गहलोत सरकार के 1042 करोड़ के कोयले के सिंगल टेंडर मामले की जांच हो- राठौड़,
एक ही पार्टी से सबसे महंगा कोयला खरीदने का काम गहलोत सरकार ने किया
डीडवाना। राजस्थान विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष राजेन्द्र सिंह राठौड़ और केंद्रीय मंत्री अर्जुनराम मेघवाल के डीडवाना दौरे के दौरान राठौड़ ने प्रदेश में कुशासन का अंत को चरम सीमा पर बताते हुए राजस्थान सरकार पर कस कर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि है और इसी साल के आखिर में इस सरकार का भी अंत हो जाएगा। यह प्रदेश की जनता ने पूरी तरह से मानस बना लिया है। इस दौरान राठौड़ ने कहा कि 1 हजार 42 करोड़ के कोयले का सिंगल टेंडर दिया और मोदीजी-अडाणीजी की बात करते है, टेंडर किसको दिया यह सब जानते है। अब तक का सर्वाधिक महंगा कोयला खरीदने का काम इस निकम्मी गहलोत सरकार ने किया है। यह वही सरकार है, जिसने किसानों को बिजली के कनेक्शन देने के लिए ठरकी योजना लाकर 1600 करोड़ का घोटला किया। यह वही सरकार है जिसने भारत सरकार के जल जीवन मिशन के अन्दर 10 हजार 600 करोड़ के टेंडर, जिसमें ऐसी शर्ते रखी कि टेंडर की प्रीमियम से 66 प्रतिशत ज्यादा राशि आई। राठौड़ ने कहा कि प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कांग्रेस के नेता सचिन पायलट हमारी पूर्व सरकार पर घोटाले का आरोप लगाकर आमरण अनशन कर रहे हैं, लेकिन सचिन पायलट से कहना चाहता हूं कि खुद की सरकार में कितने घोटाले हुए हैं। बलात्कार लूट, दंगा-फसाद, महिलाओं पर अत्याचार एवं जो घोटाले इस सरकार के कार्यकाल के दौरान हुए हैं, वह आज तक के इतिहास में कभी नहीं हुए। उसकी जांच तो पहले करवा लो।