मुख्यमंत्री की नाक के नीचे जन सम्पर्क विभाग में हुआ 34 लाख का घोटाला
जयपुर। सूचना एवं जनसंपर्क विभाग की ईमानदार तत्कालीन वित्तीय सलाहकार श्रीमती अनुपमा शर्मा एवं अतिरिक्त निदेशक श्री अरुण जोशी की मिलीभगत से शैल फर्मों को राजस्थान संवाद के खाते से 34 लाख का भुगतान किया गया। मुख्यमंत्री को प्राप्त शिकायत पर उनके आदेशार्थ वित्त विभाग ने राजस्थान संवाद से 34 लाख के ग़बन की जांच की। जांच में ग़बन घोटाले के आरोपों को उचित माना गया। वित्त विभाग ने संलिप्त फर्मो एवं अधिकारियों के विरुद्ध एफआईआर दर्ज कराने एवं 34 लाख रुपये की वसूली के आदेश दिए, लेकिन ईमानदार अतिरिक्त निदेशक श्री अरुण जोशी एफआईआर दर्ज कराने के बजाय फर्मों को बचाने में लगे हैं।आखिर ये फ़र्म कल्चर एंड आर्ट एजुकेशन सोसाइटी इनके किन सगे-संबंधियों की है ? सरकारी नोकरी में रहते- रहते राजस्थान संवाद के खाते में लाखो की चपत लगवा डाली। श्री जोशी के विरुद्ध एसीबी में मुकदमा संख्या 408/14 में दर्ज है। एसीबी कोर्ट में इनके बयान हुए थे।
आखिर गोलमार्केट खोल सकता है श्री जोशी जी की पोल। आखिर वे क्यों नही देना चाहतें फर्मो का रिकॉर्ड ?? गोलमर्केट में गोलमाल तो है। एसीबी से जांच हो तो कर सकती है वसूली। श्री अरुण जोशी के रिटायरमेंट से पूर्व 34 लाख की वसूली हो सकती है।