लाडनूं के सरकारी अस्पताल में वाटर कूलर से पानी भरने गई महिला की करंट लगने से मौत,
अस्पताल में लोग हुए एकत्र, मुकदमा दर्ज करने व मुआवजा देने की मांग की, पुलिस मौके पर पहुंची
लाडनूं (kalamkala.in)। स्थानीय राजकीय चिकित्सालय में लगे वाटर कूलर से पानी भरते समय करंट की चपेट में आकर एक महिला की मौत हो गई। करंट लगते ही चिकित्साकर्मियों ने इस महिला को गंभीर हालत में आनन-फानन में इमर्जेंसी वार्ड पहुंचाया और इलाज शुरू किया, लेकिन चिकित्सकों के प्रयासों के बावजूद उस महिला को बचाया नहीं जा सका, उसने दम तोड़ दिया। यह महिला सुमित्रा (33) पत्नी केसाराम कालेरा जाति जाट, निवासी कासण यहां अस्पताल में भर्ती अपने बीमार रिश्तेदार से मिलने शनिवार को सुबह आई थी। वह उनके लिए पानी लाने के लिए पानी की बोतल लेकर अस्पताल परिसर में दानदाता द्वारा लगाए गए वाटर कूलर से पानी भरने आई, लेकिन वाटर कूलर में करंट होने के चलते वह चपेट में आ गई और उसकी मौत हो गई।
अस्पताल प्रशासन के प्रति लोगों में रोष
इस घटना के बाद बरसात के बावजूद अस्पताल में लोगों की भीड़ लग गई। अस्पताल प्रशासन ने इमरजेंसी वार्ड को पूरी तरह बंद करके उपचार शुरू किया, लेकिन महिला को बचाया नहीं जा सका। महिला की मौत से लोगों में रोष देखा गया और अस्पताल प्रशासन पर लापरवाही का आरोप लगाया गया। वहां एकत्र लोगों का कहना है कि इस मामले में अस्पताल प्रशासन के खिलाफ मुकदमा दर्ज होना चाहिए तथा मृतक महिला के परिजनों को मुआवजा दिया जाना चाहिए। पुलिस मौके पर पहुंच गई और महिला के शव का पोस्टमार्टम करवाएं जाने के लिए शव को मोर्चरी में रखवाया गया है।
समस्या से अवगत कराने के बावजूद हुई लापरवाही
बताया गया है कि अस्पताल में लगे इन वाटर कूलरों में पिछले कई महीनों से हवाई करंट दौड़ रहा था, जिसकी जानकारी यहां अस्पताल के सफाई सुरवाईजर, पीएमओ, अस्पताल प्रशासन को देकर अवगत करवाया गया था, लेकिन लापरवाही के कारण इस तरफ ध्यान नहीं दिया गया और करंट को हवाई मान कर विचार नहीं किया गया। आखिर लापरवाही ने एक जान की बलि ले ही ली। अस्पताल के अंदर बहुत तरह के विद्युत उपकरण लगे हुए हैं और उनकी नियमित देखरेख की व्यवस्था भी है, लेकिन लापरवाही बरती जाने से ऐसी स्थिति बनी। अभी अगर समय रहते ध्यान नहीं दिया गया, तो यहां वाटर कूलर ही नहीं मरीजों के लिए लगे कूलर और दूसरे उपकरण भी जानलेवा साबित हो सकते हैं।
