राजस्थान विधानसभा चुनाव-
बीजेपी के उम्मीदवारों की पहली सूची शीघ्र,
किसकी कटेगी और किसको मिलेगी टिकट
जयपुर। राजस्थान में इसी साल विधानसभा चुनाव होने जा रहे हैं। चुनावों को लेकर बीजेपी और कांग्रेस ने लगातार कमर कसी हुई हैं। जहां कांग्रेस में लगातार बैठकों का दौर जारी हैं। वहीं, भाजपा पार्टी की परिवर्तन यात्रा से चुनावों की तैयारियों ने जोर पकड़ लिया हैं। पार्टी के टिकट के दावेदारों में भी होड़ लगी है। उम्मीदवारों की घोषणा या हरी झंडी का सभी को इंतजार है। परिवर्तन यात्रा के शुरु होने के बाद दावेदार पार्टी पदाधिकारियों को अपना दमखम दिखाने में जुटे हैं। भागदौड तेज हो चुकी है। सबकी इच्छा है कि उम्मीदवारों की घोषणा शीघ्र हो जाए। लेकिन, फिलहाल ऐसी कोई हलचल पार्टी की तरफ से होती दिखाई नहीं दे रही हैं ।
बीजेपी की पहली लिस्ट का सस्पेंस डेढ सप्ताह में हटेगा
बीजेपी ने मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ में उम्मीदवारो की पहली सूची जारी कर दी हैं, लेकिन राजस्थान में अभी तक पार्टी ने सस्पेंस बना रखा है। लेकिन ऐसी जानकारी सामने आ रही है कि इसी माह 25 सितंबर तक पार्टी अपनी पहली सूची जारी कर सकती हैं। लेकिन बड़ी बात ये हैं कि कांग्रेस इस फॉर्मूले पर काम कर रही हैं कि जल्द उम्मीदवारों की घोषणा करने से प्रत्याशियों को चुनावों में उतरने के लिए तैयारी का समय मिल जाएगा। वहीं भाजपा कुछ लंबा समय लेते हुए 25 सितंबर तक प्रत्याशियों की घोषणा करने की बात कर रही है। देखा जाए तो कांग्रेस और भाजपा में आतंरिक मतभेद को कम करने के लिए दोनों पार्टियां अपने-अपने तरीके से प्रत्याशियों की घोषणा की जुगत में जुटी हैं।
बीजेपी काटेगी इन उम्मीदवारों की टिकट
भाजपा के विश्वस्त सूत्रों से ये भी खबर सामने आ रही हैं कि इस बार पार्टी टिकट वितरण में कोई भी गलती नहीं करना चाहती और तमाम मापदड़ों के बाद ही प्रत्याशियों का ऐलान किया जाएगा। इस बार यह भी तय किया गया हैं कि पिछले चुनाव में 10 हजार से ज्यादा वोटों से हारने वाले 86 सीटों के उम्मीदवारों को टिकट नहीं दिया जाएगा। हालांकि, कुछ नियम व शर्तें भी तय की गई हैं, जिन पर खरा उतरने वालों को टिकट मिल सकता हैं। साथ ही इस बार 45 से कम उम्र वाले नए चेहरों को टिकट बंटवारे में तवज्जो दी जाएगी।
पहली सूची में मिलेगी इनको जगह
जानकारों का मानना हैं कि सबसे पहले 70 से 80 उम्मीदवारों की सूची जारी की जाएगी। इनमें ज्यादातर वे सीटें रहेंगी, जहां भाजपा बहुत कमजोर हैं और वे सीटें जो पार्टी के कैडर और पिछले वोट शेयर के लिहाज से सबसे मजबूत हैं। इन दोनों कैटेगरी में करीब 135 सीटें हैं, लेकिन पहली सूची में 80 के आस-पास नाम शामिल रहेंगे। ज्यादा मंथन कमजोर सीटों पर ही हो रहा हैं। हालांकि, इलेक्शन कमेटी की एक बैठक 25 सितंबर से पहले भी हो सकती है। अगर होती हैं तो नाम फाइनल करके रख लेंगे, मगर घोषणा पेंडिंग रहेगी। जिनके नाम तय होंगे, उन्हें बता दिया जाएगा कि वे अपनी चुनाव तैयारी शुरू कर दें। मौजूदा विधायकों में से उन्हें ही फिर से टिकट मिलेगा, जो अपनी सीटों पर पूरी तरह से सक्रिय हैं। इसके अलावा, जो विधानसभा से ज्यादा लोकसभा चुनाव के लिहाज से भी वोटों को जोड़े रखने में पार्टी के लिए उपयुक्त हैं, उनके ही टिकट रिपीट होंगे।