शारीरिक, मानसिक व प्राणिक स्वास्थ्य को संतुलित रखने वाला प्राचीन विज्ञान है योग- बैद,
आदर्श विद्या मंदिर में मनाया अंतरराष्ट्रीय योग दिवस
लाडनूं (kalamkala.in)। अणुव्रत विश्व भारती के तत्वाधान में अणुव्रत समिति लाडनूं एवं विद्या भारती द्वारा संचालित आदर्श विद्या मंदिर, लाडनूं एवं शाखा आचार्य तुलसी आदर्श शिशुवाटिका द्वारा ‘अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस’ समारोह का आयोजन राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ व भारत विकास परिषद् के सहयोग से किया गया।
योगाभ्यारा कार्यकम में आयुष विभाग के निर्धारित ‘प्रोटोकॉल’ का पालन करते हुए किया गया। विद्यालय प्रबंध समिति के अध्यक्ष एवं अणुव्रत समिति के संरक्षक शांतिलाल बैद ने विद्याथियों को सूक्ष्म क्रियाओं के बारे में विस्तार से जानकारी देते हुए बताया कि योग एक विकसित विज्ञान है, केवल शारीरिक व्यायाम मात्र नहीं है। इसकी मुद्रायें तथा आसन जहां शरीर को सशक्त, निरोग, सुडौल तथा रोग निरोधक बनाते हैं, वहीं प्राणायाम, धारणा, ध्यान आदि मानसिक एकाग्रता एवं बुद्धि की प्रखरता प्रदान करते व्यक्ति को आध्यात्मिक मार्ग पर अग्रसर करते है। योग एक प्राचीन भारतीय विज्ञान है जो शारीरिक, मानसिक एवं प्राणिक स्वास्थ्य को संतुलित रखने में मदद करता है। अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस प्रतिवर्ष 21 जून को भारत सहित संपूर्ण विश्व में योग की महता को उजागर करता है। उन्होंने बताया कि वर्ष 2024 की योग दिवस की थीम ‘स्वयं और समाज के लिए योग’ (Yoga for Self and Society) है।
आदर्श विद्या मंदिर के प्रधानाचार्य रमेश कुमार गौड़ ने कहा कि श्रीमद् भगवद्गीता में योगेश्वर भगवान श्रीकृष्ण ने योग के प्रकारों कर्मयोग, ज्ञानयोग एवं भक्ति योग के बारे में बताया है। कर्मयोग में व्यक्ति अपने कर्तव्यों का श्रद्धापूर्वक निर्वाह करते हुए ईश को प्राप्त होता है। ज्ञानयोग में ज्ञान से ईश्वर की प्राप्ति करना है। भक्तियोग में व्यक्ति अपना सर्वस्व ईश को समर्पित करता है। आत्मा का परमात्मा से मिलन ही योग है।
कार्यकम का संचालन सीताराम परिहार ने करवाया। इस अवसर पर अणुव्रत समिति द्वारा प्रशिक्षकों और कार्यक्रम में सहभागी बने गणमान्य व्यक्तियों को सम्मानित किया गया। प्रबंध समिति के प्रचार प्रमुख पुरूषोतम सोनी ने अतिथिगणों का धन्यवाद ज्ञापन किया। इस अवसर पर विद्या भारती के डीडवाना जिला अध्यक्ष रामेश्वरलाल सूंठवाल, व्यवस्थापक नंदलाल शर्मा, प्रबंध समिति कार्यकर्ता कैलाशचंद घोड़ेला, प्रकाशचंद सोनी, अणुव्रत समिति के संगठन मंत्री नवीन नाहटा, कोषाध्यक्ष प्रेम बैद, पार्षद रेणु कोचर, भारत विकास परिषद के अध्यक्ष हंसराज सोनी, सचिव सुशील दाधीच, गिरधर चौहान, नितेश माथुर, विनोद बोकड़िया, विनीत बोथरा, भंवरलाल वर्मा, देवाराम पटेल, नंदलाल वर्मा, सोहनलाल परिहार, लोकेश प्रजापत, हनुमानमल शर्मा, रामेश्वरलाल शर्मा, सुखदेवसिंह एवं सभी आचार्य-दीदी आदि उपस्थित थे।