दलितों, महिलाओं, युवाओं पर अन्याय, अत्याचार, भ्रष्टाचार के खिलाफ कमर कसने का आह्वान,
‘नहीं सहेगा राजस्थान’ अभियान के सफल क्रियान्वयन के लिए बीएल भाटी को मिला प्रदेश संयोजक का जिम्मा
लाडनूं। लाडनूं तहसील के ग्राम बालसमंद निवासी एवं भाजपा अनुसूचित जाति मोर्चा उपाध्यक्ष बीएल भाटी को भारतीय जनता पार्टी के महत्वपूर्ण अभियान ‘नहीं सहेगा राजस्थान के लिए अजा मोर्चा का प्रदेश संयोजक मनोनीत किया गया है। उनका यह मनोनयन भजापा अनु.जा. मोर्चा के प्रदेशाध्यक्ष कैलाश मेघवाल ने किया है। इस नियुक्ति के साथ ही उन्हें प्रदेश भी में इस अभियान की सफल क्रियान्विति का जिम्मा सौंपा गया है। उनके साथ इस अभियान के सफल क्रियान्वयन के लिए दो प्रदेश सह-संयोजक भी मनोनीत किए गए है, जिनमें प्रदेश सोशल मीडिया प्रभारी ललित लकवाल व प्रदेश आईटी प्रभारी संजय चंदेल को बनाया गया है। इस नियुक्ति के बाद बीएल भाटी ने राज्य में दलितों, महिलाओं, युवाओं पर अन्याय, अत्याचार, भ्रष्टाचार आदि को लेकर रोष जताया और इसके लिए सभी कार्यकताओं से कमर कस कर जनता का साथ देने का आह्वान किया है।
एक अगस्त को जयपुर में होगा बड़ा आंदोलन
बीएल भाटी ने बताया कि आगामी एक अगस्त को राजधानी जयपुर में राजस्थान प्रदेश के मान-सम्मान की रक्षा के लिए, बहन-बेटियों व दलित वर्गों की सुरक्षा के लिए, युवाओं के भविष्य के साथ हो रही धोखेबाजी के विरुद्ध, किसानों के साथ अन्याय के विरुद्ध बड़ा आंदोलन किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि राजस्थान में पिछले चार सालों में दलित वर्ग पर बेतहाशा उत्पीड़न की घटनाओं में वृद्धि हुई है, लेकिन उन्हें न्याय और सुरक्षा दोनों ही नहीं नहीं मिल रहे हैं। वर्तमान में राजस्थान सरकार में दलित वर्गों की पीड़ा को सुनने वाला कोई नहीं है। उन्होंने बताया कि अलवर के थानागाजी में पति के सामने सामुहिक दुष्कर्म कांड से लेकर बाली में जितेंन्द्रपाल को मूंछे रखने पर हत्या, जालोर में मटकी से पानी पीने पर मौत, बालोतरा में बलात् दुष्कर्म करके एसिड डालकर हत्या, बाड़मेर में जमीन विवाद को लेकर हत्या, खाजूवाला में पुलिस खुद के द्वारा अपराधियों से गठजोड़ करके दुष्कर्म कर हत्या, पालोट में महिला का अपहरण कर सामुहिक दुष्कर्म कर हत्याकांड आदि अनेकों अपराधिक घटनाओं में न्याय लम्बित व अपेक्षित है। भाटी ने बताया कि प्रदेश में महिलाएं भी असुरक्षित है, जिसे इस सरकार के मंत्री तक विधानसभा में स्वीकार कर रहे हैं। युवाओं को भ्रमित किया गया है। पेपर लीक प्रकरण, आरपीएससी में अयोग्य व्यक्तियों की नियुक्तियों आदि कदमों से शिक्षा और कैरियर को भ्रष्टाचार का अड्डा बनाने से प्रदेश भर में अराजकता का माहौल है। अब राजस्थान की जनता इसे किसी भी हाल सहन करने वाली नहीं है। भारतीय जनता पार्टी ने भी आम जनता की भलाई के लिए इन दुःशासकों से आरपार की लड़ाई के लिए ठान लिया है।
