महिलाओं का वेद और संस्कृत की सेवा के लिए जुटना अपने-आप में महत्वपूर्ण- तापड़िया, जसवंतगढ में आयोजित समारोह में ज्योति मिर्धा को नारी रत्न सम्मान की घोषणा, अनेक महिलाएं सम्मानित

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महिलाओं का वेद और संस्कृत की सेवा के लिए जुटना अपने-आप में महत्वपूर्ण- तापड़िया,

जसवंतगढ में आयोजित समारोह में ज्योति मिर्धा को नारी रत्न सम्मान की घोषणा, अनेक महिलाएं सम्मानित

जगदीश यायावर। लाडनूं (kalamkala.in)। सुप्रीम फाउंडेशन के मुख्य ट्रस्टी एवं भामाशाह बजरंग लाल तपाडिया ने कहा है कि महिला किसी भी दृष्टि से कमजोर नहीं रही है और वह जीवन के हर क्षेत्र में आगे बढ़ने के साथ ही अपनी श्रेष्ठता को भी सिद्ध कर रही है। महिला को कमजोर मानने-समझने का समय जा चुका है। आज की महिला हर दृष्टि से अपने-आप में पूर्ण सक्षम है। वे जसवंतगढ़ के सेठ सूरजमल तापड़िया आचार्य संस्कृत महाविद्यालय में करिअर मंत्र संस्थान एवं  सेठ श्री सूरजमल तापड़िया वेदांतपीठ की ओर से आयोजित नारी-रत्न सम्मान समारोह- 2024 में मुख्य अतिथि के रूप में बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि महिलाएं आज वेद विद्यालय में पढकर संस्कृत की भी सेवा कर रही है, यह अपने आप में उल्लेखनीय व महत्वपूर्ण है। इस कार्यक्रम में अनेक महिलाओं को सम्मानित किए जाने के अलावा पूर्व सांसद ज्योति मिर्धा सहित विभिन्न क्षेत्रों की विशिष्ट महिलाओं को ‘नारी-सत्न सम्मान’ प्रदान करने की घोषणा की गई।

सामाजिक संस्कारों में महिलाओं की भूमिका महत्वपूर्ण

कार्यक्रम की विशिष्ट अतिथि नगर परिषद सुजानगढ़ की सभापति नीलोफर गौरी ने महिलाओं का सम्मान करने को व्यक्तित्व की महता बताया और कहा कि वर्तमान में महिला सुरक्षा की बहुत आवश्यकता है। जहां सम्मान होता है वहीं महिलाओं को सुरक्षा मिल पाती है। उन्होंने बेटियों को पढाने की बात पर जोर दिया। विशिष्ट अतिथि मंजू घोड़ावत ने चिकित्सा के क्षेत्र में महिलाओं के बढ़ते योगदान को रेखांकित किया। प्राचार्य डॉ. अलका मिश्रा ने सामाजिक संस्कारों और अवदानों में महिला समाज की भूमिका को महत्वपूर्ण बताते हुए जीवन की मुख्य दूरी की उपमा महिलाओं को प्रदान  की। कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रही करिअर मंत्र संस्थान की सचिव सुनीता वर्मा ने संस्था द्वारा बालिका शिक्षा के लिए चलाए जा रहे विभिन्न आयामो की जानकारी दी तथा भविष्य में निःशुल्क कंप्यूटर शिक्षा उपलब्ध करवाने की बात कही। समारोह की विशिष्ट अतिथि राजस्थानी फिल्मों की अदाकारा सोनम पाटनी ने कहा कि महिला विषयों पर फिल्म बनाकर समाज में जागरूकता बढ़ाई जा सकती है। कार्यक्रम में तेरापंथ महिला मंडल की पूर्व मंत्री नीति नाहर, राजश्री भूतोडिया, पार्षद रेणु कोचर, तापड़िया कॉलेज के प्राचार्य डॉक्टर हेमंत कृष्णा मिश्रा, सरपंच बिरधीदेवी प्रजापत ने विचार व्यक्त किये।

इन सबका किया गया सम्मान

कार्यक्रम में प्रगतिशील महिला हेमा मोदी, किशोरी कुमकुम, सलोनी शर्मा का सम्मान किया गया तथा सुश्री कमला कठौतिया, सुमन गोदारा, नीलोफर गौरी, इंदिरा बिहानी जसवंतगढ, उर्मिला कोठारी दिल्ली, स्नेहप्रभा मिश्रा सुजानगढ़ को ‘शिक्षा रत्न सम्मान’ प्रदान किया गया। वृतिका सेन जयपुर, साहित्यकार प्रेम बेगवानी दिल्ली, पूर्व सांसद ज्योति मिर्धा नागौर एवं शोभा दूगड़, डॉ. विजयश्री शर्मा कोलकाता को ‘नारी रत्न सम्मान’ से नवाजा जाने की घोषणा की गई। कार्यक्रम में बड़ी संख्या में महिलाओं के अलावा विभिन्न संस्थाओं के प्रतिनिधि एवं अन्य प्रमुख लोग उपस्थित रहे। कार्यक्रम का संचालन शंकर आकाश ने किया। कार्यक्रम आयोजना में महिलाओं की विशेष भूमिका रही।
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Author: kalamkala

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