लाडनूं में कब्रिस्तान की करोडों की भूमि से कब्जा हटाने को लेकर दिया वक्फ बोर्ड अध्यक्ष को ज्ञापन
लाडनूं। कांग्रेस आईटी सेल के राष्ट्रीय महासचिव मो. मुश्ताक खान कायमखानी ने राजस्थान वक्फ बोर्ड के अध्यक्ष खानूं खां बुधवाली से भेंट कर उन्हें एक ज्ञापन सौंप कर लाडनूं के प्रमुख धर्मस्थल उमराव सैय्यद की दरगाह से सटे कब्रिस्तान की करोड़ों की बेशकीमती जमीन पर कुछ लोगों द्वारा किए गए अवैध कब्जे की लगातार शिकायतों के बावजूद कोई कार्रवाई नहीं किए जाने को आम मुसलमानों के लिए अहितकर बताया है।
अलादीन खां के वारिशान को डराया गया
कायमखानी ने लिखा है कि सरकारी अस्पताल रोड स्थित इस मशहूर दरगाह व कब्रिस्तान की बेशकीमती भूमि खसरा नंबर 1138 व 1137 के एक हिस्से पर शहर के हिस्ट्रीशीटर व भूमाफिया ने गैर कानूनी रूप से अतिक्रमण कर रखा है। इस स्थान को दरगाह कमेटी से नियमानुसार जरिए स्टाम्प एग्रीमेंट क्रमांक 3247 दिनांक 25/05/1989 के अनुसार अलादीन खान के भावी उतराधिकारियों को सम्मिलित किया गया था। अलादीन खान ने अपने निजी खर्चे से उपरोक्त भूमि पर चारदीवारी बनाकर इसमें दुकानें वगैरह बना कर अपना कारोबार शुरू किया था। वर्ष 1992 में पट्टादाता अलादीन खान की मृत्यु हो जाने के पश्चात उक्त भूमि पर कानूनी रूप से पट्टादाता के वारिसों का ही हक और अधिकार रहा, लेकिन उनके वारिसों को डरा-धमका कर उनको वहां से बेदखल कर दिया।
कब्जा कर दुकानें किराए देकर करते हैं गबन
डरा धमका कर शहर के हिस्ट्रीशीटर एवं भू माफिया ने दरगाह कमेटी के अध्यक्ष के साथ धन बल के आधार पर आपसी मिलीभगत करके उपरोक्त भूमि पर गैर कानूनी एवं अवैध रूप से अतिक्रमण कर लिया। इस भूमि पर बनी दुकानों को महंगी कीमतों पर अन्य लोगों को किराए पर दे रखा है। उसका किराया भी ये खुद ही गबन करके खा जाते हैं, जिसके चलते पट्टादाता के वारिसों सहित लाडनूं के तमाम मुसलमानों में भारी गुस्सा व्याप्त है।
शिकायतों पर हो रही है लीपापोती
पट्टादाता के वारिसगण इस भूमि से अतिक्रमण हटवाने के लिए बार-बार सरकार और प्रशासन से सहयोग की गुहार लगाता आ रहा है। सरकार को इस भूमि पर अवैध रूप से किए गए अतिक्रमण को तत्काल प्रभाव से हटाने के लिए उच्च स्तरीय कानूनी कार्रवाई अमल में लाई जानी चाहिए। इस संबंध में वक्फ बोर्ड अपने निर्णय को मुस्लिम समाज के और पट्टादाता के वारिसों के हित में लेना चाहिए। पत्र में बताया है कि 25 जनवरी 2022 को पहले भी उनके (वक्फ बोरँड अध्यक्ष) को लाडनूं आगमन पर ज्ञापन दिया था। तब ब्लॉक कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष सहित मीडिया रिपोर्टर्मास और समाज के लोगों की उपस्थिति में अध्यक्ष बुधवाली ने कहा कि 3 महीने में यहां से अतिक्रमण हटा दिया जाएगा, लेकिन 10 माह बाद भी कब्जा ज्यों का त्यों पड़ा है। इस संबंध में वर्ष 2015 से लेकर अब तक की गई बहुत शिकायतें हुई पर उनकी जांच में लीपापोती की गई। उन जिम्मेदारों पर भी कार्यवाही होनी चाहिए।