लाडनूं में पूरे मौहल्ला पानी से धुलाई कर बनाया स्वच्छ, सजाई हर घर के समक्ष रंगोलियां, जलाए दीप और मनाया दीपोत्सव नवाचार, अन्नकूट उत्सव पर मंदिरों में विशेष भोग लगे, सत्यनारायण मंदिर में कार्यक्रम आयोजित

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लाडनूं में पूरे मौहल्ला पानी से धुलाई कर बनाया स्वच्छ, सजाई हर घर के समक्ष रंगोलियां, जलाए दीप और मनाया दीपोत्सव नवाचार,

अन्नकूट उत्सव पर मंदिरों में विशेष भोग लगे, सत्यनारायण मंदिर में कार्यक्रम आयोजित

लाडनूं (kalamkala.in)। धार्मिक आस्थाओं और संस्कृति के प्रति लगाव के कारण यहां दीपावली पर्व को जहां धूमधाम और उत्साह के साथ लक्ष्मी-पूजन, दीपों की सजावट, आतिशबाजी आदि के साथ मनाया गया, वहीं गोवर्धन पूजा और अन्नकूट भी परम्परागत रूप से सभी घरों और मंदिरों में मनाया गया। यहां राहूगेट के अंदर रामद्वारा के सामने स्थित श्री सत्यनारायण मंदिर में इस अवसर पर शनिवार को ठाकुरजी महाराज को अन्नकूट का भोग लगाया गया। पुजारी महेश कुमार व्यास ने बताया कि हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी भगवान को अन्नकूट का भोग लगाया गया। इस अवसर पर श्रद्धालुओं ने भगवान का भजनों से गुणगान किया और सभी को प्रसाद वितरण किया गया। इस मौके पर जितेन्द्र भोजक, कमल सोनी, मनीष शर्मा, लोकेश शर्मा, मिक्की, आशीष, मुकेश, केशव आदि भक्तों ने प्रसाद वितरण में सहयोग किया।

पूरे मौहल्ले की सफाई और रंगोलियों से सजा कर दिया संदेश

दीपावली पर कुछ विशेष करने और पूरे शहर को संदेश देने की भावना के साथ यहां दधीचि चौक मौहल्ले में शुक्रवार को विशाल दीपक-उत्सव कार्यक्रम मनाया गया। इस कार्यक्रम में मौहल्ले की सभी महिलाओं, बेटियों, युवकों, बच्चों व बुजुर्गों ने भाग लिया और अपने पूरे मौहल्ले की सड़कों को पानी के टैंकर मंगवा कर धोकर साफ-सुथरा बनाया। सभी ने उन पर अपने-अपने घरों के बाहर आकर्षक रंगोलियां बनाकर और हर घर के बाहर पूरे रास्ते में दीपक जलाकर सजाकर मौहल्ले भर को रोशन बनाया और बैंड-बाजों के साथ धूमधाम से दीपोत्सव मनाया। इस कार्यक्रम में पंचायत समिति सदस्य रामनिवास पटेल, पार्षद लूणकरन शर्मा, कन्हैया लाल भोजक, अमित भोजक, डीपी दौलावत, मनोज दौलावत, विशाल शर्मा, गोविंद शर्मा, मुरली शर्मा, विनय शर्मा, अमित शर्मा, दामोदर शर्मा, राजू स्वामी आदि ने भी पूरे जोशो-खरोश से इस कार्यक्रम में अपनी भूमिका निभाई।

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Author: kalamkala

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सबसे ज्यादा पड़ गई

जहां 500 सालों से कोई श्मशान नहीं था, वहां राम धाम भूमि बता कर करवाया जा रहा है निम्बी जोधां में हंगामा, कभी अगोर, फिर आवासीय दर्ज हुई और तहसीलदार ने 1974 में यहां पट्टे जारी किए, वहां नोहरे व मकान बन गए और अब बताया जा रहा है श्मशान भूमि