*लाडनूं में बेसहारा गौवंश के लिए नंदीशाला बनाने की मांग का ज्ञापन कलेक्टर को सौंपा*
*निराश्रित गोवंश का जीवन बताया संकट में और नंदी की चपेट में आने से राहगिरों के चोटिल होने की समस्या रखी सामने*
लाडनूं (kalamkala.in)। बेसहारा सांडों की समस्या से त्रस्त लाडनूं में पालिका प्रशासन की नाकामी के बाद अब लाडनूं विकास समिति के मंत्री नरपतसिंह गौड़ ने जिला कलेक्टर बालमुकुंद असावा को ज्ञापन देकर नंदी शाला बनाने के लिए प्रस्ताव बनाकर राज्य सरकार को भिजवाने की मांग की है। गौड़ ने अपने ज्ञापन में बताया है कि लाडनूं में बेसहारा निराश्रित गली-गली घूम रहे गोवंश की हालत बेहद दयनीय और चिंताजनक है। हालांकि गोपुत्र सेना के स्वयंसेवक और गौशालाएं गौ-सेवा कार्य में जुटे हुए हैं, फिर भी निराश्रित गोवंश की हालत बेहद नाजुक है, क्योंकि यहां नंदीशाला नहीं है। भूखे-प्यासे भटक रहे बेसहारा गोवंश की संख्या दिनोंदिन बढ़ती जा रही है। पानी की नियमित सप्लाई नहीं होने से खेलियां सूखी पड़ी है, वर्षा की कमी से तालाब जोहड़े, नाडी आदि सूखे पड़े हैं, जिससे गोवंश का जीवन संकट में है। यह आपस में लड़ते रहते हैं, जिनके बीच में आ जाने से राहगिरों को चोटिल होना पड़ रहा है। इनकी चपेट में आने की सैकड़ों घटनाएं पिछले कुछ सालों में हो चुकी है। जब तक इस समस्या का त्वरित समाधान नहीं होगा, तब तक राह चलते आम लोगों के जीवन को खतरा बना रहेगा और गोवंश भूख से ऐसे ही बिलबिलाते रहेंगे। गौड़ ने ज्ञापन में लाडनूं में नंदी शाला खोले जाने का प्रस्ताव बनाकर राज्य सरकार को भिजवाए जाने की मांग कलेक्टर के सामने रखी। जिला कलेक्टर असावा ने इस बाबत एसडीएम मिथिलेश कुमार को आवश्यक निर्देश दिए।