ब्रेकिंग लाडनूं-
दो ईओ व सम्बंधित कर्मचारियों ने लगाया एक-दूसरे पर फाईलें गायब करने का आरोप,
लाडनूं नगर पालिका में नियमविरूद्ध व भ्रष्टाचार पूर्वक की गई सफाईकर्मी भर्ती मामले में हुई फाईलें गायब, दोषी कौन



लाडनूं। यहां विगत मार्च माह में सफाई कर्मचारियों की नियुक्ति के मामले में भारी भ्रष्टाचार व घोटाले के आरोपों के चलते नगर पालिका से सम्बंधित समस्त पत्रावलियां गायब कर दी गई है। वाल्मीकि समाज के लोगों ने पालिकाध्यक्ष, एसडीएम, कलेक्टर आदि सभी को ज्ञापन देकर व उच्चाधिकारियों को पत्र भेज कर इस मामले की जांच की मांग की गई और इधर भाजपा नेता जगदीश सिंह राठौड़, ईश्वर मेघवाल, कांग्रेस के मो. मुश्ताक खां कायमखानी आदि ने भी स्थानीय निकाय विभाग के निदेशक एवं स्वायत शासन मंत्री और मुख्यमंत्री तक को पत्र भेजे और एंटी क्रप्शन ब्यूरो तक से जांच की मांग की जा रही है। लेकिन, नगर पालिका में नियमविरूद्ध की गई भर्ती व घोटाले से सम्बंधित फाईलों को गायब किए जाने को लेकर एक दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप लगाने और खुद को स्वच्छ साबित करने की चेष्टाएं की जा रही है। इस सम्बंध में ईओ सुरेन्द्र कुमार मीणा पर उनके यहां पदस्थापित होने के समय में ही फाईलें नगर पालिका कार्यालय में नहीं रख कर निम्बी जोधां में अपने निवास पर रखने की बात सामने आई थी और आरोप लगे थे। यहां जांच के लिए डीडीआर अजमेर द्वारा भेजे गए दल को पालिकाकर्मियों ने कोई भी पत्रावली दिखाने से मना कर दिया था। उसको यहां से निलम्बित किए जाने क बाद भी उनके द्वारा फाईलें यहां से गायब किए जाने की बातें चलती रही थी। पालिकाध्यक्ष रावत खां ने तो इस बाबत ईओ मीणा को नोटिस भी दिए और जिला कलेक्टर, डीडीआर व निदेशक स्थानीय निकाय को भी लिखा था।
ईओ मीणा का ईओ पंवार पर दोषारोपण
नगर पालिका के अधिशाषी अधिकारी रह चुके सुरेन्द्र कुमार मीणा ने पुलिस अधीक्षक अजमेर को पत्र देकर नगर निगम अजमेर में सचिव के पद पर कार्यरत पुरुषोत्तम पंवार के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज कर कठोर कार्यवाही की मांग की है। मीणा ने 2 जून के अपने इस लिखा है कि वह नगर पालिका लाडनूं में अधिशाषी अधिकारी के पद पर कार्यरत रहा है। उसके बाद पुरूषोतम पंवार को नगर पालिका लाडनूं का अतिरिक्त कार्यभार दिया गया था। उस दौरान विभाग द्वारा सफाई कर्मचारी भर्ती के संबंध मे छपी खबर पर तथ्यात्मक रिपोर्ट पंवार से मांगी गई। इसे पालिका के पत्र क्रमांक नपाला/2023/53 दिनांक 26.05.2023 द्वारा भिजवाई गई थी। यह तथ्यात्मक रिपोर्ट प्रेषित करने के बाद ईओ पुरूषोतम पंवार ने उन्हें (मीणा) को पालिका की ओर से पत्र क्रमांक नपाला/2023/ 54 दिनांक 26.05.2023 देकर अवगत करवाया कि सफाई भर्ती की पत्रावली उनके (मीणा के) पास है, वह उपलब्ध करवाई जाये। पत्र में मीणा ने लिखा है कि जब ईओ पुरूषोतम पंवार ने तथ्यात्मक रिर्पोट, जो पहले ही भिजवा दी थी, वह पत्रावली के बिना तथ्यात्मक रिपोर्ट भेजी जानी संभव ही नहीं थी। मीणा ने पुरुषोत्तम पंवार द्वारा नगर पालिका लाडनूं के अध्यक्ष रावत खां के साथ मिलीभगत करके साजिश करने का आरोप ईओ पंवार पर लगाया है, ताकि उसे किसी तरह से फंसाया जा सके। मीणा का आरोप है कि सफाई भर्ती की पत्रावली पुरूषोत्तम पंवार के पास ही है। मीणा ने इस सम्बंध में साजिश रचने के लिए पुरुषोतम पंवार व रावत खां पर मुकदमा दर्ज कर कठोर कार्यवाही की मांग की है। इसके बाद 21 जून को फिर मीणा ने इसका स्मरण पत्र पुलिस अधीक्षक अजमेर को लिखा है।
सम्बंधित कार्मिकों ने बताई फाईलें ईओ मीणा के पास
गौरतलब है कि विभिन्न सफाई कर्मचारियों द्वारा दिए गए पत्र के बाद उच्च न्यायालय द्वारा पारित आदेशों की पालना करने के लिये डीएलबी से पत्रावलियों के अनुमोदन की जानकारी उपलब्ध करवाने बाबत नगर पालिका के अधिशाषी अधिकारी ने लेखा शाखा प्रभारी संजय बारासा को पत्र देकर बताया है कि उच्च न्यायालय के निर्णय की पालना में नियुक्ति के लिये विभिन्न सफाईकर्मियों द्वारा स्वयं को प्रस्तुत पत्र द्वारा न्यायालय के आदेश की पालना के लिये की जा रही कार्यवाही से अवगत करवाने की मांग करते हुए आदेश की पालना नहीं करने पर न्यायिक अवमानना के लिये लिखा गया है। ईओ द्वारा इन पत्रावलियों पर स्वायत्त शासन विभाग कोे अनुमोदन के लिये लिखा गया था। इस सम्बंध में इन पत्रावलियों पर आज तक की गई कार्यवाही से अवगत करवाने का लिखा गया है। इधर 26 मई को लेखा शाखा प्रभारी संजय कुमार बारासा व संस्थापन शाखा के रविन्द्र सिह ने नगर पालिका के अधिशाषी अधिकारी को पत्र लिख कर अवगत करवाया है कि सफाई कर्मचारी नियुक्ति वे संबंध में मूल पत्रावली नगर पालिका में उपलब्ध नही है। उन्होंने बताया है कि सफाई कर्मचारी नियुक्ति के संबंध में मूल पत्रावली तत्कालीन अधिशासी अधिकरी सुरेन्द्र कुमार मीणा के पास कार्यालय में भिजवााई गई थी, जो उनके द्वारा उन्हें अभी तक वापिस नहीं सौंपी गई है। इस कारण यह पत्रावली उनके पास उपलब्ध नहीं है।