लाडनूं पुलिस थाने में दबंग छवि के अनुभवी व दक्ष थाना प्रभारी बने रामनिवास मीणा,
सिपाही से थाना प्रभारी तक के सफर में कभी दाग नहीं लगने दिया
जगदीश यायावर। लाडनूं (kalamkala.in)। लाडनूं के जाने-माने चेहरे और हरदिल-अजीज की भूमिका में पुलिस की नौकरी को निभाने वाले हंसमुख, लेकिन बोल्ड और अपराधों की बारीकियों से वाकिफ, शातिर से शातिर अपराधी को अंकुश में लाने में माहिर कहे जाने वाले रामनिवास मीणा ने लाडनूं के थाना-प्रभारी का कार्यभार संभाल लिया है। मीणा ने लाडनूं पुलिस थाने में एक सिपाही के रूप में कार्य किया, एक मुंशी एचसी की जिम्मेदारी निभाई, फिर सहायक उप निरीक्षक के पद पर प्रोन्नत होकर भी लाडनूं को अपनी सेवाएं प्रदान की। इसके बाद पदोन्नत होकर सब इंस्पेक्टर बने और अब एसआई बनने के बाद आखिर लाडनूं पुलिस थाने के थाना-प्रभारी का पदभार संभाल कर नई जिम्मेदारी की भूमिका में भी आ गए हैं। सिपाही से थाना प्रभारी के सफर में इन्होंने कभी कोई दाग़ नहीं लगने दिया। मीणा सन् 1984 में नागौर जिले से ही पुलिस की नौकरी में सिपाही के रूप में भर्ती हुए थे और सब तरह की पदोन्नतियों से गुजरते हुए एक बड़े पुलिस थाने का स्वतंत्र प्रभार इन्हें मिला है, यह इनकी योग्यता की पहचान है।
‘अपराधियों में भय और आमजन में विश्वास’ सार्थक होगा
एस.एच.ओ. रामनिवास मीणा का व्यक्तित्व भी प्रभावशाली है। पूर्ण कद-काठी और रौबीले चेहरे के साथ भारी आवाज का एक अलग ही प्रभाव कायम हैता है। थाना प्रभारी मीणा लाडनूं थाना क्षेत्र के चप्पे-चप्पे से वाकिफ हैं और क्षेत्र के बच्चे-बच्चे को जानते हैं, इस क्षेत्र का कोई अपराधी अब पुलिस की नजरों से कहीं भी छिप नहीं सकता। वास्तव में एक मंजे हुए पुलिस अधिकारी के आने से अब पुलिस के ध्येय वाक्य ‘अपराधियों में भय और आमजन में विश्वास’ को साकार रूप मिलेगा। पुलिस के प्रति हर व्यक्ति में भरोसा कायम होगा।