है भारी भीड़,
अनेक तरह के रोमांचक झूले, फास्ट-फूड, ज्यूस-आइसक्रीम, किचन वेयर, खिलौने, गारमेंट्स, अचार आदि के लिए खींचे आते हैं लोग
जगदीश यायावर। लाडनूं (kalamkala.in)। मारवाड़ मेगा ट्रेड फेयर के तत्वावधान में मीडिया पार्टनर ‘कलम कला’ के सहयोग से यहां गौरव पथ पर सुभाष बोस स्कूल के सामने जोधा ग्रांउड में लगे विशाल फैमिली शोपिंग मेले में लोगों का रुझान बढता ही जा रहा है। मेले के शुभारंभ के बाद विभिन्न दुकानें और झूले और लगने से बच्चे ही नहीं महिलाएं और युवक भी बड़ी संख्या में मेले की तरफ उमड़ने लगे हैं। यहां ब्रेक डांस, कोलम बोक्स नाव, हवाई झूला, इलेक्ट्रिक ट्रेन, मिकी माउस, जम्पिंग चकरी आदि झूलों में सभी आयुवर्ग के लोग रुचिपूर्वक आनंद उठा रहे हैं। इसी तरह छोला भटूरा, मसाला डोसा, पिज्जा, बर्गर, भेलपुरी, चाऊमीन, पालभाजी, छोले टिकिया आदि फास्ट-फूड, आइसक्रीम, ताजा फलों का ज्यूस आदि विभिन्न खाने-पीने का लुत्फ भी उठाने से नहीं चूक रहे हैं। मेले में सभी तरह के बर्तन, किचन वेयर, स्टील व प्लास्टिक का घरेलु सामान, तरह-तरह के अचार, नमकीन, स्पोर्ट्स का सामान, अनेक तरह की वैरायटी के खिलौने, चूरी-खाटा, बनारसी पान, क्रोकरी आइटम रेडीमेड गारमेंट आदि की अलग-अलग ढंग के आइटम्स लोगों को बरबस की आकर्षित कर लेते हैं। महिलाएं तो खरीदारी के लिए उमड़ रही है।
शाम होते ही बढ जाती है मेले में चहल-पहल
शाम होते ही लोग अपने घरों से मेले की ओर उमड़ जाते हैं और अपनी शाम को सार्थक व आनंदमय बनाते हैं। सांझ बाद मेले की रौनक देखते ही बनती है। रमजान के महिना होने से रोजेदार महिला-पुरुष भी अपने बच्चों के साथ रोजा खोलने के बाद मेले की ओर खींचे चले आते हैं। लोगों को लाडनूं में एक ही परिसर में खरीदारी, खाने-पीने, झूलों आदि का लुत्फ मिल जाता है। मेले में लाडनूं थानाधिकारी महीराम विश्नोई भी अपने परिवार सहित आए और न केवल झूलों बल्कि यहां अन्य आकर्षण का लुत्फ भी उठाया। इसी तरह सभी सरकारी अधिकारी-कर्मचारी, पुलिस कर्मचारी भी अपने परिवार समेत मेले में आने का लोभ संवरण नहीं कर पा रहे हैं। अन्य प्रमुख व गणमान्य लोग भी मेले की ओर खींचे चले आते हैं।
सफाई, सुरक्षा और पार्किंग की व्यवस्थाएं सराहनीय
मेले में सफाई और सुरक्षा का बंदोबस्त सराहनीय है। चौकस सुरक्षा गार्ड हर समय मुस्तैद है। पूरे मेला परिसर में सीसीटीवी कैमरे लगे हुए हैं। वाहन पार्किंग के लिए मेला परिसर में ही पूरी व्यवस्था की गई है। मेला आयोजक बलदेव सैनी ने बताया कि मेले में आने वाले सभी लोग संतुष्ट और हर्षित रहते हैं। एक ही जगह बहुत सारी उपयोगी वस्तुओं के मिलने और मनोरंजन के साधन होने से लोगों को मेला पूर्ण संतुष्टि दे पाता है। मीडिया पार्टनर ‘कलम कला’ की सम्पादक-प्रकाशक सुमित्रा आर्य ने बताया कि मेला महिलाओं के लिए पूर्ण सुरक्षित है और उनकी इच्छाओं-आकांक्षाओं के अनुसार ही मेले में मिलने वाली वस्तुएं, झूले, आइसक्रीम, ज्यूस, फास्ट-फूड आदि उनके लिए लाभदायक सिद्ध हो रही है। यहां आकर महिलाएं व बच्चे अपने को पूर्ण निर्भीक और आनंदित महसूस करते हैं।