पंच प्रण से देश की दिशा तय करने के लिए सभी नए-पुराने स्वयंसेवक कमर कस लें- रुद्रकुमार,
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के शताब्दी वर्ष पर होली स्नेह मिलन कार्यक्रम में सभी स्वयंसेवकों के परिवार हुए शामिल
लाडनूं (kalamkala.in)। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ का लाडनूं नगर स्तरीय होली स्नेह मिलन कार्यक्रम का आयोजन यहां आदर्श विद्या मंदिर परिसर में किया गया। कार्यक्रम में सुमधुर भजनों की और राष्ट्रभक्ति गायन की प्रस्तुतियां दी गई। शताब्दी विस्तारक रुद्र कुमार ने सम्बोधित कर महिला, पुरुषों और बालकों को संस्कृति रक्षा के लिए प्रेरित किया। सामुहिक स्नेहभोज के साथ कार्यक्रम सम्पन्न हुआ।
हर घर राम और कृष्ण होंगे, अगर स्वयं को बदल सको
कार्यक्रम के मुख्य वक्ता एवं शताब्दी विस्तारक रूद्रकुमार शर्मा ने अपने संबोधन में भक्त प्रह्लाद, होलिका और हिरण्यकश्यप की प्रेरक कथा प्रस्तुत की। साथ ही छत्रपति शिवाजी और उनकी माता जीजाबाई के अनेक प्रसंग बताए तथा कहा कि मातृशक्ति मन मे ठान ले, तो विपरीत परिस्थितियां होते हुए भी पुत्र रूप शिवाजी महाराज जैसा महापुरुष तैयार कर सकती है। ‘कुटुंब प्रबोधन’ पर विषय रखते हुए उन्होंने कहा कि हमारे घर भी भगवान राम एवं कृष्ण पैदा हो सकते है, लेकिन इससे पहले हम सभी को दशरथ-कौशल्या, वासुदेव- देवकी बनना होगा। ‘सामाजिक समरसता’ पर मुख्य वक्ता ने कहा कि भगवान श्रीराम ने स्वयं भीलणी के जूठे बैर खाकर एवं निषादराज- केवट को साथ लेते हुए सामाजिक समरसता का परिचय दिया था। हम सभी को अपने अंदर स्व का भाव पैदा करना होगा। मात्र स्वदेशी समान का उपयोग ही नहीं, बल्कि हमारे संस्कार, जीवन पद्धति, तीज-त्यौंहार, शादी-समारोह, आचार-विचार सभी का स्वदेशी होना आवश्यक है, तभी भारत पुनः ‘विश्व गुरु: के पद पर प्रतिष्ठापित हो सकेगा। ‘पर्यावरण जागरण’ विषय पर उन्होंने कहा कि हमें प्लास्टिक जैसी बीमारी को दूर करना होगा। शादी समारोह में प्लास्टिक डिस्पोजल का उपयोग बिल्कुल बंद करने होंगे।जन्मदिवस, वर्षगांठ एवं अन्य शुभ अवसर पर ‘वृक्षारोपण’ शुरू करना होगा, जिससे हमारा वातावरण शुद्ध होगा और साथ ही सदैव स्मरणीय रहने वाले पल भी होंगे। उन्होंने संघ के शताब्दी वर्ष में सभी स्वयंसेवकों से जुटने व समय देने का आह्वान किया और कहा कि पंच प्रण में से अपने लिए कोई भी काम चुन कर उसके लिए काम शुरू करें।
सादगीपूर्ण और प्लास्टिक मुक्त रहा पूरा कार्यक्रम
संघ के इस होली स्नेह मिलन कार्यक्रम में ‘पर्यावरण जागरण’ का संदेश देने के लिए कार्यक्रम को शत-प्रतिशत प्लास्टिक मुक्त रखा गया। इस कार्यक्रम में 700 से अधिक आगन्तुकों ने सहभोज किया। सबको परम्परागत रूप से बैठा कर पत्तलों पर भोजन करवाया गया। भोजन मंत्र के सामुहिक पाठ के पश्चात प्रारंभ इस भोजन कार्य में किसी भी प्रकार का प्लास्टिक डिस्पोजल काम में नहीं लिया गया। पेड़ के पत्तों से बनी पत्तलों और स्टील के गिलासों का उपयोग सबके एक साथ भोजन में करवाया गया।
पंच प्रण का सेल्फी पॉइंट रहा कार्यक्रम का मुख्य आकर्षण
आदर्श विद्या मंदिर में प्रवेश के साथ ही इस होली स्नेह मिलन कार्यक्रम में पहुंचे सभी दम्पतियों और परिवारों ने परिसर में सामने ही संघ के शताब्दी वर्ष पर लगाए गए ‘पंच प्रण’ के संदेश युक्त सेल्फी पॉइंट का आनन्द भी लिया। इसमें नागरिक कर्तव्य, सामाजिक समरसता, कुटुंब प्रबोधन, पर्यावरण जागरण एवं स्वदेशी का भाव सेल्फी पॉइंट पर उकेरा गया। सभी परिवारों ने यहां आकर पहले सेल्फी ली एवं पंच प्रण का संकल्प लिया, इसके बाद ही कार्यक्रम में प्रविष्ट हुए।
भजनों, गीतों से बना वातावरण भावपूर्ण व सुमधुर
कार्यक्रम का शुभारंभ गणेश वंदना से किया गया। इसके बाद कार्यक्रम में ‘भारत के रणवीरों को जो प्राणों से भी प्यारा है…!’, ‘म्हारा राम रघुनाथ, म्हारा श्याम रघुनाथ…!’, ‘सीरो दाल को…’ आदि भक्ति, देशप्रेम और मनोरंजक गीतों की प्रस्तुतियां लक्ष्मीपत सोनी व नोरतनमल भोजक द्वारा अपनी मंडली के साथ दी गई।विकास चौहान और भंवरलाल वर्मा ने इन सब गीतों पर अपनी नृत्य प्रस्तुति दी। खंड संघचालक बजरंग लाल यादव ने बताया कि हमेशा से स्नेह मिलन केवल स्वयंसेवकों का होता आया है, इस बार सपरिवार स्नेह मिलन आयोजित किया गया, जिससे स्वयंसेवकों के परिवारों को भी स्वयं पहुंच कर राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ को जानने-समझने का अवसर मिला। कार्यक्रम का संचालन महावीर आसोपा ने किया।
