डीडवाना में खुलेगी ‘कबड्डी अकादमी’, शीघ्र करवाई जाएगी सुचारू- विजय सिंह चौधरी,
राज्य स्तरीय कबड्डी का समापन


अबरार अली बेरी, पत्रकार। डीडवाना (kalamkala.in)। राजस्व राज्य मंत्री विजय सिंह चौधरी ने कहा है कि कबड्डी हमारा पारम्परिक खेल है। ऐसे मे यहां कबड्डी के खिलाड़ियों की बहुतायत है और जब खिलाड़ी अच्छी तादाद में है, तो जरूरी है कि हम इस पर ज्यादा ध्यान दें, ताकि अच्छे और प्रतिभावान खिलाड़ी ऊपर लाये जा सकें। उन्होंने कहा कि डीडवाना मे पूर्व में स्वीकृत कबड्डी एकेडमी को जल्द ही सुचारू रूप से संचालित करवाने के प्रयास तेज किये जाएंगे।
ग्रामीण खिलाड़ियों ने मनवाया अपनी प्रतिभा का लोहा
राजस्व राज्य मंत्री विजय सिंह चौधरी ने आकोदा के शिशु विहार स्कूल में आयोजित 69वीं राज्य स्तरीय कबड्डी (17 और 19 वर्ष बालिका) के समापन समारोह को सम्बोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि खेलों के प्रति अभिभावकों में आई जागृति ने राजस्थान को प्रतिभावान खिलाड़ी दिये हैं और इन्हीं खिलाड़ियों ने समय-समय पर अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाया है, सरकार की भी यही मंशा है कि हम खेल क्षेत्र में भी नामवार हों। चौधरी ने प्रधान मंत्री मोदी के सपनों को साकार करने का आह्वान करते हुए खिलाड़ियों से आग्रह किया कि जब तक हम हमारे स्वयं के उत्पादों को पूरी शिद्दत से काम में नही लेंगे, तब तक ‘लोकल फॉर वोकल’ का सपना साकार नहीं होगा। कार्यक्रम में सांसद व आरएलपी सुप्रियो हनुमान बेनीवाल ने भी पहुंच कर कबड्डी को आगे लाने की भावना व्यक्त की।
जिले को पहली बार में ही चार राज्य स्तरीय प्रतियोगिताएं मिलना सौभाग्य
इस अवसर पर उप जिला खेल अधिकारी राजेश कुमार धूत ने प्रतियोगिता का प्रतिवेदन प्रस्तुत करते हुए बताया कि नये जिले को पहली बार में ही एक साथ एक ही समय में चार राज्य स्तरीय प्रतियोगियाएं मिलना बड़ी बात है और इससे भी बड़ी बात है कि पूरे जिले से कहीं से भी कोई शिकायत पंजीकृत नही है। धूत ने कहा कि कबड्डी, क्रिकेट और खो-खो मे हमने पूरी शिद्दत से आये हुए खिलाड़ियों, दलाधिपतियों और निर्णायकों के लिए व्यवस्थाएं जुटाई है और यह उसी का परिणाम है कि सारी प्रतियोगिताएं अपने निर्धारित कार्यक्रमानुसार सम्पन्न हुई है। धूत ने सभी शारीरिक शिक्षकों, प्राचार्यों और शिक्षकों का आभार जताया।
विजेताओं को किया गया पुरस्कार वितरण
प्रतियोगिता के सफल संचालन पर संयोजक उगमा राम चौधरी ने कहा कि सके सहयोग से सफलता की बात कही और बताया कि एक सप्ताह तक एक छोटा सा गांव आकोदा खेल गांव बना रहा यह हमारे लिए सौभाग्य की बात है।समापन समारोह से पूर्व प्रतियोगिता का 17 वर्ष आयु वर्ग का मुकाबला चूरू अकादमी और बीकानेर के मध्य खेला गया, जिसमें बेहतरीन तालमेल, एकाग्रता और टीम भावना के बेजोड़ तालमेल ने बीकानेर की झोली सोने से भर दी और चूरू अकादमी को दोहरी जीत से रोक दिया। प्रतियोगिता के 17 वर्ष में स्वर्ण बीकानेर, रजत चूरू अकादमी और कांस्य बाड़मेर, 19 वर्ष में स्वर्ण चूरू अकादमी, रजत सीकर और कांस्य जयपुर ने जीता। प्रतियोगिता के 17 वर्ष में बेस्ट रेडर का पुरस्कार आइना बीकानेर, 19 वर्ष में सुखमन कौर चूरू अकादमी और बेस्ट डिफेंडर का 17 वर्ष का कमला कुमारी बीकानेर, 19 वर्ष मे वर्षा गौलाड़ा ने व्यक्तिगत पुरस्कार अपने नाम किया। मुख्य अतिथि राज्य मंत्री विजय सिंह और अतिथियों ने रिमझिम बरसात के बीच ही पारितोषित वितरण किया। कार्यक्रम मे डॉ. सोहन चौधरी, जाला भाकर मौलासर, श्रवण बिजारणिया अलखपुरा, धन्ना राम बिजारणिया, रामा किशन खीचड़, रामपाल चौधरी, ओम प्रकाश लील, बजरंग सिंह जोधा मंचस्थ रहे। प्रतियोगिता के सफल संचालन भगवान सिंह राठौड़, वासुदेव बलारा, निशा सोनी, लिक्षमन सिंह राठौड़, कुशाला राम, पुष्पेंद्र महला, पारस परिहार, राम निवास पादड़ा, जसवीर सिंह, रामदेव ज्याणी, नानू राम, सुनील साहरण आदि अपनी सेवाएं दी।






