आर्ट और क्राफ्ट से स्वावलंबन और आत्म-अभिव्यक्ति को बढ़ावा मिलता है- प्रो. जैन
दो दिवसीय आर्ट एंड क्राफ्ट कौशल विकास कार्यशाला का आयोजन
लाडनूं (kalamkala.in)। जैन विश्वभारती संस्थान के शिक्षा विभाग में आयोजित दो दिवसीय आर्ट एंड क्राफ्ट कौशल विकास कार्यशाला के शुभारम्भ पर विभागाध्यक्ष प्रो. बीएल जैन ने कहा कि आर्ट और क्राफ्ट के काम से व्यक्तिगत स्वावलंबन और आत्म-अभिव्यक्ति को बढ़ावा मिलता है, इससे सृजनात्मक सोच का विकास होता हैं तथा अवसाद, तनाव और चिंता कम हो सकती है। कौशल विकास कार्यशाला के आयोजन का उद्देश्य सामाजिक, धार्मिक और सांस्कृतिक मूल्यों को बढ़ावा देना, सौंदर्यात्मक अभिव्यक्ति को प्रोत्साहित करना और अभिव्यक्ति के माध्यम के रूप में उपयोग किया जाना है। दो दिवसीय आर्ट एंड क्राफ्ट कौशल विकास कार्यशाला में विद्यार्थियों द्वारा सजी हुई पूजा की थाली, पेन स्टैंड, दीवार पर टांगने की चीजें, डॉल, बेड, साईकिल, पेपर आर्ट आदि अनेक सजाने की वस्तुएं आदि का निर्माण किया गया, जो छात्राओं के लिए रूचिकर होने के साथ रोजगारपरक व जीवनोपयोगी भी है। कार्यक्रम की संयोजक डॉ. अमिता जैन ने कहा कि पाठ्येत्तर विषयों के प्रति रूचि उत्पन्न की जानी भी विद्यार्थियों के लिए आवश्यक होती है। एकेडमिक शिक्षा से विद्यार्थी ज्ञान के साथ सर्टिफिकेट और डिग्री होल्डर बनता है, जबकि इन कौशल विकास कार्यक्रमों से उसकी सृजनात्मक अभिरूचि उमें वृद्धि होकर उसे बहुआयामी व्यक्तित्व का धनी बनाते हैं। कार्यशाला के दौरान सभी संकाय सदस्य एवं बी.ए.-बीएड एवं बी.एससी-बी.एड की छात्राध्यापिकाएं उपस्थित रहीं।