धुड़ीला में विद्युत वितरण निगम की गंभीर लापरवाही आई सामने,
टूट कर गिरे बिजली के तार से करंट की चपेट में आए व्यक्ति के जीवन पर आई आंच,
मंजीत पाल सिंह के नेतृत्व में ज्ञापन, मंगलवार 9 जुलाई से धरना-प्रदर्शन
जगदीश यायावर। लाडनूं (kalamkala.in)। तहसील के ग्राम धुड़ीला में विद्युत वितरण निगम की लापरवाही से एक व्यक्ति मौत के कगार पर पहुंच गया। इसे लेकर निगम के प्रति ग्रामवासियों में गहरा रोष व्याप्त है। सोमवार को गांव लोगों ने एकत्र होकर श्री आनंद परिवार सेवा समिति के अध्यक्ष मंजीत पाल सिंह सांवराद के नेतृत्व में उपखंड अधिकारी मिथलेश कुमार को मुख्यमंत्री व ऊर्जा मंत्री के नाम से ज्ञापन देकर लापरवाही बरतने वाले समस्त अधिकारियों व कर्मचारियों को बर्खास्त करने की मांग करते हुए मंगलवार 9 जुलाई से उपखंड कार्यालय के समक्ष धरना-प्रदर्शन व आमरण अनशन की चेतावनी दी है। ग्राम धुड़ीला में एलटी लाइन में फाल्ट आकर तार टूट कर नीचे गिर गया, इससे फैले करंट से लोगों के घरों में लगे विद्युत उपकरण जल गए और एक व्यक्ति कालुराम लखारा पुत्र हनुमान राम लखारा करंट लगने से बुरी तरह घायल हो गया और अब वह जीवन और मौत के बीच झूल रहा है। कालुराम लखारा अपने घर में टेलरिंग का काम कर रहा था। टूट कर गिरे बिजली के तार से घर की नाली में करंट का प्रवाह फैल गया और कालुराम चपेट में आ गया। उसे बुरी तरह घायल अवस्था में राजकीय चिकित्सालय लाडनूं लाया गया, जहां से गंभीर होने के कारण हाई सेंटर रैफर किया गया।
शिकायतों व सूचनाओं का कोई असर-परवाह नहीं
उपखंड अधिकारी मिथलेश कुमार को मुख्यमंत्री एवं उर्जा मंत्री के नाम के जो ज्ञापन ग्रामीणों द्वारा सौंपे गए हैं, उनमें बताया गया है कि ग्राम धुड़िला में विद्युत विभाग द्वारा डाली गई बिजली की लाईनों, खंभों एवं डी.पी. की खराबी लम्बे समय से चल रही थी एवं विद्युत सप्लाई बार-बार बाधित हो रही थी तथा लगातार लाईन व डी.पी. में फाल्ट आकर उपभोक्ताओं को नुकसान हो रहा था। इस बारे अजमेर विद्युत वितरण निगम के सहायक अभियन्ता निम्बीजोधां, कनिष्ठ सहायक अभियन्ता निम्बीजोधां व सहायक अभियन्ता लाडनूं तथा सम्बन्धित लाईन मैन सुरेन्द्र मिर्धा को पिछले 15-20 दिनों से लगातार टेलिफोन व मौखिक रूप से अवगत करवाया जा रहा था एवं समस्या के निवारण हेतु ऑनलाइन शिकायत तथा सम्पर्क पोर्टल पर परिवाद भी दर्ज करवाया था। इसके बावजूद भी निगम के कार्मिकों ने समस्या के समाधान के लिए किसी प्रकार का कोई प्रयास नहीं किया गया। उनके द्वारा अकर्मण्यता, उदासीनता बरती गई और अपने पदीय कर्तव्यों के विरुद्ध लापरवाह बने रहे।इसी कारण 7 जुलाई को रात्रि 9 बजे वार्ड सं. 1 में एलटी लाईन में फाल्ट आकर तार टूटकर नीचे गिर गये। इससे पड़ौसी घर में बनी गंदी नाली से करंट प्रवाहित होकर अपने घर में टेलरिंग का काम कर रहे कालूराम लखारा पुत्र हनुमानराम लखारा निवासी धुड़िला इस करंट की चपेट में आकर बुरी तरह घायल हो गया। उसे तत्काल राजकीय चिकित्सालय लाडनूं लाया गया, जहां हालत गंभीर होने से उसे हायर सेन्टर रेफर कर दिया। वह अभी जिन्दगी और मौत के बीच झूल रहा है।
खुली लापरवाही का परिणाम भुगत रहा कालुराम लखारा
यह दुर्घटना निगम के लाईनमेन, कनिष्ठ अभियन्ता व सहायक अभियन्ता की लापरवाही के कारण हुई है। इसकी सूचना के बावजूद मौके पर निगम का कोई कर्मचारी, अधिकारी उपस्थित नहीं आया एवं अभी तक वे टूटे तार जमीन पर गिरे पड़े हैं। विद्युत सप्लाई बाधित है। इससे सभी ग्रामवासी विद्युत उपभोक्ता परेशान हैं। इस दुर्घटना से पूर्व सम्भावित नुकसान को रोकने व बार-बार स्पार्किंग से होने वाले खतरे को रोकने के लिए राजस्थान सम्पर्क पोर्टल पर सुशील कुमार मेघवाल पुत्र किशनाराम निवासी धुड़िला ने अपने मोबाइल से 30 जून को ग्रिवेन्स क्रमांक 062414119757369 दर्ज करवायी थी। 27 जून को लाईनमेन सुरेन्द्र के मोबाईल पर ग्रामवासी प्रभु सैन ने अपने मोबाईल से तथा 28 जून को सुबह गजेन्द्रसिंह ने अपने मोबाईल से इस बारे में ऑनलाईन शिकायत दर्ज करवायी थी। 27 व 28 जून को शंभु सिंह ने अपने मोबाईल से सहायक अभियन्ता के मोबाईल पर ग्राम धुड़िला में लगी एलटी लाईन में हो रहे स्पार्किंग एवं ढीले तारों व खिंचाव वाले जगहों पर हो रहे स्पार्किंग करंट प्रवाह आदि की समस्या की सूझ बार-बार देकर अवगत करवाया था। फिर भी उनकी भंयकर लापरवाही रही और परिणामस्वरूप कालूराम लखारा मौत व जिन्दगी के बीच झूल रहा है।
दोषी अधिकारियों व कर्मचारियों को बर्खास्त करने की मांग
ज्ञापन में सभी दोषी अधिकारियों व कर्मचारियों को बर्खास्त या निलम्बित करने की पुरजोर मांग की गई है और अन्यथा 9 जुलाई मंगलवार से उपखंड कार्यालय के सामने धरना-प्रदर्शन व आमरण अनशन करने की चेतावनी दी गई है। ज्ञापन देने वालों में श्री आनंद परिवार सेवा समिति के अध्यक्ष मंजीत पाल सिंह सांवराद, पंचायत समिति के सदस्य लादू सिंह धूड़ीला, राजेन्द्र चोटिया, नानूराम नायक, गोविंद राम नाई, रामचन्द्र, सुखाराम लखारा, दिलीप सिंह, भंवरा राम, ओम सिंह, नरेन्द्र सिंह, हिम्मत सिंह, प्रभु सैन, अनूप, गिरधारी राम, तुलछाराम आदि उपस्थित रहे।