गौभक्त पदयात्री शिवराज सिंह का लाडनूं पहुंचने पर किया स्वागत, 16 माह में 10 हजार किमी पैदल चल कर की 17 राज्यों की यात्रा, गाय को राष्ट्रीय दर्जा दिलवाने और संरक्षण को राजकीय दायित्व बनाना चाहते हैं शिवराज सिंह
गौभक्त पदयात्री शिवराज सिंह का लाडनूं पहुंचने पर किया स्वागत,
16 माह में 10 हजार किमी पैदल चल कर की 17 राज्यों की यात्रा,
गाय को राष्ट्रीय दर्जा दिलवाने और संरक्षण को राजकीय दायित्व बनाना चाहते हैं शिवराज सिंह
लाडनूं। गौरक्षा के लिए पैदल भारत भ्रमण पर निकले गौ भक्त शिवराज सिंह लाडनू पहुंचने पर स्वागत किया गया। यहां श्री रामआनन्द गौशाला, दाधीच भवन और अन्य विभिन्न स्थानों पर लोगों ने उन्हें अपना समर्थन दिया और स्वागत किया। इस अवसर पर दाधीच भवन में शिवराज सिंह के सान्निध्य में एक भजन कार्यक्रम भी रखा गया। इन गौहितार्थ सम्पूर्ण देश की पदयात्रा कर रहे सुरपुरा जयपुर के निवासी शिवराज सिंह शेखावत ने बताया कि उन्होंने अपनी इस पदयात्रा का शुभारम्भ 11 दिसम्बर 2021 को तमिलनाडु के रामेश्वरम् से किया था, वहां से वे सम्पूर्ण भारत की पदयात्रा पर रवाना हुए थे। अब तक 16 माह में उनकी यह पदयात्रा कुल 17 राज्यों से गुजर चुकी है। वे अब तक कुल करीब 10 हजार किमी पैदल यात्रा कर चुके हैं। उन्होंने बताया कि उनकी यह पदयात्रा अभी एक साल और चलेगी। इस दौरान चारों धाम और 12 ज्योतिर्लिंग के दर्शन भी किए जाएंगे। शेखावत का कहना है कि वे अपनी पदयात्रा के दौरान देश भर में गौ प्रेमियों से गौहितार्थ चर्चा करते हैं और लोगों से मिलकर उनमें जागृति पैदा की जाती है। उन्होंने बताया कि इस पदयात्रा का उनका उद्देश्य है कि देश में गौवंश की रक्षा हो, गौहत्या सम्पूर्ण बंद की जाए, गोमाता को राष्ट्रीय दर्जा दिया जाए, देसी गौवंश को अधिक से अधिक बढावा मिले और सभी गौशालाएं नस्ल सुधार का काम करे। शेखावत के लाडनूं आगमन के बारे में दाधीच सेवा समिति अध्यक्ष सागरमल पाटोदिया ने बताया कि गौभक्त शिवराज सिंह भारत भ्रमण करते हुए लाडनूं आए, जहां लाडनूं रामानंद गौशाला व अन्य स्थानों पर जगह-जगह लोगों ने भव्य स्वागत किया। दाधीच भवन में उनके सानिध्य में आयोजित भजन कार्यक्रम में अध्यक्ष सागरमल पाटोदिया, उपाध्यक्ष अनिल कुमार, मंत्री ओम प्रकाश तिवारी, कोषाध्यक्ष जुगल किशोर, उपाध्यक्ष मदन डोबा, द्वारका प्रसाद दोलावत, श्यामसुंदर बोरायडा, अशोक दाधीच, गौभक्त अमित डांवर, भजन गायक धरणीधर दाधीच, रोहित भोजक, राकेश चैहान, केशव पारीक लक्ष्मी नारायण भोजक, नवरत्न भोजक, भगवती भोजक, ललित भोजक, सीताराम बिश्नोई, रामनिवास पारीक आदि उपस्थित रहे।