तोड़ी गई सड़कों को 20 दिनों में वापस तैयार करवाएगा जलदाय विभाग,
कसूम्बी में ग्रामीणों ने बिना अनुमति के सड़कें तोड़ने से रोक कर करवाया था काम बंद
लाडनूं। जल जीवन मिशन के तहत जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग द्वारा बिना एनओसी व वैध अनुमति के ग्राम कसूम्बी में तोड़ी गई सड़कों का काम ग्रामवासियों द्वारा विरोध किए जाने से बंद कर दिया गया। अब आखिर उसे वापस शुरू किया गया है, जसो सार्वजनिक निर्माण विभाग द्वारा दी गई अनुमति के आधार पर शुरू किया गया है। पंचायत समिति सदस्य ओम प्रकाश बागड़ा, सामाजिक कार्यकर्ता अनिल पिलानिया व अन्य ग्रामीणों ने कसूम्बी में तोड़ी जा रही सड़कों के बारे में पूछताछ की तो पाया गया कि सम्बंधित विभाग से अनुमति प्राप्त किए बिना ही अपनी मर्जी से सड़कें खोदी जा रही है। संबंधित ठेकेदार से परमिशन के बारे में पूछे जाने पर संतोषजनक जवाब नहीं दे पाने पर सभी ग्रामीणों ने काम करने से रोक दिया था। पंचायत समिति सदस्य बागड़ा ने बताया कि जलदाय विभाग वाले सड़कें तोड़-तोड़ कर छोड़ देते हैं, उसकी वापस मरम्मत या पुनर्निर्माण नहीं किया जाने से ग्रामवासी बेहद परेशान रहते हैं। इस कारण काम को बंद करवाया गया था। दो दिन काम रुका रहने के उपरांत कसूम्बी गांव में जल जीवन मिशन के तहत अलग-अलग सड़कों पर लाइनें डाली जाने की परमिशन के लिए सार्वजनिक निर्माण विभाग से अनुमति प्राप्त की गई है। इसके बाद बुधवार को काम वापस शुरू किया गया। सार्वजनिक निर्माण विभाग के सहायक अभियंता जयंत पारीक ने बताया कि जलदाय विभाग को उनकी मांग के आधार पर पीडब्लूडी ने परमिशन इन शर्तों पर दी है कि वे काम पूर्ण होने के बाद 20 दिनों की मियाद के अंदर तोड़ी गई समस्त सड़कों की मरम्मत वापस करवाएगा।