लाडनूं से अपहृत बालिका को महाराष्ट्र के वर्धा से अपहर्ता युवक के साथ पकड़ा,
ढाई माह बाद हुई तलाशी पूरी, तकनीक व सूचनाओं से पता लगाया जा सका
लाडनूं। स्कूल जाने के लिए घर से निकली नाबालिग बालिका के वापस नहीं लौटने के मामले में अपहरण तथा पॉक्सो एक्ट में दर्ज प्रकरण में लाडनूं पुलिस ने कार्रवाई करते हुए महाराष्ट्र से एक आरोपी को गिरफ्तार कर नाबालिग को दस्तयाब किया है। 26 मार्च को बहला-फुसला कर बालिका को भगा ले जाने के बारे में थाना प्रभारी रामनिवास मीणा ने बताया कि गत 27 मार्च को लाडनूं पुलिस थाने में नाबालिग बालिका के चाचा ने एक रिपोर्ट दी, जिसमें बताया गया था कि उसके भाई की 16 वर्षीया पुत्री ढाणी से गांव में पढ़ाई का कहकर घर से निकली थी, लेकिन वह सायं तक घर नहीं लौटी। तब परिवारवालों ने अपने स्तर पर तलाश की। इधर-उधर ढूंढने के बावजूद भी वह नहीं मिली। बालिका कक्षा 10 में अध्ययनरत है। 26 मार्च को स्कूल की छुट्टी थी, फिर भी वह घर से पढाई का कहकर ही निकली थी। इस पर उसे बहला-फुसला कर भगा ले जाने का शक पैदा हुआ।
आठ पुलिसकर्मियों की बनी थी तलाशी टीम
इस रिपोर्ट पर पुलिस ने मुकदमा नं 85/23 अन्तर्गत धारा 363 भादस में दर्ज कर अनुसंधान व बालिका की तलाश शुरू की गई। इस संबंध में जिला पुलिस अधीक्षक राममूर्ति जोशी, एडिशनल एसपी विमलसिंह नेहरा के निर्देशन में वृताधिकारी राजेश ढाका की देखरेख में उप निरीक्षक रामनिवास मीणा के नेतृत्व में आठ पुलिसकर्मियों की एक टीम का गठन किया गया। इस टीम द्वारा तकनीकी अनुसंधान तथा आसूचना संकलन के आधार पर वर्धा महाराष्ट्र पहुंच कर वहां से पुलिस संरक्षण में लिया जाकर आरोपी मुकेश सारण (25) पुत्र हरदीनाराम जाट निवासी खोखरी को बालिका सहित दस्तयाब कर अनुसंधान किया गया। इसके बाद अनुसंधान आरोपी मुकेश को जुर्म धारा 363-344 भादस व 11/12 पोक्सो एक्ट 2012 में गिरफ्तार किया गया। आरोपी से अभी पूछताछ जारी है। अनुसंधान में जुटी पुलिस टीम में थाना प्रभारी उप निरीक्षक रामनिवास मीणा, कांस्टेबल टोडाराम, विक्रम, सुरकरण, रामचंद्र, महिला सिपाही मीनाक्षी, राजकौर तथा साईबर सेल के एचसी श्याम प्रताप शामिल थे।