खुशनसीब होता है वह खून, जो देश के लिए काम आता है- आशुसिंह लाछड़ी,
खींवज में शहीद ईश्वर सिंह की प्रतिमा का अनावरण व शहीद स्मारक का उद्घाटन हुआ
लाडनूं। तहसील के ग्राम खींवज में शहीद राईफलमेन ईश्वर सिंह की प्रतिमा का अनावरण समारोह पूर्वक किया गया तथा शहीद स्मारक का उद्घाटन फीता काट कर किया गया। समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में सैनिक कल्याण बोर्ड के पूर्व अध्यक्ष प्रेम सिंह बाजौर थे तथा अध्यक्षता विधायक मुकेश भाकर ने की। समारोह में विशिष्ट अतिथि के रूप में सीमा सड़क संगठन (बीआरओ) नई दिल्ली के उप महानिदेशक आशुसिंह लाछड़ी, पंचायत समिति के प्रधान हनुमान राम कासनिया आदि थे। इस अवसर पर शहीद ईश्वर सिंह के परिवार जनों को मालाएं पहनाकर उनका सम्मान किया गया। शहीद राईफलमेन ईश्वर सिंह 31 जुलाई 1998 को जम्मू-कश्मीर में ‘ऑपरेशन रक्षक’ में शहीद हो गए थे। उनकी प्रतिमा का निर्माण प्रेम सिंह बाजौर द्वारा करवाया गया। समारोह का आयोजन घासल परिवार की ओर से किया गया। प्रतिमा अनावरण के पश्चात सभी अतिथियों ने अमर शहीद के प्रति श्रद्धासुमन अर्पित किए।
शहीद स्मारक सच्चे मंदिर होते हैं
समारोह में बीआरओ के उप महानिदेशक आशुसिंह लाछड़ी ने एक काव्य प्रस्तुत करते हुए अपने सम्बोधन में कहा कि ‘जला हुआ राख नहीं, अमरदीप हूं मैं। जो मिट गया वतन पर वो शहीद हूं मैं। आओ झुक कर सलाम करें उनको, जिनके हिस्से में ये मुकाम आया है। खुशनसीब होता है वह खून, जो देश के लिए काम आता है।’ उन्होंने कहा कि जहां शहीद की मूर्ति स्थापित होती है, वह स्थान मंदिर होता है। उसके सामने से गुजरने पर श्रद्धा से सिर झुक जाता है। सौभाग्यशाली होते हैं वे, जिनकख लाडला सेना जाता है और उनसे भी अधिक सौभाग्यशाली होते हैं वो माता-पिता जिनका लाडला देश के लिए शहीद हो जाता है। कार्यक्रम में प्रेमसिंह बाजौर और विधायक मुकेश भाकर ने भी सम्बोधित किया। आयोजन के दौरान घासल परिवार द्वारा सभी अतिथियों को प्रतीक चिह्न प्रदान कर सम्मानित किया। इस अवसर पर जिला सैनिक अधिकारी कर्नल राजेंद्र सिंह जोधा, शिवपाल सिंह लाछडी़, जस्सा राम, पन्नाराम, डा. बैंधा आदि के साथ क्षेत्र के सरपंच आदि अनेक जन प्रतिनिधि गण, प्रमुख लोग और ग्रामीण उपस्थित रहे।
