शिक्षक, विद्यार्थी एवं अभिभावक ही मिल कर बनती है शिक्षा की सच्ची त्रिवेणी – प्रो. त्रिपाठी,
शिक्षक, अभिभावक व विद्यार्थियों की संयुक्त बैठक आयोजित
लाडनूं। जैन विश्वभारती विश्वविद्यालय के आचार्य कालू कन्या महाविद्यालय में शिक्षक-अभिभावक बैठक आयोजित की गई। बैठक की अध्यक्षता करते हुए प्राचार्य प्रो. आनन्द प्रकाश त्रिपाठी ने शिक्षा में गुणवत्ता लाने हेतु अभिभावक शिक्षक मीटिंग को अनिवार्य बताते हुए इसके महत्व पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि निश्चित रूप से विद्यार्थी के साथ शिक्षक और अभिभावक तीनों मिल कर शिक्षा की सच्ची त्रिवेणी बनाते हैं। शिक्षक व अभिभावकों की बैठक से सामाजिक जागरूकता बढ़ने के साथ विद्यार्थियों के हित में एक स्वस्थ एवं सर्वांगीण विकास का पथ भी तैयार होता है, जो सदैव विद्यार्थी जीवन की दशा एवं दिशा तैयार करता है। प्रो. त्रिपाठी ने कहा कि महिला अभिभावक अपने परिवार की छात्राओं के समृद्ध भविष्य हेतु सचेत हैं और सभी अभिभावक अपनी अगली पीढ़ी से अपने सपने पूरा करना चाहते हैं। बैठक की शुरुआत छात्रा कान्ता सोनी एवं समूह द्वारा अभिभावकों के सम्मान में स्वागत गीत से हुई। स्वागत वक्तव्य डॉ. प्रगति भटनागर ने प्रस्तुत किया। बैठक में बीएससी की छात्रा खुशी जोधा ने पीपीटी के माध्यम से अभिभावक समूह को विश्वविद्यालय की खूबियों एवं महाविद्यालय की गतिविधियों के बारे में विस्तार से बताया। विज्ञान, वाणिज्य एवं कला संकायों की गुणवत्ता को डॉ. गिरधारीलाल शर्मा, अभिषेक शर्मा एवं अभिषेक चारण बताई गई। अन्य शिक्षकों प्रो. रेखा तिवारी, डॉ. प्रगति भटनागर, डॉ. बलबीर सिंह, तनिष्का शर्मा, प्रगति चौरड़िया आदि ने अपना परिचय भी प्रस्तुत किया। अभिभावकों की ओर से रीना शर्मा, मनीष राजपुरोहित, मेहनाज़ बानो व नीतू शेखावत द्वारा महाविद्यालय की शैक्षणिक एवं सह-शैक्षणिक गतिविधियों, संस्थान के नैतिक जीवन मूल्यों, शांत वातावरण एवं छात्राओं की सुरक्षा की दृष्टि से किए जा रहे प्रयासों की सराहना की। बैठक में विभिन्न गांवों से भी अभिभावक उपस्थित रहे। बैठक समन्वयक अभिषेक चारण ने अंत में धन्यवाद ज्ञापित किया।