किसी भी भ्रष्ट व्यक्ति को राजनीतिक संरक्षण नहीं दिया जाए- मोदी,
सरकारी विभागों की रैंकिंग होकर रिपोर्ट होगी नियमित रूप से सार्वजनिक
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किसी भी भ्रष्ट व्यक्ति को राजनीतिक-सामाजिक संरक्षण नहीं देने का आह्वान किया है। मोदी ने कहा कि भ्रष्टाचार के लंबित मामलों के आधार पर सरकारी विभागों की रैंकिंग की जानी चाहिए और इसकी रिपोर्ट नियमित रूप से सार्वजनिक की जानी चाहिए। उन्होंने कहा कि विकसित भारत के लिए हमें एक ऐसा प्रशासनिक पारिस्थितकी तंत्र विकसित करना है, जो भ्रष्टाचार को तनिक भी झेलने वाल नहीं हो। मोदी यहां विज्ञान भवन में केंद्रीय सतर्कता आयोग (सीवीसी) द्वारा आयोजित सतर्कता जागरूकता सप्ताह के उपलक्ष्य में आयोजित कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। इस अवसर पर उन्होंने सीवीसी के नए प्रबंधन प्रणाली पोर्टल का शुभारंभ किया।
पिछली सरकारों ने लोगों का विश्वास खोया
मोदी ने कहा कि भारत को विकसित देश बनाने के लिए, विश्वास और विश्वसनीयता महत्वपूर्ण है। उन्होंने कहा कि पहले की सरकारों ने ना केवल लोगों का विश्वास खोया, बल्कि वह लोगों पर भरोसा करने में भी विफल रही थी। उनकी सरकार पिछले 8 वर्षो से सरकारी सेवाओं की कमी और दबाव की व्यवस्था को बदलने की कोशिश कर रही है।
भ्रष्टाचार से निपटने के तरीके बताए
प्रधानमंत्री ने भ्रष्टाचार दूर करने के लिए जनता के सामने सेवाओं के अभाव या कमी को दूर करने को आवश्यक बताया। उन्होंने कहा कि प्रौद्योगिकी, सेवा संतृप्ति (सेवा की सर्वसुलभता) और आत्मनिर्भर भारत भ्रष्टाचार से निपटने के 3 प्रमुख तरीके हैं। उन्होंने साथ में यह भी कहा कि एक विकसित भारत के लिए हमें भ्रष्टाचार पर ऐसा प्रशासनिक पारिस्थितिकी तंत्र विकसित करना होगा। प्रधानमंत्री मोदी ने यह कहा कि सीवीसी भ्रष्ट और भ्रष्टाचार के खिलाफ काम करने वाली संस्थाओं को रक्षात्मक होने की कोई आवश्यकता नहीं है। उन्होंने कहा कि जब भ्रष्टाचार के खिलाफ दृढ़ विश्वास के साथ कार्रवाई करते हैं, तो पूरा देश साथ होता है।
