लाडनूं में दबिश देकर होटल से दो बाल-मजदूरों को रेस्क्यू किया,
रेकी के बाद की गई कार्रवाई, होटल मालिक के खिलाफ मामला दर्ज
लाडनूं (रिपोर्टर अबू बकर बल्खी)। कानून की धज्जियां उड़ाते हुए यहां होटलों और अन्य स्थानों पर खुलेआम बच्चों से मजदूरी करवाने, उनका पूरा शोषण करने और प्रताड़ित करने की घटनाएं कम नहीं हो पा रही है। यहां एक होटल से प्रशासन एवं एनजीओ के समन्वय से दबिश देकर बाहर से लाए गए दो बालकों का रेस्क्यू किया है। राजस्थान महिला कल्याण मंडल नागौर और एनजीओ संचालक कैलाश सत्यार्थी ने यहां बाईपास रोड़ स्थित हर्षिता मेवात होटल पर संयुक्त कार्यवाही करते हुए फाउंडेशन द्वारा संचालित संचालित ‘बचपन बचाओ आंदोलन’ के तहत दो नाबालिग बच्चों को बालश्रम करते हुए रेस्क्यू किया गया है। होटल मालिक के खिलाफ इस सम्बंध में मामला दर्ज किया गया है।जिला समन्वयक एसडी गरिमा सिंह राठौड़ ने बताया कि उन्हें अज्ञात व्यक्ति से सूचना मिली थी कि यहां होटल पर नाबालिग मजदूरों से काम करवाया जा रहा है और उनका शोषण किया जा रहा है। इस शिकायत व सूचना पर उन्होंने टीम को भेजकर पहले रैकी करवा कर मामले की सत्यता की जांच की। इसके बाद टीम गठित करके कार्रवाई को अंजाम दिया गया। टीम ने मौके से भरतपुर निवासी दो बाल-मजदूरों को रेस्क्यू किया, जिन्हें लाडनूं पुलिस थाने लाया गया है। इस रेस्क्यू आपरेशन और बालश्रमिकों की मुक्ति के कार्य में टीम में स्थानीय पुलिस के साथ एडवोकेट पांची देवी व अर्जुन कुमार का भी विशेष सहयोग रहा।
नोट- फोटो प्रतीकात्मक है।